पॉलिटेक्निक वाले फुट ओवर ब्रिज पर - 3 - अंतिम भाग Pradeep Shrivastava द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Polytechnic wale foot over bridge par by Pradeep Shrivastava in Hindi Novels
फुटओवर ब्रिज पर इधर-उधर टहलते हुए रुहाना को आधा घंटा से ज़्यादा हो चुका था। उसे आते-जाते लोगों में घर जाने की जल्दी साफ दिख रही थी। सात बज गए थे। अंधे...