दीवारें तो साथ हैं - 3 - अंतिम भाग Pradeep Shrivastava द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Diware to sath hai by Pradeep Shrivastava in Hindi Novels
पति को घर से गए कई घंटे हो गए थे। अब बीतता एक-एक क्षण मिसेज माथुर को अखरने लगा था। वैसे भी लंबे समय तक ऊहापोह की स्थिति में रहने के बाद बड़ी मुश्किल से...