तेरी मेरी यारी

(10)
  • 9.6k
  • 0
  • 3.7k

ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा था। स्कूल के बाहर आइसक्रीम बेचने वाले आकर खड़े हो गए थे। एक काले रंग की वैन दो बार स्कूल के सामने से गुज़र चुकी थी। छुट्टी की घंटी बजते ही हर क्लास से बच्चे शोर मचाते हुए निकले। कुछ ही देर में स्कूल गेट पर बहुत चहल पहल हो गई। सब बच्चे ग्रुप बना कर स्कूल से बाहर निकल रहे थे। आपस में हंसी मज़ाक कर रहे थे। कुछ बच्चों को उनके अभिभावक लेने आए थे। कुछ वैन का इंतज़ार कर रहे थे। जो उन्हें रोज़ स्कूल छोड़ने और लेने आती थी। जो अपने आप ही आते जाते थे वह अपने साथियों के साथ घर जा रहे थे। पर उनमें से कई स्कूल के सामने वाली पट्टी पर खड़ी दो आइसक्रीम कार्ट्स के इर्द गिर्द जमा थे।

Full Novel

1

तेरी मेरी यारी - 1

(1)ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा था। स्कूल के बाहर आइसक्रीम बेचने वाले आकर खड़े हो थे। एक काले रंग की वैन दो बार स्कूल के सामने से गुज़र चुकी थी।छुट्टी की घंटी बजते ही हर क्लास से बच्चे शोर मचाते हुए निकले। कुछ ही देर में स्कूल गेट पर बहुत चहल पहल हो गई। सब बच्चे ग्रुप बना कर स्कूल से बाहर निकल रहे थे। आपस में हंसी मज़ाक कर रहे थे।कुछ बच्चों को उनके अभिभावक लेने आए थे। कुछ वैन का इंतज़ार कर रहे थे। जो उन्हें रोज़ स्कूल छोड़ने और लेने आती ...Read More

2

तेरी मेरी यारी - 2

(2)दो दिन हो गए थे। करन की कोई खबर नहीं मिली। किडनैपर ने भी फोन नहीं किया था। मि. अपने बेटे के बारे में सोचकर परेशान थे। उनकी पत्नी मधुरिमा का बुरा हाल था। उन्होंने खाना पीना छोड़ दिया था। हर वक्त अपने बेटे करन को याद करके रोती थींं। करन की बहन सोनम भी अपने भाई की फिक्र में रोती रहती थी। मि. लाल के लिए उन दोनों को संभालन मुश्किल हो रहा था।खाने की थाली लेकर वह मधुरिमा और सोनम को खाना खिलाने के लिए गए थे। लेकिन उनके बार बार कहने पर भी ...Read More

3

तेरी मेरी यारी - 3

(3)इंस्पेक्टर आकाश अपने केबिन में चिंतित मुद्रा में बैठे थे। वह समझ नहीं पा रहे थे कि क्या किया ? वह यह सोचकर परेशान थे कि उन्होंने तथा उनकी टीम ने पूरी सतर्कता बरती थी। फिर भी किडनैपर को ना जाने कैसे उनके वहाँ होने की भनक लग गई थी ?तमाम कोशिशें करने के बाद भी अभी तक उन्हें कोई सूत्र हाथ नहीं लगा था।घटना के संबंध में कबीर और अन्य लोगों के बयान उन्होंने कई बार पढ़े पर उससे भी आगे की कार्यवाही के लिए कुछ भी सुराग नहीं मिला। किडनैपिंग में प्रयोग गाड़ी का ...Read More

4

तेरी मेरी यारी - 4

(4)करन के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। मि.लाल भी कुछ बताने को तैयार नहीं इन सबके कारण कबीर परेशान था। करन उसका बचपन का दोस्त था। दोनों हमेशा साथ साथ रहते थे। एक ही स्कूल में पढ़ते थे। एक साथ ही स्कूल आते जाते थे।क्लास दो से शुरू हुई उनकी दोस्ती ग्यारहवीं क्लास तक आते आते बहुत मज़बूत हो गई थी। इतने सालों की दोस्ती में कई ऐसे पल थे जिन्हें याद कर कबीर करन के लिए और अधिक परेशान हो जाता था। दो साल पहले का एक ऐसा ही किस्सा था ...Read More

5

तेरी मेरी यारी - 5

(5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा सोनम सबसे अलग एक झूले पर उदास बैठी है। वह उसके पास जाकर बैठ गया। उसे देख कर सोनम की आँखें भर आईं। कबीर ने उसे समझाया,"रो मत सोनम... सब ठीक हो जाएगा।"सोनम ने रोते हुए कहा,"कब ? इतने दिन तो हो गए। पर करन भइया का कोई पता नहीं चला।"उसकी बात सुनकर कबीर बोला,"सच कह रही हो सोनम। मैं भी बहुत दुखी हूँ। मैं अंकल से मिला था। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया।"उसने सोनम की ...Read More

6

तेरी मेरी यारी - 6

(6)कबीर के अपने घर जाने के बाद इंस्पेक्टर आकाश फौरन कंट्रोल रूम पहुँचे। उन्होंने मि.लाल के फोन की लोकेशन करने को कहा। पर यह जानकर वह और भी चौंक गए कि फोन की लोकेशन तो उनके घर में ही दिखा रहा है। उन्होंने सोचा कि कहीं कबीर से कोई गलती तो नहीं हो गई। हो सकता है कि सोनम ने ही कुछ गलत सुना हो।फिर अगले ही पल उनके मन खयाल आया कि मि.लाल अपना फोन जानबूझ कर घर पर छोड़ गए होंं। लेकिन आजकल बिना फोन लिए कोई बाहर कहाँ जाता है। वो भी ...Read More

