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में और मेरे अहसास

by Darshita Babubhai Shah
  • 652.4k

में और मेरे अहसास भाग-१ *** ईश्क में तेरे जोगन बन गई lआज राधा जोगन बन गई ll *** ...

મારા કાવ્યો

by Tr. Mrs. Snehal Jani
  • 58.4k

લીલુંછમ હરીયાળુ જંગલ, છે લઈને બેઠું પ્રાણવાયુ, આપે છે રક્ષણ પ્રાણીઓને, કરે છે પોષણ પ્રાણીઓનું. જ્યારે પૂરો પાડે છે પ્રાણવાયુ, નથી જોતું માનવી કે ...

मी आणि माझे अहसास

by Darshita Babubhai Shah
  • 501.3k

मी आणि माझे अहसास भाग -१ आई " सर्वोत्तम आहे ची आवृत्ती अगोदर निर्देश केलेल्या बाबीसंबंधी बोलताना मानव । ...

Happiness

by Darshita Babubhai Shah
  • (3.9/5)
  • 443.9k

Happiness (1) Pain or happiness, always smiling mom, whether night or day, always smiling mom sleeping in wet, keeping ...

હું અને મારા અહસાસ

by Darshita Babubhai Shah
  • 403.1k

કવિતા અને શાયરી

जीवन सरिता नोंन

by बेदराम प्रजापति "मनमस्त"
  • 9.8k

मानव सभ्‍यता के इतिहास में पंचमहल धरती का अपना एक अनूठा गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। पूर्व सताब्‍दियों के साथ ...

કાવ્ય અને ગઝલ સંગ્રહ

by Tru...
  • 39.9k

તું આવે તો જિંદગી એક વાત કહેવી છે... કાલ ને ભૂલી જઈ થોડી આજ કહેવી છે... થાકી ગયા છે સૌ કોઇ ...

अनुपमा - हिन्दी वार्ता सीरीझ

by Darshita Babubhai Shah
  • (4.4/5)
  • 84.6k

गीता सार गीता में लीखा है, निराश मत होना, कमजोर तू नहीं, तेरा वक्त है ॥ जो हुआ वह ...

गुलदस्ता

by Madhavi Marathe
  • 77.4k

1 भोर होते ही खेतों की अधुरीसी, ओंसभऱी नींद खूल गई ओंस की टिपटिपाती बुंदों से मिट्टी अधगिली ...

বউল বাতাস

by Joy Bandyopadhyay
  • 20.3k

বিন্দু থেকে প্রলম্বিত বৃত্তাকার পরিক্রমণ এক বুক জলে দাঁড়িয়ে আমার পিতৃতর্পন ছোটো ছোটো বৃত্তাকার ঘটনাবহুল সংযোজন জীবনস্রোতে চক্রাকারে বৃত্তের ব্যাপ্তিসাধন। টুকরো টুকরো ইমন ...

काव्यजीत

by Kavya Soni
  • 24.2k

खबर नहीं शायद तुम्हे तेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहे खबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार के बिखर ...

मेरे शब्द मेरी पहचान

by Shruti Sharma
  • (4.8/5)
  • 165.7k

----वो दोस्ती ही क्या जिसमें तक़रार न हो----वो दोस्ती ही क्या जिसमें प्यार न हो ,वो सफलता ही क्या ...

शैलेन्द्र बुधौलिया की कवितायेँ

by शैलेंद्र् बुधौलिया
  • 24.9k

।।। एकांत ।।। ................ सब ने देखा फूल सा खिलता सदा जिसका बदन । कोई क्या जाने कि वह ...

ગઝલ - એ - ઇશ્ક

by Nency R. Solanki
  • (4.2/5)
  • 45.6k

૧. ગઝલ ઘડિયાળના કાંટા સાથે વિસરતો સમય,એમાં પુષ્પની મહેક સરીખો તારો પ્રણય. અલબત્ત ચિનગારી ઊઠી એ હૃદયના મયખાનામાં,આગને શમાવતો ...

रात साक्षी है

by Dr. Suryapal Singh
  • 27.4k

रात साक्षी है ‘रात साक्षी है’ डॉ० सूर्यपाल सिंह की कविता पुस्तक है। इसमें सीता के अन्तिम रात की कथा ...

खण्ड काव्य रत्ना वली

by ramgopal bhavuk
  • 57.5k

‘’रत्‍नावली’’ पर एक दृष्टि बद्री नारायण तिवारी आज वातानुकूलित कमरों में बैठ कर जो लिखा जा रहा है उसका ...

यादों के कारवां में

by Dr Yogendra Kumar Pandey
  • 44.9k

प्रेम के विविध रूप हैं।यह दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास है।रात्रि में अंबर के चंद्र,तारे, बादल,आकाशगंगा की धवल पट्टिका,पूरी ...

अभिव्यक्ति..

by ADRIL
  • 60.6k

इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़त दे दोमिले जो दर्द या ...

डेफोड़िल्स !

by Pranava Bharti
  • 24.2k

डेफोड़िल्स ! - 1 तेरे झरने से पहले समर्पित नेह को, स्नेह को डेफोड़िल्स ही क्यों ? यह प्रश्न अवश्य मस्तिष्क में आया ...

મારો કાવ્ય ઝરૂખો

by Hiren Manharlal Vora
  • (4.8/5)
  • 301.6k

કવિતા 1ઝરૂખો...નાનામોટા સૌને વહાલો ઝરૂખોખુલ્લી આંખે સ્વપ્નો દેખાડે ઝરૂખોપવન ની મિંઠી લહેરો લાવે ઝરૂખોભીની માટીની સોડમ આપે ઝરૂખોસૂર્યોદય ના ...