आधुनिक जीवन की स्पर्धा में हम भागते जा रहे हैं। इस भाग दौड़ में हम अपने उद्देश्य को भूल ...
श्रीमद भगवत गीता के दूसरे अध्याय के 47वें श्लोक "कर्मण्य वाधिकारस्ते माँ फलेशु कदाचन" के अनुसार मनुष्य का ...
घटना वर्ष 1982 की है उस समय मुझे कानपुर से दिल्ली जाना पड़ा । दिन की गाड़ी से जाना ...
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है प्रज्ञा के कारण वह संसार के सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। हमारे जीवन में ...