कोई अच्छा लगे तो....

(0)
  • 396
  • 0
  • 87

महेश्वर में देखा उसे। मैरून रंग की चंदेरी साड़ी पहनी हुई थी जिस पर सुनहरी बिंदियां थीं और किनारी जरी बॉर्डर की थी। बहुत ही प्यारी साड़ी थी। असल में साड़ी की ही वजह से मेरा ध्यान उस पर गया था। मैंने एक दुकान से ही निकलते देखा था उसे। मन हुआ कि पूछू कि कहां से ली है साड़ी... चंदेरी से या महेश्वर से ही। यहां भी बहुत सारी दुकानें हैं। मां के लिए एक साड़ी खरीदना चाहता था मैं। इंदौर राज्य के अंतिम शासक महाराजा यशवंतराव होल्कर के इकलौते पुत्र युवराज रिचर्ड ने 'रेवा सोसाइटी' नामक एक संस्था का निर्माण किया जो आज भी महेश्वर किले में ही महेश्वरी साड़ियां बनाती है। साड़ियां बनते में कल देख भी आया था।

1

कोई अच्छा लगे तो.... - 1

महेश्वर में देखा उसे। मैरून रंग की चंदेरी साड़ी पहनी हुई थी जिस पर सुनहरी बिंदियां थीं और किनारी बॉर्डर की थी। बहुत ही प्यारी साड़ी थी। असल में साड़ी की ही वजह से मेरा ध्यान उस पर गया था। मैंने एक दुकान से ही निकलते देखा था उसे। मन हुआ कि पूछू कि कहां से ली है साड़ी... चंदेरी से या महेश्वर से ही। यहां भी बहुत सारी दुकानें हैं। मां के लिए एक साड़ी खरीदना चाहता था मैं। इंदौर राज्य के अंतिम शासक महाराजा यशवंतराव होल्कर के इकलौते पुत्र युवराज रिचर्ड ने 'रेवा सोसाइटी' नामक एक संस्था ...Read More