हिमाचल प्रदेश , शिमला । सुबह का वक्त । दूर पहाड़ों में सूरज निकल रहा था । ओस से भीगी पत्तियों पर जब सूरज की किरण पड़ रही थी तो ओस की बूंदें किसी हीरे की तरह चमकती हुई प्रतीत हो रही थी। पूरा शिमला सूरज की सुनहरी किरणों से सोने से जड़ा हुआ लग रहा था । वहीं एक कॉलोनी में बने मकान की दूसरी मंजिल पर एक लड़की हाथ में कलश पकड़े सूर्य को जल का अर्ग अर्पण करते हुए गायत्री मंत्र का जाप कर रही थी । " ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् " उसकी मीठी आवाज में जब ये मंत्र नीचे सड़क पर खड़ी मकान मालकिन के कानों में पड़े तो वो अपनी जगह पर खड़ी उस लड़की को देखने लगी । उसकी आवाज में गजब का जादू था जो मकान मालकिन को उसे सुनता रहने के लिए मजबूर कर रहा था ।
बेपनाह मोहब्बत - 1
हिमाचल प्रदेश ,शिमला ।सुबह का वक्त ।दूर पहाड़ों में सूरज निकल रहा था । ओस से भीगी पत्तियों पर सूरज की किरण पड़ रही थी तो ओस की बूंदें किसी हीरे की तरह चमकती हुई प्रतीत हो रही थी। पूरा शिमला सूरज की सुनहरी किरणों से सोने से जड़ा हुआ लग रहा था ।वहीं एक कॉलोनी में बने मकान की दूसरी मंजिल पर एक लड़की हाथ में कलश पकड़े सूर्य को जल का अर्ग अर्पण करते हुए गायत्री मंत्र का जाप कर रही थी ।" ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् "उसकी ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 2
अब तक : White colour की t - shirt पर Red color की dennim jacket और blue colour की पहने वो बोहोत adorable नज़र आ रहा था । कोई भी अगर उसे देखे.... तो एक पल के लिए नजर उस पर जरूर ठहर सी जाए । कुछ ऐसा ही अंजली के साथ भी हो रहा था । उस लड़के को एक झलक देखकर उसकी नज़र दुबारा से उसके उपर चली ही गई थी ।अब आगे : अंजली सामने खड़े लड़के को कुछ पल देखती रही । थैंक यू बोलकर जैसे ही वो अपना बैग उठाने के लिए ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 3
अब तक :मालविका ने अंजली के बैग को हवा में उछाल दिया और दूर को झटक दिया । अंजली के पीछे जाने लगी तो श्वेता ने उसे लंगड़ी फंसा दी ।अंजली गिरी तो उसके घुटने में चोट लग गई । अंजली... बोलते हुए आकाश जल्दी से उसकी ओर भागा... ।राजीव तिरछा मुस्कुरा दिया और अक्षत को इशारा करके वहां से निकल गया ।अब आगे :आकाश अंजली के पास आया और उसे संभालने लगा । आकाश ने अंजली को खड़ा किया तो राजीव कैंटीन से एक सॉस की बॉटल लिए उनके पास आ गया ।राजीव आकाश के पास आया ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 4
अब तक : आज तो मैने संभाल ही लिया लेकिन कल क्या करूंगी.. । 6 लोगों का ग्रुप जब साथ परेशान करेगा तो एक अकेला इंसान क्या ही कर लेगा भला.. ?? " बोलते हुए उसके चेहरे पर फिक्र से लकीरें आ गई । " जय भोलेनाथ.. संभाल लेना... मुझे भी और उन लोगों को भी.. " बोलकर उसने हाथ जोड़े और कंबल ओढ़कर सो गई । अब आगे ; अगली सुबह : अंजली अलार्म बजने से पहले ही उठ गई थी और कमरे से लगी बालकनी में आकर टहल रही थी । हाथ में चाय का ग्लास पकड़े ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 5
अब तक : शिवाक्ष अंजली के रास्ते में ही खड़ा था तो अंजली उससे फिर से टकरा गई । टकराकर गिरने लगी तो शिवाक्ष ने एक हाथ से उसकी कमर को थाम लिया । और दूसरे हाथ से उसके हाथ को पकड़ लिया । दोनो एक दुसरे की आंखों में देखने लगे । । अंजली की धड़कने बढ़ने लगी । उसकी सांसें गहरी चल रही थी । अब आगे : श्वेता ने दोनो को इतना करीब देखा तो उससे बर्दाश्त नही हुआ । वो जल्दी से उनकी ओर गई । । अंजली ने छूटने की कोशिश की तो शिवाक्ष ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 6
अंजली अपने रूम पहुंची तो उसका मन बोहोत उदास हो चूका था । ।दिल में गुस्सा भरा था जो शांत होगा उसे नही पता था ।अंजली ने शीशे में चेहरा देखा तो उसका चेहरा कुछ जगह से छिला हुआ था । अंजली ने छुआ तो " मम्मा.. " कहते हुए उसकी सिसकी निकल गई ।तभी उसका फोन रिंग होने लगा तो अंजली ने फोन उठाकर देखा । स्क्रीन पर मां लिखा हुआ आ रहा था । मां नाम देखते ही उसकी आंखों में नमी तैर गई । उसने फोन उठाया तो सामने से आवाज़ आई "हेलो अंजली... " । ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 7
अब तक : आंखें बंद करने पर अंजली का चेहरा बार बार शिवाक्ष की आंखों के सामने घूमता रहा मिट्टी लगे चेहरे से अंजली का उसे घूरना शिवाक्ष की आंखों में जैसे बस सा गया था । कुछ तो बात थी उसमे जो शिवाक्ष को खयालों में पल पल उसका दीदार होने लगा था । | अब आगे : अगली सुबह : अंजली कॉलेज के लिए निकलने लगी तो मकान मालकिन अपने pet dog को नीचे सड़क पर घुमा रही थी । Dog ने अंजली को देखा तो भौंकने लगा । अंजली उसके भौंकने से डरकर पीछे हो गई ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 8
अब तक : ऐसा कुछ नहीं होगा... । मैं अकेले थोड़ी जाऊंगी.. अपने भाई को साथ लेकर जाