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New bites

kattupayas.101947

Where others see limits, Niyas KN sees launchpads.

niyaskn620207

அனைவருக்கும் இனிய சுதந்திர தின நல்வாழ்த்துக்கள்.

kattupayas.101947

*🇮🇳 15 अगस्त मुबारक हो 🇮🇳*
"आज़ादी का असली मज़ा तभी है,
जब हम अपने देश के लिए कुछ अच्छा करें।"
आओ, इस स्वतंत्रता दिवस पर मिलकर संकल्प लें —
*देश पहले, बाकी सब बाद में।*
जय हिंद, जय भारत! ✊❤️


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arkan1905

Celebrating Freedom, Inspiring Unity
This Independence Day,
Let’s Build a Stronger Nation Together
PEACE PATIENCE
FAITH #independence #sasikrishnasamy #india #celebrations #foryou

sasikrishnasamy

गांव की मिट्टी से उठी एक कलम, जिसने रच दिया ‘गांव से ग्लोबल तक’ का सपना!
🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस विशेष में पढ़िए अभिषेक मिश्रा की मार्मिक और जोश से भरी कविता — एक सफर, जो पगडंडी से शुरू होकर अंतरिक्ष की ऊंचाइयों तक जाता है।
📖 अभी पढ़ें और महसूस करें भारत की आत्मा का स्पंदन!

# गांव से ग्लोबल तक
(स्वतंत्रता दिवस 2025 विशेष)

धान की खुशबू, मिट्टी की सौंधी,
पगडंडी का मीठा गान,
बरगद, पीपल, नीम की छाया,
झोंपड़ियों में सपनों का मान।

बैलगाड़ी की धीमी चाल में,
कच्चे आँगन का था सिंगार,
हाट-बाज़ार की चहल-पहल में,
गूँजते थे लोक-पुकार।

पर आई जब गुलामी की आँधी,
सूख गए खेतों के गुलाल,
माँ के आँचल में लहराते सपने,
टूट गए जैसे मिट्टी के लाल।

लाठी, गोली, कोड़े, जंजीरें,
रोटी आधी, भूख का गाँव,
फिर भी भारत–माँ के बेटों ने,
प्राण दिए, पर न झुकाया नाम।

चंपारण में उठी जो आंधी,
नमक सत्याग्रह ज्वाला बनी,
भगत, सुखदेव, आज़ाद की कुर्बानी,
जन-जन की मिसाल बनी।

सुभाष के नाद गगन में गूँजे,
"तुम मुझे ख़ून दो" का गीत,
वीर जवानों के रक्त से फिर,
लाल हुआ भारत का मीत।

15 अगस्त की भोर आई जब,
सूरज ने सोने रंग बिखेरा,
स्वतंत्र ध्वज नभ में लहराया,
पर सफ़र का था लंबा डेरा।

गरीबी, अशिक्षा, भूख, बीमारी,
अब भी थीं राह में काँटे,
पर गाँव के दृढ़ किसानों ने,
पसीने से सोना बिखराते।

हाथ में हल, आँखों में सपना,
गाँव ने मेहनत की मिसाल गढ़ी,
हरित–श्वेत क्रांति की बगिया से,
धरती की किस्मत बदल पड़ी।

शिक्षा की ज्योति जली जब,
ज्ञान की नदियाँ बह निकलीं,
तकनीक के पंख लगे तो,
भारत की ऊँचाइयाँ दिखीं।

आईटी, चंद्रयान, मंगल-यात्रा,
नभ के द्वार खुले यहाँ,
गाँव की मिट्टी का बेटा भी,
विश्व–विजेता बना जहाँ।

अब किसान का बेटा बनता,
वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर,
गाँव की बेटी खोल रही है,
विश्व मंच पर अपना दफ़्तर।

आज तिरंगे की छाँव तले,
हम खड़े हैं दृढ़ संकल्प लिए,
"गांव से ग्लोबल" की यात्रा में,
हर हिंदुस्तानी ने कदम दिए।

