एक अप्रेषित-पत्र - 2 Mahendra Bhishma द्वारा Letter में हिंदी पीडीएफ

Ek-Apreshit-Patra by Mahendra Bhishma in Hindi Novels
मैं एक नन्हा—सा वृक्ष हूँ। इस सुन्दर संसार में आए मुझे कुछेक वर्ष ही हुए हैं। नीले आकाश के नीचे, पर्वतमालाओं की तलहटी में विस्तृत सुरम्य वन के ठीक मध्...