बिल्लो की भीष्म प्रतिज्ञा - 7 Pradeep Shrivastava द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Billo ki Bhishm Pratigya by Pradeep Shrivastava in Hindi Novels
चार घंटे देरी से जब ट्रेन लखनऊ रेलवे स्टेशन पर रुकी तो ग्यारह बज चुके थे। जून की गर्मी अपना रंग दिखा रही थी। ग्यारह बजे ही चिल-चिलाती धूप से आंखें चुं...