आओ इस आज़ादी पर्व पर,
प्रतिज्ञा हम सब फिर दोहराएँ,
गाँव की मिट्टी से जुड़े रहें हम,
पर दुनिया को भी अपनाएँ।

लेखक: अभिषेक मिश्रा 'बलिया'

abhishekmishra9394

If you love witty mysteries with a dash of humor, The World’s Greatest Detective and Her Just Okay Assistant by Liza Tully is a must-read!
Clever, fast-paced, and delightfully sarcastic — it’s the perfect blend of crime-solving and comedy.

rohanbeniwal113677

Those days

rohanbeniwal113677

Good morning friends

kattupayas.101947

Happy Independence 🇮🇳

mitra1622

‘Alvida’ ka matlab khatam hona nahi,

yeh bas ek yaadgar dua hai—

ke humne jo pal saath guzare,

wo hamesha dil mein roshan rahen.

nensivithalani.210365

अगर मैं आज़ादी की बधाई देना भी चाहूँ तो किसे दूँ?



मेरा देश तो आज भी धर्म और मज़हब की लड़ाइयों में फंसा हुआ है

rohittalukdar7180

Na sapne dekh sakte hai
Aur na koi sapne pure ho sakte hai
Log sirf salha denge
Lekin sath koi khada na rahe
Body sirf khidki hai
Lekin use nachate apne kahe jane vale log hai
Kathputli si jindagi lagti hai
Jo bus logo ke ishare pe chalti hai
Saase le ya na le yeh bhi unhi ki marzi hoti hai
Zindagi kab khatam ho jayega pata bhi na chale
Kyunki khubsurat zindagi jo hoti hai vo kabhi jiye hi nahi hai

niti21

*लहू* देकर *तिरंगे* की… *बुलंदी* को *संवारा* है
*फ़रिश्ते* तुम *वतन* के हो… तुम्हें *सजदा* हमारा है


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arkan1905

15 ઓગસ્ટ: ફક્ત ઉજવણી નહીં, એક જવાબદારી પણ

દર વર્ષે 15 ઓગસ્ટની સવારમાં, તિરંગો પવનમાં લહેરાય છે, શાળાઓ, કોલેજો અને સરકારી કચેરીઓમાં રાષ્ટ્રગાન ગુંજે છે, બાળકો મીઠાઈ ખાય છે, અને સોશ્યલ મીડિયા દેશભક્તિભરી પોસ્ટોથી રંગાઈ જાય છે.
પણ શું સ્વતંત્રતા દિવસ ફક્ત એક દિવસની ઉજવણી માટે છે?
કે એ આપણને રોજ જીવવા જેવો સંદેશ આપે છે?

સ્વતંત્રતા – ફક્ત બહારથી નહીં, અંદરથી પણ
1947માં આપણે અંગ્રેજ શાસનમાંથી મુક્તિ મેળવી. પણ આજના યુગમાં કેટલા બધા એવા "બંધનો" છે, જે આપણને અંદરથી બાંધી રાખે છે —

ભ્રષ્ટાચાર
જાતિવાદ
અંધશ્રદ્ધા
અશિક્ષણ
અને નકારાત્મક વિચારધારા
જો આપણું મન, વિચારો અને વ્યવહાર આ બંધનોમાંથી મુક્ત નહીં થાય, તો સાચી સ્વતંત્રતા અધૂરી જ રહેશે.

રાષ્ટ્રને નહીં, પોતાને બદલો
દેશ બદલાય છે જ્યારે લોકો બદલાય છે.
સ્વતંત્રતા દિવસ એ એક અરીસો છે, જે પૂછે છે –
"તું તારા જીવનમાં કેટલો સ્વતંત્ર છે? તે ડર, આળસ, અને જૂની ખોટી ટેવોમાંથી છૂટકારો મેળવ્યો છે કે નહીં?"

