Novels and Stories Download Free PDF

दरिंदा

by Ratna Pandey
  • 9.4k

प्रिया के घर के सामने वाले खाली घर में महीनों से सन्नाटा पसरा था। उस घर के आँगन में ...

स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे?

by Praveen kumrawat
  • 6.4k

माँ के आहार-विहार व विचारों से गर्भस्थ शिशु पोषित व संस्कारित होता है। जगत में कुछ भी असम्भव नहीं ...

નિતુ

by Rupesh Sutariya
  • 72.8k

નિતુની શેરીમાં, શેરીની સ્ટ્રીટ લાઈટ સિવાય લગભગ તમામ મકાન અંધારઘોમ થઈ ગયા હતા. પણ એ અંધકાર ભરેલી મધ્ધરાતે આગિયાની ...

એક ષડયંત્ર...

by Mittal Shah
  • (4.2/5)
  • 140k

નમસ્કાર વાચક મિત્રો, આપના મળેલા પ્રેમ બદલ હું ખૂબ ખૂબ આભારી છું. આ વખતે હું એક નવી નવલકથા લઈ તમારી ...

ચલતે ચલતે યુંહી કોઈ મિલ ગયા

by raval uma shbad syahi
  • 12.1k

પ્રસ્તાવના ॐ गंग गणपतयै नमः। ...

सौतेली माँ से माँ बनने का सफर......

by Tripti Singh
  • 17.2k

ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित ...

નારી મન અને સેકસ વિશે કેટલાક લેખો

by yeash shah
  • 28.6k

આજથી 70-72 વર્ષ પહેલાં ભારત માટે પગભર થવાનો વિષય હતો.. . એવે વખતે ખાવાની તંગી હોવા છતાં જે માતાઓ ...

लागा चुनरी में दाग

by Saroj Verma
  • (4.2/5)
  • 175.8k

शहर का सबसे बड़ा वृद्धाश्रम जिसका नाम कुटुम्ब है,जहाँ बहुत से वृद्धजन रहते हैं,उनमें महिलाएंँ और पुरुष दोनों ही ...

આત્મજા

by Mausam
  • 32.5k

" નહીં..નહીં..! મારે હોસ્પિટલ નથી જવું. ના..મને હોસ્પિટલ ન લઈ જા...પ્લીઝ પ્રદીપ..! તમે તો મને સમજવાની કોશિશ કરો..!" બેડરૂમના ...

रिश्तो की कश्मकश

by Naaz Zehra
  • 23.8k

जल्दी करो बहुत देर हो रही है पाता नहीं सुबह से क्या कर रहे थे जो अब इतना समय ...

ब्रुन्धा-एक रुदाली

by Saroj Verma
  • 11.1k

इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के साथ उसके ...

मेरा भाई

by Naaz Zehra
  • 12.7k

मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू ...

गुलाबो

by Neerja Pandey
  • (4.6/5)
  • 145.4k

दूर से आती लाठी की ठक ठक की आवाज सुनकर रज्जो और गुलाबो चौकन्नी हो गई। दोनों ऊपर ...

છપ્પર પગી

by Rajesh Kariya
  • (4.4/5)
  • 237.7k

મેલો ઘેલો સફેદ સાડલો, ડોક ઢંકાય ત્યાં સુધી લાજ કાઢેલ હળવેથી ડૂસકાં ભરતી એક સ્ત્રી મુંબઈ તરફ જતી ટ્રેનનાં ...

प्यार की अर्जियां

by Mini
  • 119k

चंडीगढ़... सुबह के सात बजे.. दिन शुक्रवार.... "एक खूबसूरत ऊंचा पूरा, स्लिम शरीर वाले नौजवान ब्लैक जॉगिंग शर्ट पहने, नीचे ब्लैक हाफ ...

मुझे न्याय चाहिए

by Pallavi Saxena
  • 66.6k

शारीरिक विकलांगता किसी का मुंह नहीं देखती ना ही किसी में कोई लिंग भेद ही करती है. यहाँ मैं ...

एक कदम आत्मनिर्भरता की ओर

by डॉ अनामिका
  • (4/5)
  • 58.8k

दुनिया के इस आपाधापी में राधिका अपने आप को धकेलते हुए आगे बढती जा रही थी। उसे सिर्फ इतना ...

अन्धायुग और नारी

by Saroj Verma
  • 161.1k

प्राचीन युग से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है ,हमारे पौराणिक ग्रन्थों में नारी को ...

वीरा हमारी बहादुर मुखिया

by Pooja Singh
  • 99.2k

"हैलो !इशिता" "हाय!पायल " "तेरी फाइटींग की ट्रेनिंग पूरी हो गयी" "हां!" "अब क्या करगी " "मैं सोशल वर्क करूंगी मां की यही इच्छा ...

एक थी नचनिया

by Saroj Verma
  • 169.5k

सन् ८० का दशक,बुन्देलखण्ड का चम्बल इलाका जो डकैतों के लिए भी मशहूर है , जितने भी लोगों के ...