ख़ब्त - 2 Mangi द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

khabt by Mangi in Hindi Novels
" विजय के बापू मैंने तो आपसे पहले ही कहा था, पर आपकी जिद्द के सामने मेरी चलती कहा है ? अब देख लिया ना, और जोड़ो सड़कछाप बिरादरी वालो से रिस्ता "..... "...