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में और मेरे अहसास - 114

by Darshita Babubhai Shah

क़ायनात में दिलों से नफ़रतों को मिटाते चलो l प्यार मोहब्बत के धर धर दिये जलाते चलो ll ...

आखेट महल - 5 - 1

by Prabodh Kumar Govil

पाँचपुलिस का आखेट महल रोड के पेट्रोल पम्प पर तैनात सिपाही उस रात गौरांबर को कोठी में घुसने की ...

My Passionate Hubby - 3

by Asha Sahu
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ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –Kaynat को इस तरह हंसते देख कर राजू काका ...

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ३१

by RACHNA ROY
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माया ने कहा देखा भाई तीन महीने कैसे बीत गए और छोटू भी तीन महीने का हो गया।विक्की ने ...

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ३०

by RACHNA ROY
  • 663

फिर दोनों स्टेज पर पहुंच गए और फिर माया ने दोनों को अंगुठी दे दिया और फिर दोनों ही ...

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - २९

by RACHNA ROY
  • 819

आज दो साल बीत गए सारा अब धीरे धीरे सब कुछ सिखने और समझने लगीं थीं और वो विक्की ...

बैरी पिया.... - 55

by Wishing Bell

अब तक : वाणी जी ने उसके सिर पर हाथ फेरा तो शिविका बोली " मैं संयम की जिंदगी ...

My Devil Hubby Rebirth Love - 52

by Nawab Zhera

अब आगेवाइफी तुम्हारा रोना रूही गुस्से में चिल्लाई झूठ बोल रहे हो तुम तुम्हें अच्छा लगता है मुझे रुला ...

चक्र - 10

by अशोक असफल
  • 3.1k

मैं जाग चुका था, और फिर वह भी जागी तो नहा-धोकर वहां पहुंचे, जहां के लिए आये थे। मित्र ...

बुजुर्गो का आशिष - 9

by Ashish
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पटारा खुलते ही नसीब खुल गया... जब पटारे मैं रखी गई हर कहानी मैं सिख मिलती हैँ क्योंकि वो ...

शून्य से शून्य तक - भाग 39

by Pranava Bharti

39=== डॉ.सहगल के परिवार के साथ हुई इस दुर्घटना को लगभग अब एक माह हो गया था | दीना ...

शून्य से शून्य तक - भाग 38

by Pranava Bharti
  • 351

38=== यह सब लिखते-लिखते आशी फूट-फूटकर रोने लगी थी | हर दिन इस समय वह या तो बाहर लॉबी ...

शून्य से शून्य तक - भाग 37

by Pranava Bharti
  • 573

37==== अपने अतीत में विचरते हुए पूरी घटना को चित्रित करते हुए आशी के हाथ काँपने लगे | कैसा ...

मोमल : डायरी की गहराई - 35

by Aisha Naz
  • 513

पिछले भाग में हम ने देखा कि अब्राहम और मोमल फीलिक्स को लेकर गुरु जी के पास गए थे। ...

पथरीले कंटीले रास्ते - 24

by Sneh Goswami
  • 717

24 जेल के उस मुलाकात के कमरे में बग्गा सिंह अपने बेटे के साथ दुख सुख बाँट रहा ...

स्वयंवधू - 26

by N Vaishali Rao
  • 378

उस रात सभी लोग भूखे पेट सोये, लेकिन उनके पास हज़म करने के लिए बहुत सारी चीजें थीं। बम, ...

खामोश चाहतें - पार्ट 3

by R. B. Chavda
  • 477

रात का सन्नाटा हमेशा एक अजीब सा सुकून लेकर आता है। जैसे पूरी दुनिया ठहर गई हो, और सिर्फ ...

डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 74

by Saloni Agarwal
  • 702

अब आगे,जब राजवीर ने कहा कि रूही ने उस के दिमाग में अपनी एक अलग सी जगह बना ली ...

You Are My Choice - 34

by Hetvi Patel
  • 390

जैसे ही रॉनित अपने होटल रूम से बाहर निकला तो उसने समाने खड़ी राखी को देखा। राखी ऑफिस में ...

मंजिले - भाग 1

by Neeraj Sharma
  • 759

(1) -----लम्बी कहानी एपिसोड टाइप ------ ----- मंजिले ----- ...

डॉक्टर ने दिया नया जीवन

by दिनेश कुमार
  • 930

डॉक्टर ने दिया नया जीवनएक डॉक्टर बहुत ही होशियार थे ।उनके बारे में यह कहा जाता था कि वह ...

शायराना फिज़ा... 1 - कुछ अनकहे ज़ज्बात

by Utpal Tomar
  • 7.5k

रहने दे मोहब्बत में डूबने को, ऐ परिंदे आसमाँ के...ये दरिया है नादान, बेमौत मारा जाएगा || ~ याद ...

सरकारी समाचार जलेबी जेसे

by Review wala
  • 297

सरकारी समाचार खुशी देते हैं( जलेबी जैसे टेढ़े मेढे समाचार,मीठे भी)आज पूरे देश मे सूर्य खिला हुआ है,बारिश के ...

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 7

by Tripti Singh
  • 1.1k

त्रिवेणी का फोन एक बार फिर बज उठा जब उसने देखा तो उस पर "बुआ जी" फ्लैश हो रहा ...

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 6

by Tripti Singh
  • 1.6k

एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ...

My Passionate Hubby - 2

by Asha Sahu
  • 501

मेरे सर पर रखना…बाबा तू अपना हाथ…!सुख हो या चाहे दुख हो…तू हर पल रहना बस मेरे साथ…!!//हर हर ...

Revenge by Cruel Husband - 1

by starwriter
  • 3.2k

चित्रांगदा शर्मा - उम्र 20 साल, बड़ी-बड़ी आँखें, कंधे तक बाल, गुलाबी होंठ, ऊंचाई 5 फीट 3 इंच। रंग ...

मैं, तुम और हमारी कहानियाँ

by दिनेश कुमार
  • 396

सबसे समर्थ और सबसे सच्चा साथीएक छोटे से गाँव में एक व्यक्ति रहता था स्वभाव से थोड़ा कमजोर और ...

सपनों की राख

by Mr Hussain
  • 594

सपनों की राखएक ऐसी मार्मिक कहानी है, जो अंजलि की टूटे सपनों और समाज की रूढ़िवादी सोच के बीच ...

जरूरी था - 2

by Komal Mehta
  • 423

जरूरी था तेरा गिरना भी,गिरके उठना भी,जिंदगी के मुकाम को ,हासिल करना भी।जब तुम टूट जाते हो पूरी तरह ...