જો આપણે રોજિંદા જીવનમાં

સત્ય બોલવું,
મહેનત કરવી,
બીજાના હક્કનું માન રાખવુ
જેવા આદર્શોને અપનાવીએ, તો 15 ઓગસ્ટ ફક્ત કેલેન્ડરનો દિવસ નહીં, પરંતુ જીવવાનો રસ્તો બની જશે.
યુવાનો માટે સંદેશ
યુવાનો આજે સોશિયલ મીડિયા, ટેક્નોલોજી અને વૈશ્વિક તકોથી ભરેલા યુગમાં જીવે છે. તમારી અંદરની ઊર્જા દેશના ભવિષ્યનું નિર્માણ કરી શકે છે.
આજના સમયમાં સૈનિક સરહદ પર લડે છે, પરંતુ તમે શિક્ષણ, વિજ્ઞાન, કળા અને ઈમાનદારીથી દેશને મજબૂત બનાવી શકો છો.

આજથી એક પ્રતિજ્ઞા
આ 15 ઓગસ્ટે ફક્ત તિરંગાને સલામી આપો એટલું નહીં, પરંતુ એક પ્રતિજ્ઞા લો —

હું મારી ફરજ ઈમાનદારીથી નિભાવું છું.
હું મારા શહેર અને ગામને સ્વચ્છ રાખીશ.
હું બીજાની મદદ કરવા તૈયાર રહીશ.
હું પોતાને સુધારી દેશને સુધારવામાં યોગદાન આપીશ.
સાચી દેશભક્તિ એ છે કે જ્યારે કોઈ જોઈ રહ્યું ના હોય, ત્યારે પણ તમે સત્ય અને ન્યાયના માર્ગે ચાલો.

“સ્વતંત્રતા ફક્ત મેળવવાની નથી, એને રોજ જીવી લેવાની છે.”
આ વર્ષે 15 ઓગસ્ટ પર ફક્ત ઉજવણી નહીં, બદલાવની શરૂઆત કરીએ.

Kartikkumar Vaishnav

kartikvaishnav123gma

अब ये कलम न मोहब्बत लिखेगी न इश्क लिखेगी
अब आंखों से दिल से दर्द हमदर्द के झूठे किस्से लिखेगी

rohittalukdar7180

"सपनों को सजाया, मगर हक़ीक़त ने तोड़ा।" "हर मोड़ पे मिला सिर्फ़ इक तन्हा चेहरा जिस हर पल साथ छोड़ा।"

rohittalukdar7180

झूठ की दुनिया जी रहे है हम
इस ऑनलाइन वाली मोहब्बत में
वो टाइम पास वाले लोग ही सही है
इस ऑनलाइन वालों के लिए तो
दो चार दिन का प्यार वही सही है
हम जैसों का तो साल भर का प्यार भी धोखा दे देता हैं
lotus 🪷

rohittalukdar7180

धूमकेतू चैप्टर 4 रिलीज हो चुका है, अजय की जिंदगी में एक नया मोड इस भाग में आयेगा, तो जल्दी जाकर रीड करें इस चैप्टर को और अपनी राय और कहानी को रेटिंग्स देना ना भूले

https://www.matrubharti.com/book/19979406/dhumketu-4

mayurpokale921810

📖 कहानी की शुरुआत

यह कहानी है एक लड़के रॉबर्ट की, जो हवाई (Hawaii) में पला-बढ़ा। उसके दो पिता थे — एक उसके असली पिता (Poor Dad) और दूसरा उसके सबसे अच्छे दोस्त माइक का पिता (Rich Dad)।

Poor Dad – पढ़ाई में बहुत तेज, अच्छी सरकारी नौकरी, ऊँची डिग्री, लेकिन महीने की सैलरी खत्म होते ही जेब खाली। सोच: “पढ़ाई करो, नौकरी लो, सुरक्षित जिंदगी जियो।”

Rich Dad – औपचारिक शिक्षा कम, लेकिन बिजनेस और पैसे का गहरा ज्ञान। सोच: “पैसे को अपने लिए काम करवाओ, Assets बनाओ।”


रॉबर्ट दोनों के बीच का फर्क देखकर हैरान था। एक पढ़ा-लिखा और सम्मानित, फिर भी पैसों के मामले में संघर्षरत। दूसरा कम पढ़ा-लिखा, फिर भी अमीर और सफल।


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पहला सबक – पैसे के लिए मत काम करो

