शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा )

(0)
  • 2.2k
  • 0
  • 783

हर साल की तरह इस बार भी बारिश अपने चरम पर थी, कड़ाके की बिजली और उस पर सांय सांय करती ठंडी ठंडी हवा की थपेड़े.. वातावरण को आहलादक बना रहे थे, ये जगह थी अरुणाचल प्रदेश,, अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबांसिरी जिले में स्थित एक सुंदर घाटी है। इसे इसकी दृश्यमय सुंदरता, आरामदायक माहौल और वार्षिक संगीत महोत्सव, जिरो संगीत महोत्सव के लिए जाना जाता है। जिरो घाटी (Ziro Valley) अरुणाचल प्रदेश में एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल है। उस जिरो घाटी में एक खूबसूरत सा दो मंजिला घर था, जिसके चारो ओर बगीचा बनाया गया था, उस बगीचे में कई तरह के पेड़ पौधे, लगाए हुए थे, वहाँ की जलवायु के अनुकूल वहा फल फूल और साग सब्ज़ीयां भी उगाई थी, उन हरे भरे बगीचे के बीच वो खूबसूरत सा घर था,

1

शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 1

हर साल की तरह इस बार भी बारिश अपने चरम पर थी, कड़ाके की बिजली और उस पर सांय करती ठंडी ठंडी हवा की थपेड़े.. वातावरण को आहलादक बना रहे थे, ये जगह थी अरुणाचल प्रदेश,, अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबांसिरी जिले में स्थित एक सुंदर घाटी है। इसे इसकी दृश्यमय सुंदरता, आरामदायक माहौल और वार्षिक संगीत महोत्सव, जिरो संगीत महोत्सव के लिए जाना जाता है। जिरो घाटी (Ziro Valley) अरुणाचल प्रदेश में एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल है। उस जिरो घाटी में एक खूबसूरत सा दो मंजिला घर था, जिसके चारो ओर बगीचा बनाया गया था, ...Read More

2

शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 2

घर के अंदर कल्पना अपनी सहेली रिया से फोन पर बात कर रही थी, वहीं उसके घर के दरवाजे बाहर एक काला साया खड़ा था, लेकिन इस बात से बेखबर कल्पना अपनी ही दुनिया में मशगुल थी, कि तभी अचानक से पूरे घर की लाइट्स ऑफ हो गई।कल्पना का कॉल चल रहा था, उसने अपने आसपास देखा और फोन पर ही कहने लगी -" ऑफाे यार, सच ए बेड टाइम यार.. ये इलेक्ट्रिसिटी.. इसे भी अभी जाना था.. "सामने से रिया की आवाज आई -" क्या हुआ कल्पना? "" कुछ नहीं यार लाइट चली गई है,, चल ठीक ...Read More