किस्मत - भाग-२ Anil Sainger द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Kismat by Anil Sainger in Hindi Novels
मैं रोज की तरह मेट्रो स्टेशन अभी पहुंचा ही था कि सामने से मेट्रो आती दिखी | मैंने जल्दी से अपने कानों में इयरफोन ठूंसा और ट्रेन का दरवाज़ा खुलते ही डब्...