ख़्वाबों की क़ीमत

(442)
  • 52.9k
  • 95
  • 18.2k

कभी कभी ख्वाब देखना एक जुर्म बन जाता है, अवनि और सौरभ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.. उन्हें अपने ख़्वाबों की क्या क़ीमत चुकानी पड़ी, पढ़िए ख़्वाबों की क़ीमत - Khushi Saifi

Full Novel

1

ख़्वाबों की क़ीमत

कभी कभी ख्वाब देखना एक जुर्म बन जाता है, अवनि और सौरभ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.. अपने ख़्वाबों की क्या क़ीमत चुकानी पड़ी, पढ़िए ख़्वाबों की क़ीमत - Khushi Saifi ...Read More

2

ख्वाबों कि क़ीमत - 2

“मेरा सामान.. मेरा कमरा” ये लफ्ज़ बार बार अवनि के दिल पर घूंसा बन कर लग रहे थे, क्या कुछ भी नही.. उसे यूँ महसूस हुआ कि सौरभ भी उसका नही, अचानक सब पराया सा लगने लगा.. ये घर, ये सामान, ये मोहब्बत, खुद उसका पति सौरभ भी... Khushi Saifi ...Read More

3

ख्वाबों की क़ीमत - 3

सौरभ उसे एयरपोर्ट तक छोड़ने आया और miss you dear कह कर विदा किया। अवनि जवाब में miss you भी नही कह पायी बस उसे देखते रही। दिल अजीब कशमाकश में था, अकेले पहली बार इतना लंबा सफर पर दिल में एक मज़बूत इरादा लिए वो प्लेन में बैठ गयी... Khushi Saifi ...Read More

4

ख्वाबो की कीमत - 4

अवनि कमरे की खिड़की पर बैठी अपनी ही सोचो में गुम थी, शुरू दिसम्बर की ठण्ड उसके जिस्म में रही थी पर उसे कुछ एहसास नही था.. बस बाहर खड़ी कार और सड़कों पर जमी बर्फ को एक टुक घूर रही थी, बर्फ के छोटे छोटे तिनके उसके जिस्म में लग कर गिर रहे थे, कुछ बर्फ खिड़की की चोखट पर जमा हो गयी थी... Khushi Saifi ...Read More

5

ख्वाबो की क़ीमत - 5

पढ़िए कहानी का आखरी हिस्सा.. क्या सौरभ अवनि की जान ले लेगा या अवनि का प्यार और विश्वास जीत जायगा.. की क़ीमत Khushi Saifi ...Read More