झिरी - 2 प्रियंका गुप्ता द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Ziri by प्रियंका गुप्ता in Hindi Novels
चाँद किसी बदमाश बच्चे सा पेड़ की फुनगी पर जा टँगा था...गोल मटोल से चेहरे पर शरारती मुस्कान लिए हुए...जैसे अभी अभी लाद-फाँद कर कमरे में फेंक से दिए गए ब...