zeba Praveen Books | Novel | Stories download free pdf

ले चल वहां - पार्ट 2

by zeba praveen
  • 1.9k

एक सप्ताह बाद "अरे सुमैया, देख मुसकान अभी तक जगी के नहीं, इतना वक्त हो गया है अभी तक ...

ले चल वहां - पार्ट 1

by zeba praveen
  • 5k

कश्मीर की वादियों में बसा एक छोटा सा जिला कुलगाम जहां की रहने वाली थी मुस्कान, जिसके नाम में ...

Luck by chance again !! - 7

by zeba praveen
  • 3.3k

(राजवीर और बेला को एक साथ देख कर गौरी का दिल भर आया था, वह रात भर रोती रही ...

Luck by chance again !! - 6

by zeba praveen
  • 3.4k

(जिस तरह गौरी का घर शादी के माहौल में जगमगाया हुआ था वैसा राजवीर का घर बिलकुल ना था, ...

Luck by chance again !! - 5

by zeba praveen
  • 3.6k

बेला राजवीर की गर्लफ्रेंड थी, उसको जब पता चला राजवीर शादी कर रहा हैं तो वो फ़ौरन ऑस्ट्रेलिया से ...

Luck by chance again !! - 4

by zeba praveen
  • 5.1k

प्रोग्राम ख़त्म होने के बाद गौरी घर चली गयी, उसके दिमाग़ में बार-बार राजवीर की वो स्पीच याद आ ...

Luck by chance again !! - 3

by zeba praveen
  • 6.5k

राजवीर के पापा के गुज़र जाने के बाद उसके सबसे करीब कोई था तो वह था उसके पापा का ...

Luck by chance again !! - 2

by zeba praveen
  • 5.9k

गौरी दोपहर में बच्चो को पढ़ा कर वापस घर लौट रही थी, अनाथालय से उसका घर लगभग दो किलो ...

Luck by chance again !! - 1

by zeba praveen
  • 7.1k

कहते हैं किस्मत ऐसी चीज़ हैं जिसे हर रोज़ खुद ही लिखना पड़ता हैं, खुद की मेहनत से उसे ...

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा.......

by zeba praveen
  • 33.8k

पहली बार वह मुझे तब दिखी थी जब वो पौधों में पानी डालने आयी थी, उसके होंटो पर हँसी ...