एक दिन रॉबर्ट और माइक ने Rich Dad से कहा:

> “हम अमीर बनना चाहते हैं, हमें सिखाइए।”



Rich Dad ने मुस्कुराते हुए कहा:

> “ठीक है, मेरी दुकान में काम करो — लेकिन बहुत कम वेतन पर।”



दोनों लड़के काम करने लगे, लेकिन जल्दी ही शिकायत करने लगे:

> “ये तो शोषण है! हमें ज्यादा पैसे चाहिए।”



Rich Dad ने समझाया:

> “यही तो फर्क है गरीब और अमीर सोच में। गरीब और मध्यम वर्ग के लोग पैसे के लिए काम करते हैं, लेकिन अमीर लोग ऐसे अवसर ढूँढते हैं जिससे पैसा उनके लिए काम करे। सैलरी के जाल में मत फँसो।”



यह बात रॉबर्ट के दिल में उतर गई — "पैसे के लिए काम मत करो, पैसे को अपने लिए काम करवाओ।"


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दूसरा सबक – वित्तीय शिक्षा लो

Rich Dad ने रॉबर्ट को एक कागज़ पर दो कॉलम बनाने को कहा:

Assets (संपत्ति) – जो जेब में पैसा डालें

Liabilities (दायित्व) – जो जेब से पैसा निकालें


फिर कहा:

> “अमीर लोग Assets खरीदते हैं, गरीब लोग Liabilities को Assets समझकर खरीद लेते हैं।”



उदाहरण:

किराये का घर – Asset (क्योंकि किराया आता है)

EMI पर लिया घर – Liability (क्योंकि किस्त जाती है)


Poor Dad की सोच थी – “अपना घर सबसे अच्छा निवेश है।”
Rich Dad की सोच थी – “अपना घर तब तक Asset नहीं जब तक वह आपके जेब में पैसा न डाल दे।”


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तीसरा सबक – बिजनेस बनाओ, नौकरी के भरोसे मत रहो

Poor Dad कहते थे – “अच्छी नौकरी लो।”
Rich Dad कहते थे – “अपना खुद का बिजनेस बनाओ, और साइड में Assets बढ़ाओ।”

रॉबर्ट ने समझा:

नौकरी से Active Income आती है (जब तक काम कर रहे हो)

बिजनेस और निवेश से Passive Income आती है (बिना काम के भी)



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चौथा सबक – टैक्स और कंपनियों का खेल

Rich Dad ने टैक्स के बारे में सिखाया:

सैलरी पाने वाला पहले टैक्स देता है, फिर बची रकम खर्च करता है।

बिजनेस मालिक पहले खर्च करता है, फिर जो बचा उस पर टैक्स देता है।


कंपनी बनाकर:

टैक्स कम हो सकता है

संपत्ति सुरक्षित रखी जा सकती है

कानूनी सुरक्षा मिलती है



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पाँचवाँ सबक – अवसर पहचानो

Poor Dad अक्सर कहते थे – “मैं यह नहीं कर सकता।”
Rich Dad कहते थे – “मैं इसे कैसे कर सकता हूँ?”

अमीर लोग समस्याओं को अवसर में बदलते हैं।
रॉबर्ट ने सीखा कि डर और लालच दोनों को कंट्रोल करना जरूरी है:

डर: पैसे की कमी का डर लोगों को नौकरी में बाँध देता है

लालच: ज्यादा चाहत उन्हें खर्चीला बना देती है



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छठा सबक – सीखने के लिए काम करो

Rich Dad ने कहा:

> “अगर अमीर बनना चाहते हो, तो सिर्फ पैसे के लिए काम मत करो, बल्कि कौशल (Skills) सीखो।”



रॉबर्ट ने सेल्स, मार्केटिंग, पब्लिक स्पीकिंग, अकाउंटिंग, और निवेश की ट्रेनिंग ली।
Poor Dad कहते – “ये सब काम मेरे स्तर के नीचे हैं।”
Rich Dad कहते – “हर अनुभव तुम्हें और अमीर बनाएगा।”


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सातवाँ सबक – Action लो

रॉबर्ट ने महसूस किया कि:

