काले कोस, अंधेरी रातें - 2 Kavita Sonsi द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Kale kos, andheri raate by Kavita Sonsi in Hindi Novels
काले कोस, अंधेरी रातें (1) ‘महावीर एन्क्लेव’ पहुँचने के बाद मैं जरा ठहरी थी, वहाँ से कई संकरी गलियां मुख्य सड़क से नीचे उतर रही थीं। बेटी को गोद मेँ उठ...