पी कहाँ? - 9 Ratan Nath Sarshar द्वारा Fiction Stories में हिंदी पीडीएफ

Pee Kahan by Ratan Nath Sarshar in Hindi Novels
पी कहाँ! पी कहाँ! पी कहाँ! पी कहाँ!; मंगल का दिन और अँधेरी रात, बरसात की रात। दो बज के सत्‍ताईस मिनट हो आए थे। तीन का अमल। सब आराम में। सोता संसार, जा...