ज्यादातर लोग सोचते हैं, लेकिन करते नहीं।

अमीर बनने के लिए सीखना, प्रयोग करना और असफलताओं से न डरना जरूरी है।


Rich Dad का मंत्र:

> “बड़ा सोचो, छोटे से शुरू करो, लेकिन शुरू ज़रूर करो।”




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अमीर बनने के 10 कदम – Rich Dad की गाइड

1. अपने सपने को तय करो।


2. बड़ा लक्ष्य रखो।


3. वित्तीय ज्ञान बढ़ाओ।


4. खर्चों पर नियंत्रण रखो।


5. Assets में निवेश करो।


6. सही लोगों के साथ रहो।


7. छोटे से शुरू करो, धीरे-धीरे बढ़ाओ।


8. बाजार और अर्थव्यवस्था को समझो।


9. टेक्नोलॉजी और नए अवसर अपनाओ।


10. सीखना कभी बंद मत करो।




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कहानी का निष्कर्ष

रॉबर्ट के जीवन में दोनों पिताओं का गहरा प्रभाव रहा:

Poor Dad ने उसे शिक्षा, मेहनत, और ईमानदारी सिखाई।

Rich Dad ने उसे वित्तीय शिक्षा, निवेश, और अमीर बनने की सोच दी।


आखिर में रॉबर्ट ने समझा:

> “पैसा सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि सही सोच, वित्तीय शिक्षा और समझदारी से बनता है।”

rajukumarchaudhary502010

📖 पुस्तक का परिचय

लेखक: रॉबर्ट कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki)

प्रकाशन वर्ष: 1997

शैली: Personal Finance / Self-help

मुख्य विषय: पैसे का सही उपयोग, अमीर बनने की सोच, वित्तीय स्वतंत्रता, निवेश


यह किताब रॉबर्ट कियोसाकी के जीवन के दो “पिताओं” की कहानी पर आधारित है:

1. Poor Dad (गरीब पिता) – उनके असली पिता, एक highly educated लेकिन financial ज्ञान में कमजोर व्यक्ति। सरकारी नौकरी करते थे और पारंपरिक सोच रखते थे – "पढ़ाई करो, नौकरी पाओ, और सुरक्षित जिंदगी जियो।"


2. Rich Dad (अमीर पिता) – उनके दोस्त माइक के पिता, जिनकी औपचारिक शिक्षा कम थी लेकिन पैसे को समझने और उसे बढ़ाने की कला थी। उन्होंने रॉबर्ट को व्यवसाय और निवेश के बारे में सिखाया।



रॉबर्ट ने दोनों पिताओं से अलग-अलग सोच और आदतें सीखी, और उनकी तुलना से यह किताब तैयार हुई।


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1. अमीर और गरीब सोच का अंतर

लेखक बताते हैं कि अमीर और गरीब के बीच सबसे बड़ा फर्क सोच और पैसे को देखने का नजरिया है।

गरीब पिता कहते थे:

“अच्छी पढ़ाई करो, अच्छी नौकरी लो।”

पैसे के लिए काम करो।

कर्ज से दूर रहो।

जोखिम से बचो।


अमीर पिता कहते थे:

“पैसे को अपने लिए काम कराओ।”

व्यवसाय और निवेश सीखो।

संपत्ति (Assets) बढ़ाओ, देनदारियाँ (Liabilities) कम करो।

वित्तीय शिक्षा लो, सिर्फ डिग्री नहीं।




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2. पैसे के लिए काम मत करो – पैसे को आपके लिए काम करने दो

जब रॉबर्ट और माइक ने Rich Dad से पैसे कमाने का तरीका सीखने की इच्छा जताई, तो उन्होंने उन्हें एक दुकान में कम वेतन पर काम कराया।

शुरुआत में वे शिकायत करने लगे, लेकिन Rich Dad ने समझाया कि असली शिक्षा पैसे के लिए काम करने में नहीं, बल्कि पैसा कमाने के नए तरीके ढूँढने में है।

ज्यादातर लोग "सैलरी" के जाल में फँस जाते हैं और कभी आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो पाते।



