कहानी एक आदमी की है जिस पर जिन्न मेहरबान हो जाता है, उसकी मदद करता है लेकिन उस आदमी की सिर्फ एक गलती से नाराज़ हो कर जिन्न क्या सजा देता है.. जानिए कहानी पढ़ कर..
Full Novel
जीन्न का तोहफा
कहानी एक आदमी की है जिस पर जिन्न मेहरबान हो जाता है, उसकी मदद करता है लेकिन उस आदमी सिर्फ एक गलती से नाराज़ हो कर जिन्न क्या सजा देता है.. जानिए कहानी पढ़ कर.. ...Read More
जीन का तोहफा - 2
जिन्न का दुनिया में होना क़ुरान और हदीस से साबित है, इंसानों की तरह ये भी अल्लाह की मख्लूक जो हमारे ही तरह हमारे बीच इस दुनिया में रहते हैं। ये हमारे बीच इस तरह रहते हैं कि हम नही जान सकते ये जिन्न है बल्कि हम इन्हें इंसान ही समझेंगे, इनमे शक्ल और रूप बदलने की ताकत होती है, जिन्न में भी अच्छे और बुरे सब तरह के होते हैं.. हम इंसान इन्हें नही देख सकते जब तक की ये खुद न चाहें। ...Read More
जीन का तोहफा - 3
इसी ख़ुशी में काम से लगे आधा दिन गुज़र गया तभी अचानक उसे जिन्न के कहे अल्फ़ाज़ याद आये। ने कहा था “किसी तीसरे को पता न चले और अपनी जरूरत से ज़्यादा न मांगना” ये बात याद आते ही किसी अनहोनी के डर से उलटे पाऊँ घर भागा। जब तक घर पहुँचता देर हो गयी थी, जंगल के रास्ते में ही एक खोफनाक आवाज़ ने उसे रुकने पर मजबूर कर दिया। ...Read More