यूँ ही राह चलते चलते - 3 Alka Pramod द्वारा Travel stories में हिंदी पीडीएफ

Yun hi raah chalte chalte by Alka Pramod in Hindi Novels
चाय की चुस्की लेते हुए रजत बोले ’’ अगर तुम मुझे पाँच लाख रुपये दो तो मैं तुम्हें एक सरप्राइज दे सकता हूँ। ‘‘

’’ ये कौन सा सरप्राइज है जिसकी कीमत पा...