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3. वित्तीय शिक्षा का महत्व

स्कूल हमें पैसे कमाने के तरीकों की बजाय नौकरी के लिए पढ़ाते हैं। लेकिन:

वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) जरूरी है, जिसमें शामिल है:

Income Statement (आय विवरण)

Balance Sheet (बैलेंस शीट)

Assets और Liabilities का फर्क समझना



Asset vs Liability

Asset (संपत्ति): जो आपकी जेब में पैसा डालता है (जैसे – निवेश, किराये की संपत्ति, स्टॉक्स, बिजनेस)

Liability (दायित्व): जो आपकी जेब से पैसा निकालता है (जैसे – महंगी कार, घर का EMI, क्रेडिट कार्ड का कर्ज)


सीख: अमीर लोग पहले Assets खरीदते हैं, गरीब लोग Liabilities को Assets समझकर खरीदते हैं।


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4. अपना खुद का व्यवसाय बनाओ

Rich Dad सिखाते हैं कि:

नौकरी करते समय भी अपना Asset बनाते रहो।

सिर्फ "Income" पर निर्भर मत रहो, बल्कि "Passive Income" (बिना मेहनत का पैसा) के स्रोत तैयार करो।

बिजनेस और निवेश के बारे में सीखो, भले ही शुरुआत में असफल हो जाओ।



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5. टैक्स और कंपनियों का खेल समझो

अमीर लोग कंपनियों का उपयोग करके:

टैक्स कम करते हैं (क्योंकि कंपनी के खर्च पहले घटाए जाते हैं, फिर टैक्स लगता है)

संपत्ति सुरक्षित रखते हैं

कानूनी लाभ उठाते हैं


उदाहरण:

सैलरी पाने वाला पहले टैक्स देता है, फिर जो बचा उसमें खर्च करता है।

बिजनेस मालिक पहले खर्च करता है, फिर बची रकम पर टैक्स देता है।



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6. अमीर लोग अवसर बनाते हैं

गरीब लोग अक्सर "मैं नहीं कर सकता" सोचते हैं।

अमीर लोग सोचते हैं, "मैं इसे कैसे कर सकता हूँ?"

पैसा बनाने के लिए रचनात्मक सोच और साहस चाहिए।

असफलता से डरने के बजाय, उससे सीखना जरूरी है।



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7. सीखने के लिए काम करो, पैसे के लिए नहीं

Rich Dad ने रॉबर्ट को अलग-अलग काम सीखने के लिए प्रेरित किया:

मार्केटिंग, सेल्स, कम्युनिकेशन, अकाउंटिंग, निवेश आदि।

नौकरी को सीखने का अवसर मानो, न कि सिर्फ कमाई का जरिया।



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8. डर और लालच का चक्र

डर (Fear): पैसे की कमी का डर लोगों को सिर्फ सैलरी वाली नौकरी तक सीमित रखता है।

लालच (Greed): ज्यादा चाहत उन्हें खर्चीला बना देती है।

अमीर लोग इस चक्र से बाहर निकलने के लिए वित्तीय ज्ञान का उपयोग करते हैं।



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9. एक्शन लो – सिर्फ सोचो मत

ज्यादातर लोग "Knowledge" तो रखते हैं लेकिन "Action" नहीं लेते।

अमीर बनने के लिए अभ्यास, असफलता, और लगातार सीखना जरूरी है।



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10. अमीर बनने के 10 कदम (Rich Dad के अनुसार)

1. आर्थिक स्वतंत्रता का सपना तय करो।


2. बड़ा लक्ष्य रखो।


3. वित्तीय शिक्षा लो।


4. खर्चों पर नियंत्रण रखो।


5. Assets में निवेश करो।


6. खुद को अच्छे लोगों से घेरो।


7. छोटे से शुरू करो, धीरे-धीरे बढ़ाओ।


8. बाजार और अर्थव्यवस्था को समझो।


9. टेक्नोलॉजी और नए अवसर अपनाओ।


10. कभी सीखना बंद मत करो।




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पुस्तक से मुख्य सीख

पैसों के लिए काम मत करो, पैसे को आपके लिए काम करने दो।

Asset और Liability का फर्क समझो और Asset बढ़ाओ।

वित्तीय शिक्षा सबसे जरूरी है।

जोखिम लेने और असफलता से डरने के बजाय, उससे सीखो।

Passive Income के स्रोत बनाओ।

टैक्स और कानूनी नियमों को अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करो।



