तुम ना जाने किस जहां में खो गए..... - 9 - गली में आज चांद निकला Medha Jha द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

tum na jane kis jaha me kho gaye by Medha Jha in Hindi Novels
हर्ष ,हर्ष! कहां हो तुम? तुम्हें ढूंढती, तुम्हारे पीछे भागती वही मैं और अचानक सपना टूट जाता है। क्यों बार-बार देख रही हूं मैं यह सपना ? क्या संबंध है...