Best Classic Stories in English, Hindi, Gujarati and Marathi Language

ગામડા નો શિયાળો

by Mansi
  • 276

કેમ છો મિત્રો મજા માં ને , હું લય ને આવી છું નવી વાર્તા કે ગામડા માં શિયાળા નો ...

आखेट महल - 5 - 2

by Prabodh Kumar Govil
  • 621

उसने युवक को यह भी बता दिया कि कोठी से भागने के पहले रात को वहाँ क्या हुआ था ...

तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग)

by Pruthvi Gohel
  • 309

प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की रोशनी वापस आने से मैं उस दिन बहुत ही ...

द्वारावती - 73

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 279

73नदी के प्रवाह में बहता हुआ उत्सव किसी अज्ञात स्थल पर पहुँच गया। चारों दिशाओं में घना जंगल था। ...

आखेट महल - 5 - 1

by Prabodh Kumar Govil
  • 726

पाँचपुलिस का आखेट महल रोड के पेट्रोल पम्प पर तैनात सिपाही उस रात गौरांबर को कोठी में घुसने की ...

द्वारावती - 72

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 345

72दोनों ने अदृश्य ध्वनि की आज्ञा का पालन किया। जिस बिंदु पर दोनों ने दृष्टि रखी वहाँ दृश्य दिखाई ...

तमस ज्योति - 59

by Pruthvi Gohel
  • 420

प्रकरण - ५९मुझे अब ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। मैं ऑपरेशन थियेटर में कुछ भी नहीं देख सकता ...

छोटे-छोटे प्रयास

by दिनेश कुमार
  • 564

1. किसान की सीखएक बार बादलों की हड़ताल हो गई बादलों ने कहा अगले दस साल पानी नहीं बरसायेंगे। ...

જીવન ચોર...ભાગ ૧ ( ભૂખ)

by yash shah
  • 1.1k

ભાગ ૧ : ભૂખમહાદેવી શેઠાણી: એ પકડો એને... પકડો.. મારા લાખો રૂપિયાનો હાર લઈ ને ભાગ્યો .. પકડો...( આસપાસ ...

द्वारावती - 71

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 399

71संध्या आरती सम्पन्न कर जब गुल लौटी तो उत्सव आ चुका था। गुल की प्रतीक्षा कर रहा था।“गुल, मुझे ...

आखेट महल - 4

by Prabodh Kumar Govil
  • 507

चारगौरांबर को आज तीसरा दिन था इसी तरह से भटकते हुए। वह रात को सोने के लिए कभी रेलवे ...

तमस ज्योति - 58

by Pruthvi Gohel
  • 531

प्रकरण - ५८जैसे ही मैंने फातिमा के कदमों की आहट सुनी, मैंने फातिमा को अपने पास बुलाया और कहा, ...

द्वारावती - 70

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 507

70लौटकर दोनों समुद्र तट पर आ गए। समुद्र का बर्ताव कुछ भिन्न दृष्टिगोचर हो रहा था। बालक की भाँति ...

तमस ज्योति - 57

by Pruthvi Gohel
  • 573

प्रकरण - ५७दिवाली का त्यौहार आया,ढेर सारी खुशियाँ लेकर आया।नई उम्मीदें लेकर आया,तिमिरपंथ पे ज्योति लेकर आया।अब दिवाली का ...

आखेट महल - 3

by Prabodh Kumar Govil
  • 618

तीनआखेट महल के चारों ओर के परकोटे के जिस तरफ बड़े तालाब की खुदाई का काम चल रहा था, ...

तमस ज्योति - 56

by Pruthvi Gohel
  • 507

प्रकरण - ५६वक्त कहां बीत जाता है, कुछ पता ही नहीं चलता। देखते ही देखते तो दिवाली का समय ...

द्वारावती - 69

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 438

69 ...

For the Sake of Love - 4

by Syahi
  • 393

But before I could think further, I could not be late and the clock already struck 9, the morning ...

आखेट महल - 2

by Prabodh Kumar Govil
  • 747

दोनयी कोठी पर आज सुबह से ही गहमा-गहमी थी। इस कोठी को आबाद हुए साल भर होने को आया ...

The Rise of Luna Nightingale

by Asavela Prince
  • 276

*The Rise of Luna Nightingale*Luna Nightingale was just another face in the crowd, working multiple part-time jobs to make ...

द्वारावती - 67 - 68

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 540

67महादेव की संध्या आरती से जब गुल लौटी तब उत्सव तट पर खड़ा था। उसने गुल को निहारा। गुल ...

तमस ज्योति - 55

by Pruthvi Gohel
  • 555

प्रकरण - ५५दर्शिनी और समीर की सगाई तय करने के बाद, जब सभी लोग अपने-अपने काम पर चले गए ...

भुलाये न बने

by श्रीराम विनायक काळे
  • 849

भुलाये न बने ....... १९७0/८0 चे दशक म्हणजे ऑर्केस्ट्रांची चलतीअसलेला काळ! बाबला , महेश कुमार, प्रमिला दातारयांचे ऑर्केस्ट्रा कायम ...

You, Me and Desert - 21 (Last Part)

by Prabodh Kumar Govil
  • 786

After a tumultuous two-day journey, when the three-member convoy returned to their base, they were greeted with great warmth. ...

સિંદબાદની સાત સફરો - 8

by SUNIL ANJARIA
  • 480

8.આજે સહુ મિત્રોની થોડી આગતા સ્વાગતા બાદ તરત સિંદબાદે આખરી સફરની વાતશરૂ કરી દીધી.“હવે તો મારી પાસે સુંદર પરદેશી ...

द्वारावती - 66

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 561

66सूर्योदय हुआ। गुल अपने नित्य कर्म पूर्ण कर, भड़केश्वर महादेव की आरती-पूजा-अर्चना कर लौट आइ। उस समय उत्सव वहाँ ...

तेरी मेरी यारी - 5

by Ashish Kumar Trivedi
  • 1.2k

(5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा ...

तमस ज्योति - 54

by Pruthvi Gohel
  • 720

प्रकरण - ५४मुझे एवॉर्ड मिलने की खुशी में मेरे परिवारने मुझे एक सर्प्राइज पार्टी दी थी। हम सभी उस ...

You, Me and Desert - 20

by Prabodh Kumar Govil
  • 864

As soon as Shrikant, Kabir, and Rohan entered the magnificent bungalow in solitude, their spirits lifted. The elegantly furnished ...

तमस ज्योति - 53

by Pruthvi Gohel
  • 612

प्रकरण - ५३मैं और फातिमा अभी तो रईश के बारे में बात ही कर ही रहे थे कि रईश ...