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निष्कर्ष

"Rich Dad Poor Dad" सिर्फ अमीर बनने की गाइड नहीं, बल्कि सोच बदलने की किताब है।
यह हमें बताती है कि पैसा सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि सही वित्तीय ज्ञान और समझदारी भरे फैसलों से बनता है।

अगर आप आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना चाहते हैं, तो:

अपनी वित्तीय शिक्षा में निवेश करें

Assets बढ़ाएँ, Liabilities घटाएँ

और सबसे जरूरी – Action लें

📖 कहानी की शुरुआत

यह कहानी है एक लड़के रॉबर्ट की, जो हवाई (Hawaii) में पला-बढ़ा। उसके दो पिता थे — एक उसके असली पिता (Poor Dad) और दूसरा उसके सबसे अच्छे दोस्त माइक का पिता (Rich Dad)।

Poor Dad – पढ़ाई में बहुत तेज, अच्छी सरकारी नौकरी, ऊँची डिग्री, लेकिन महीने की सैलरी खत्म होते ही जेब खाली। सोच: “पढ़ाई करो, नौकरी लो, सुरक्षित जिंदगी जियो।”

Rich Dad – औपचारिक शिक्षा कम, लेकिन बिजनेस और पैसे का गहरा ज्ञान। सोच: “पैसे को अपने लिए काम करवाओ, Assets बनाओ।”


रॉबर्ट दोनों के बीच का फर्क देखकर हैरान था। एक पढ़ा-लिखा और सम्मानित, फिर भी पैसों के मामले में संघर्षरत। दूसरा कम पढ़ा-लिखा, फिर भी अमीर और सफल।


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पहला सबक – पैसे के लिए मत काम करो

एक दिन रॉबर्ट और माइक ने Rich Dad से कहा:

> “हम अमीर बनना चाहते हैं, हमें सिखाइए।”



Rich Dad ने मुस्कुराते हुए कहा:

> “ठीक है, मेरी दुकान में काम करो — लेकिन बहुत कम वेतन पर।”



दोनों लड़के काम करने लगे, लेकिन जल्दी ही शिकायत करने लगे:

> “ये तो शोषण है! हमें ज्यादा पैसे चाहिए।”



Rich Dad ने समझाया:

> “यही तो फर्क है गरीब और अमीर सोच में। गरीब और मध्यम वर्ग के लोग पैसे के लिए काम करते हैं, लेकिन अमीर लोग ऐसे अवसर ढूँढते हैं जिससे पैसा उनके लिए काम करे। सैलरी के जाल में मत फँसो।”



यह बात रॉबर्ट के दिल में उतर गई — "पैसे के लिए काम मत करो, पैसे को अपने लिए काम करवाओ।"


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दूसरा सबक – वित्तीय शिक्षा लो

Rich Dad ने रॉबर्ट को एक कागज़ पर दो कॉलम बनाने को कहा:

Assets (संपत्ति) – जो जेब में पैसा डालें

Liabilities (दायित्व) – जो जेब से पैसा निकालें


फिर कहा:

> “अमीर लोग Assets खरीदते हैं, गरीब लोग Liabilities को Assets समझकर खरीद लेते हैं।”



उदाहरण:

किराये का घर – Asset (क्योंकि किराया आता है)

EMI पर लिया घर – Liability (क्योंकि किस्त जाती है)


Poor Dad की सोच थी – “अपना घर सबसे अच्छा निवेश है।”
Rich Dad की सोच थी – “अपना घर तब तक Asset नहीं जब तक वह आपके जेब में पैसा न डाल दे।”


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तीसरा सबक – बिजनेस बनाओ, नौकरी के भरोसे मत रहो

