Pari Boricha Books | Novel | Stories download free pdf

बेटियाँ..

by Pari Boricha
  • 4.8k

घर की लक्ष्मी होती हैं बेटियाँ घर-आँगन की रंगोली होती है बेटियाँ परिवार के चेहरे की मुस्कान होती हैं ...

क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 4

by Pari Boricha
  • 4.4k

जब आप खुद पे ध्यान दोंग,तब दूनियाँ आप पे ध्यान देंगी ...!!आपको अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर ही ...

क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 3

by Pari Boricha
  • 3.8k

दूसरों की सोच पे सोचकर रूकना मत ... सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ना ...!!मैं खूद को बस इतना कहती ...

क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 2

by Pari Boricha
  • 4.4k

" जो लोग ईर्षालु होते है, उनसे दूरी बनाकर रखे क्योकि , वो आपकी सफलता को देखकर जलेंगे, और ...

क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 1

by Pari Boricha
  • 7.4k

यदि आप सच में आगे बढ़ना चाहते हैं,तो फिर आपको इस दूनियाँ की कोई ताकत नहीं रोक सकतीं, ये ...

क्या लिखूं खूद के बारे में

by Pari Boricha
  • 6.3k

क्या लिखूं खूद के बारे में कैसे लिखूं खूद के बारे में अभी तो आधा भी नहीं जानती हूँ ...

मजबूरियाँ

by Pari Boricha
  • 3.7k

"मजबूरियाँ क्या कुछ नहीं करवाती हैं,साहब ! खेलने की उम्र में खिलौने भी छीन लेती हैं, साहब ! " ...

સ્વાર્થે કરી હદ પાર

by Pari Boricha
  • 2.4k

મેં આ કહાનીમાં માણસ કેટલો બધો સ્વાર્થી થઈ ગયો છે, એ બતાવવાની કોશિશ કરે છે. ચાર- ચાર દિકરા છતાં ...

બસ, તું હિંમત હારમાં

by Pari Boricha
  • 3.1k

પંખી ટહૂંકયું તેના કાનમાં પેલું વાદળ સમજાવે તેને સાનમાં તારી કાજે વરસી હું જરૂર,બસ, તું હિંમત હારમાં .... ઉનાળાના ...