पश्चाताप - 2 Meena Pathak द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Pachyatap by Meena Pathak in Hindi Novels
अमिता फूट फूट कर रो रही थी अब उसे अपने किये पर पश्चाताप हो रहा था शायद उसे उन बुजुर्गों की हाय लगी थी जिसे रोता बिलखता वह छोड़ आई थी कितना रोका थ...