Poor Dad कहते थे – “अच्छी नौकरी लो।”
Rich Dad कहते थे – “अपना खुद का बिजनेस बनाओ, और साइड में Assets बढ़ाओ।”

रॉबर्ट ने समझा:

नौकरी से Active Income आती है (जब तक काम कर रहे हो)

बिजनेस और निवेश से Passive Income आती है (बिना काम के भी)



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चौथा सबक – टैक्स और कंपनियों का खेल

Rich Dad ने टैक्स के बारे में सिखाया:

सैलरी पाने वाला पहले टैक्स देता है, फिर बची रकम खर्च करता है।

बिजनेस मालिक पहले खर्च करता है, फिर जो बचा उस पर टैक्स देता है।


कंपनी बनाकर:

टैक्स कम हो सकता है

संपत्ति सुरक्षित रखी जा सकती है

कानूनी सुरक्षा मिलती है



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पाँचवाँ सबक – अवसर पहचानो

Poor Dad अक्सर कहते थे – “मैं यह नहीं कर सकता।”
Rich Dad कहते थे – “मैं इसे कैसे कर सकता हूँ?”

अमीर लोग समस्याओं को अवसर में बदलते हैं।
रॉबर्ट ने सीखा कि डर और लालच दोनों को कंट्रोल करना जरूरी है:

डर: पैसे की कमी का डर लोगों को नौकरी में बाँध देता है

लालच: ज्यादा चाहत उन्हें खर्चीला बना देती है



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छठा सबक – सीखने के लिए काम करो

Rich Dad ने कहा:

> “अगर अमीर बनना चाहते हो, तो सिर्फ पैसे के लिए काम मत करो, बल्कि कौशल (Skills) सीखो।”



रॉबर्ट ने सेल्स, मार्केटिंग, पब्लिक स्पीकिंग, अकाउंटिंग, और निवेश की ट्रेनिंग ली।
Poor Dad कहते – “ये सब काम मेरे स्तर के नीचे हैं।”
Rich Dad कहते – “हर अनुभव तुम्हें और अमीर बनाएगा।”


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सातवाँ सबक – Action लो

रॉबर्ट ने महसूस किया कि:

ज्यादातर लोग सोचते हैं, लेकिन करते नहीं।

अमीर बनने के लिए सीखना, प्रयोग करना और असफलताओं से न डरना जरूरी है।


Rich Dad का मंत्र:

> “बड़ा सोचो, छोटे से शुरू करो, लेकिन शुरू ज़रूर करो।”




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अमीर बनने के 10 कदम – Rich Dad की गाइड

1. अपने सपने को तय करो।


2. बड़ा लक्ष्य रखो।


3. वित्तीय ज्ञान बढ़ाओ।


4. खर्चों पर नियंत्रण रखो।


5. Assets में निवेश करो।


6. सही लोगों के साथ रहो।


7. छोटे से शुरू करो, धीरे-धीरे बढ़ाओ।


8. बाजार और अर्थव्यवस्था को समझो।


9. टेक्नोलॉजी और नए अवसर अपनाओ।


10. सीखना कभी बंद मत करो।




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कहानी का निष्कर्ष

रॉबर्ट के जीवन में दोनों पिताओं का गहरा प्रभाव रहा:

Poor Dad ने उसे शिक्षा, मेहनत, और ईमानदारी सिखाई।

Rich Dad ने उसे वित्तीय शिक्षा, निवेश, और अमीर बनने की सोच दी।


आखिर में रॉबर्ट ने समझा:

> “पैसा सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि सही सोच, वित्तीय शिक्षा और समझदारी से बनता है।”

rajukumarchaudhary502010

मेरी पहली कोशिश , कुछ अलग लिखने की ।
मैने जीवन के संघर्ष को युद्ध से जोड़ा है ,
आप एक बार जरूर पढ़ें ।

arunjhorar

Goodnight friends

kattupayas.101947

"सुपर लेखक अवॉर्ड-10💜🤘BTS Family forever's 🤘💜", को मातृभारती पर पढ़ें :,

https://www.matrubharti.com

kajalsahu231963