Best Children Stories in English, Hindi, Gujarati and Marathi Language

पंकज एस चाइल्डहुड ?

by PC Publisher
  • 243

पंकज एस चाइल्डहुडलेखक के बारे में:-मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश ...

तेरी मेरी यारी - 9

by Ashish Kumar Trivedi
  • 297

(9)केस ज़रा भी आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इससे इंस्पेक्टर आकाश की चिंता बढ़ रही थी। उन्होंने एक ...

तेरी मेरी यारी - 8

by Ashish Kumar Trivedi
  • 381

(8)अगले दिन कबीर इंस्पेक्टर आकाश से मिलने पुलिस स्टेशन पहुँचा। उस समय वह केस के सिलसिले में बाहर गए ...

तेरी मेरी यारी - 7

by Ashish Kumar Trivedi
  • 582

(7)अगले ही दिन सब इंस्पेक्टर राशिद एक हवलदार के साथ माधोपुर के लिए निकल गए।वहाँ पूछताछ करने पर उनका ...

तेरी मेरी यारी - 6

by Ashish Kumar Trivedi
  • 573

(6)कबीर के अपने घर जाने के बाद इंस्पेक्टर आकाश फौरन कंट्रोल रूम पहुँचे। उन्होंने मि.लाल के फोन की लोकेशन ...

Thursty Crow

by Vikash Kumar
  • 585

यह एक गर्म गर्मी का दिन था। एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में एक गाँव में पहुँचा। कौआ ...

Friendship Ends

by akshu
  • 564

Once upon a time in the quaint little town of Willow Creek, two friends, Lily and Max, were inseparable. ...

Threads of Chains

by akshu
  • 726

Title: Threads of ConnectionAs the sun dipped beneath the horizon, casting an amber glow that refracted through the towering ...

बाल कविताएँ

by दिनेश कुमार
  • 1.2k

बाल कविताएँ### 1. **सूरज की किरण**सूरज की किरण आई,संग में उजियारा लाई।बच्चों ने ताली बजाई,खुशियों की टोली आई।### 2. ...

એક દિવ્ય બાળક : દાનવીર કર્ણ

by Jagruti Pandya
  • 628

નમસ્તે વ્હાલાં બાળકો. આજે આપણે એક બીજા દિવ્ય બાળકની વાત કરીશું કે જે બાળક ભગવાન સૂર્યની કૃપાથી મળેલ બાળક ...

तेरी मेरी यारी - 4

by Ashish Kumar Trivedi
  • 843

(4)करन के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। मि.लाल भी कुछ बताने को तैयार नहीं ...

तेरी मेरी यारी - 3

by Ashish Kumar Trivedi
  • 657

(3)इंस्पेक्टर आकाश अपने केबिन में चिंतित मुद्रा में बैठे थे। वह समझ नहीं पा रहे थे कि क्या किया ...

तेरी मेरी यारी - 2

by Ashish Kumar Trivedi
  • 765

(2)दो दिन हो गए थे। करन की कोई खबर नहीं मिली। किडनैपर ने भी फोन नहीं किया था। मि. ...

तेरी मेरी यारी - 1

by Ashish Kumar Trivedi
  • 1.8k

(1)ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा था। स्कूल के बाहर आइसक्रीम बेचने वाले आकर खड़े हो ...

સંબંધ એ છે, જ્યાં લાગણીઓ, સમય અને માન્યતા - બંનેમાંથી મળે છે.

by E₹.H_₹
  • 564

"સંબંધ એ છે, જ્યાં લાગણીઓ, સમય અને માન્યતા - બંનેમાંથી મળે છે."સંબંધો તૂટે છે, પણ તેનું કારણ શું છે?સંબંધો ...

कौवा बाबा

by Kishore Sharma Saraswat
  • 3.8k

कौवा बाबा गोपी यूँ तो सुबह जल्दी उठने में कंजूसी बरतता था, परन्तु आजकल गर्मियों की सुस्ती भरी ...

दृढ़ता और मार्गदर्शन

by Harshad Ashodiya
  • 832

बहुत समय पहले, एक छोटे गाँव में श्रीकांत और उनकी पत्नी जानकी अपने दो बच्चों के साथ रहते थे। ...

દેડકા તારા દિવસો આવ્યા

by Hiral Pandya
  • 1.8k

દેડકાંઓના સામ્રાજ્યમાં, દરેક દેડકાને જન્મથી જ ચોમાસાની ઋતુનું મહત્વ સમજાવવામાં આવતું. મોટા અને અનુભવી દેડકાંઓ, યુવાન દેડકાંઓને વર્ષા ઋતુનો ...

ते पाळणाघर

by Ankush Shingade
  • 4.9k

ते पाळणाघर गुरुदासपूर नावाचं ते गाव होतं. त्या शाळेला एक शिक्षक शिकवीत होते. ज्यांचं नाव होतं मकरंद. मकरंद नुकताच ...

चंपकवनातील शाळा

by Ankush Shingade
  • 5.8k

चंपकवनातील शाळा ती चंपकवनातील शाळा अतिशय सुंदर होती. त्या शाळेत विविध प्राणी शिकत असत. तसंच शिकतांना गुण्यागोविंदाने राहात असत. ...

मुर्ख राजा

by Ankush Shingade
  • 5.5k

मुर्ख राजा ते चंपक वन. त्या वनाचा राजा एक सिंह होता. सिंह कर्तबगार होता व त्याला वाटत होतं की ...

पुरस्कार

by Ankush Shingade
  • 2.4k

पुरस्कार काही काही विद्यार्थी असे असतात की शिक्षक कितीही रागात असला तरी त्या विद्यार्थ्यांना शिकवावसं वाटतंच. तसा राग प्रत्येकाला ...

आम का बगीचा - भाग 3

by piku
  • 4.6k

'जन्मदिन, 10 जून... हम तो भूल ही गए थे।' रानी ख़ुशी के मारे तालियां बजानेमास्टर जी गहरी सोच में ...

आम का बगीचा - भाग 2

by piku
  • 2.4k

'कल पढ़ाया था ना, अ से अनार, आ से आम। लिखो।'यहां भी आम... ये आम, आम होकर भी इतना ...

आम का बगीचा - भाग 1

by piku
  • 5.5k

'और मास्टर जी, आजकल फिर यहीं...?'चंदन ने अपनी लहराती साइकल की तेज़ रफ़्तार को जान- बूझकर ब्रेक लगाया और ...

एक बस स्टॉप

by Birendrapatel
  • 4.1k

[Bk] एक बस स्टॉप डरावनी कहानीबच्चों के लिए भूत की कहानियाँ || बस स्टॉप डरावनी कहानी || डरावनी कहानी ...

બાળવીર

by Mumux Taral Rana
  • 2.1k

ફરી રાત પડી, મનોજ રાતથી ખૂબજ ડરતો હતો. માં તો પાંચ મહિના પહેલાંજ ગુજરી ગયાં હતાં.અને પપ્પા હતા ખરા ...

जादू वाला बर्तन

by Bharati babbar
  • 3.7k

डिगरी की सुबह से सिट्टीपिट्टी ग़ुम है। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि अब आगे क्या होगा या ...

Fireflies of Mars ( Mangal grah ke Jugnoo )

by Prabodh Kumar Govil
  • 1.4k

"Fireflies of Mars" ( Mangal Grah ke Jugnoo-11) A squirrel had brought a small mulberry twig from somewhere, which ...

એક હતો રાજા સોનેરી ચક્લી - ભાગ 6

by Amir Ali Daredia
  • 4.1k

એક હતો રાજા . સોનેરી ...