कमसिन - 5 Seema Saxena द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Kamsin by Seema Saxena in Hindi Novels
न तौलना, न मापना, न गिनना कभी
हूँ गर्भगृह में समाया
निशब्द, निश्छल, निस्वार्थ, अडिग
पवित्र प्रेम मैं ! !
होस्टल के कमरे में मनु ने हिलाकर उसे जगा...