7

तेरी मेरी यारी - 7

(7)अगले ही दिन सब इंस्पेक्टर राशिद एक हवलदार के साथ माधोपुर के लिए निकल गए।वहाँ पूछताछ करने पर उनका ही सही निकला। मि.लाल अपनी एक ज़मीन का सौदा करने के लिए ही माधोपुर गए थे। किंतु इस जानकारी के अतिरिक्त सब इंस्पेक्टर राशिद को कोई और खास जानकारी नहीं मिली। सब इंस्पेक्टर राशिद हवलदार के साथ लौट आया। उसने जो भी ‌जानकारी‌ मिली थी इंस्पेक्टर आकाश को दे दी।पुलिस इस बात पर नज़र बनाए हुए थी कि किडनैपर और मि.लाल के बीच कोई भी बात हो तो उसे सुन सके। शाम तकरीबन चार बजे इंस्पेक्टर ...Read More

8

तेरी मेरी यारी - 8

(8)अगले दिन कबीर इंस्पेक्टर आकाश से मिलने पुलिस स्टेशन पहुँचा। उस समय वह केस के सिलसिले में बाहर गए थे। पर उसकी मुलाकात सब इंस्पेक्टर राशिद से हुई। कबीर ने उनसे करन के केस में जो भी नया हुआ उसके बारे में बताने की गुज़ारिश की। सब इंस्पेक्टर राशिद जानते थे कि कबीर इस केस को लेकर बहुत चिंतित है। उन्होंने उसे करन के केस के बारे में जो भी जानकारी थी दे दी। साथ ही उसे करन की उस अजीबोगरीब तुकबंदी के बारे में भी बता दिया। उस तुकबंदी को सुनते ही कबीर समझ ...Read More

9

तेरी मेरी यारी - 9

(9)केस ज़रा भी आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इससे इंस्पेक्टर आकाश की चिंता बढ़ रही थी। उन्होंने एक फिर मि.लाल के पुराने पार्टनर मनीष के बारे में पड़ताल की। लेकिन किसी भी तरह से वह मनीष को इस केस से जोड़ नहीं पा रहे थे। वह करन की उस पहेली का भी अभी तक कोई अर्थ नहीं निकाल पाए थे। सब इंस्पेक्टर राशिद ने बताया था कि उन्होंने कबीर को करन की पहेली बता दी है। कबीर उनसे उनका फोन नंबर यह कह कर ले गया था कि जैसे ही वह कोई संकेत पाएगा उन्हें ...Read More

10

तेरी मेरी यारी - 10

(10)मीडिया में करन के किडनैपिंग की खबर फैल जाने से किडनैपर्स के बीच तनाव का माहौल था। नवीन और दिनेश पर यह इल्ज़ाम लगा रहे थे कि उसके लालच के कारण ही मामला खिंच रहा है। दिनेश उन्हें तसल्ली रखने को कह रहा था। उसकी बात काटते हुए नवीन बोला,"मुझे तो संजय की बात सही लगती है। मीडिया में खबर फैल जाने के कारण हमारे ऊपर खतरा बढ़ गया है। दस लाख तो हमें मिल ही चुके थे। दो चार लाख और मांग लेते तो कब का सब खत्म हो गया होता। पर तुमने तो सीधा ...Read More

11

तेरी मेरी यारी - 11

(11)इंस्पेक्टर आकाश ने फौरन सब इंस्पेक्टर राशिद को फोन किया। सब इंस्पेक्टर राशिद आइसक्रीम का ठेला लेकर घूम रहे उन्होंने बताया कि वह मस्जिद के सामने से ही गुज़र रहे हैं। उन्हें भी सामने मंदिर का गुंबद दिख रहा है। वह सामने दिखने वाली सड़क पर आ रहे हैं। इंस्पेक्टर आकाश भी उस तरफ बढ़ गए। कुछ ही देर में दोनों एक दूसरे को दिखाई पड़ने लगे।सब इंस्पेक्टर राशिद तेज़ कदमों से आगे बढ़ने लगे। वह कुछ ही आगे बढ़े होंगे कि एक गली से एक लड़का निकला जो उनके ठेले से टकराते टकराते बचा। ...Read More

12

तेरी मेरी यारी - 12 (अंतिम भाग)

(12)मकान पर पहुँच कर संजय ने दरवाज़ा खटखटाया। रॉकी ने पूरी तसल्ली कर दरवाज़ा खोल दिया। संजय के साथ फुर्ती से इंस्पेक्टर आकाश सब इंस्पेक्टर राशिद और कबीर भी भीतर घुस गए। प्लान के मुताबिक सब इंस्पेक्टर राशिद कबीर और संजय के साथ करन को छुड़ाने के लिए ऊपर कोठरी की तरफ भागे। इंस्पेक्टर आकाश ने नवीन और रॉकी को अपनी रिवॉल्वर के निशाने पर ले लिया।कबीर तेज़ी से सीढ़ियां चढ़ते हुए सबसे पहले कोठरी में पहुँचा। करन फर्श पर बैठा था। उसके हाथ पांव और मुंह बंधे हुए थे। वह बहुत ही कमज़ोर हो गया ...Read More