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आर्या...

by suchitra gaikwad Sadawarte
  • 14.3k

आर्या ....आर्या ही मुलगी तिच्या आई वडिलांची एकुलती एक मुलगी ! आर्याच्या जन्माची कथा .... आई ही एक ...

नशे की रात

by Ratna Pandey
  • 6.7k

अनामिका एक मध्यम वर्गीय परिवार की बहुत ही खूबसूरत लड़की थी। उसके पापा अरुण और मम्मी वैभवी ने सीमित ...

નિતુ

by Rupesh Sutariya
  • 102.7k

નિતુની શેરીમાં, શેરીની સ્ટ્રીટ લાઈટ સિવાય લગભગ તમામ મકાન અંધારઘોમ થઈ ગયા હતા. પણ એ અંધકાર ભરેલી મધ્ધરાતે આગિયાની ...

The Village Girl and Marriage

by Aisha Diwan
  • 5.6k

*Note:* This story is true, only the names of places and characters have been changed. We often see injustices happening ...

दरिंदा

by Ratna Pandey
  • 21.4k

प्रिया के घर के सामने वाले खाली घर में महीनों से सन्नाटा पसरा था। उस घर के आँगन में ...

નારી મન અને સેકસ વિશે કેટલાક લેખો

by yeash shah
  • 32.4k

આજથી 70-72 વર્ષ પહેલાં ભારત માટે પગભર થવાનો વિષય હતો.. . એવે વખતે ખાવાની તંગી હોવા છતાં જે માતાઓ ...

स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे?

by Praveen kumrawat
  • 8.9k

माँ के आहार-विहार व विचारों से गर्भस्थ शिशु पोषित व संस्कारित होता है। जगत में कुछ भी असम्भव नहीं ...

એક ષડયંત્ર...

by Mittal Shah
  • (4.2/5)
  • 157.4k

નમસ્કાર વાચક મિત્રો, આપના મળેલા પ્રેમ બદલ હું ખૂબ ખૂબ આભારી છું. આ વખતે હું એક નવી નવલકથા લઈ તમારી ...

ચલતે ચલતે યુંહી કોઈ મિલ ગયા

by raval uma shbad syahi
  • 14.5k

પ્રસ્તાવના ॐ गंग गणपतयै नमः। ...

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर......

by Tripti Singh
  • 19.4k

ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित ...

लागा चुनरी में दाग

by Saroj Verma
  • (4.2/5)
  • 187.1k

शहर का सबसे बड़ा वृद्धाश्रम जिसका नाम कुटुम्ब है,जहाँ बहुत से वृद्धजन रहते हैं,उनमें महिलाएंँ और पुरुष दोनों ही ...

આત્મજા

by Mausam
  • 36.3k

" નહીં..નહીં..! મારે હોસ્પિટલ નથી જવું. ના..મને હોસ્પિટલ ન લઈ જા...પ્લીઝ પ્રદીપ..! તમે તો મને સમજવાની કોશિશ કરો..!" બેડરૂમના ...

रिश्तो की कश्मकश

by Naaz Zehra
  • 26.6k

जल्दी करो बहुत देर हो रही है पाता नहीं सुबह से क्या कर रहे थे जो अब इतना समय ...

ब्रुन्धा-एक रुदाली

by Saroj Verma
  • 12.5k

इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के साथ उसके ...

मेरा भाई

by Naaz Zehra
  • 14.3k

मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू ...

गुलाबो

by Neerja Pandey
  • (4.6/5)
  • 150.7k

दूर से आती लाठी की ठक ठक की आवाज सुनकर रज्जो और गुलाबो चौकन्नी हो गई। दोनों ऊपर ...

છપ્પર પગી

by Rajesh Kariya
  • (4.4/5)
  • 247.7k

મેલો ઘેલો સફેદ સાડલો, ડોક ઢંકાય ત્યાં સુધી લાજ કાઢેલ હળવેથી ડૂસકાં ભરતી એક સ્ત્રી મુંબઈ તરફ જતી ટ્રેનનાં ...

मुझे न्याय चाहिए

by Pallavi Saxena
  • 69.3k

शारीरिक विकलांगता किसी का मुंह नहीं देखती ना ही किसी में कोई लिंग भेद ही करती है. यहाँ मैं ...

एक कदम आत्मनिर्भरता की ओर

by डॉ अनामिका
  • (4/5)
  • 60k

दुनिया के इस आपाधापी में राधिका अपने आप को धकेलते हुए आगे बढती जा रही थी। उसे सिर्फ इतना ...

अन्धायुग और नारी

by Saroj Verma
  • 168.2k

प्राचीन युग से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है ,हमारे पौराणिक ग्रन्थों में नारी को ...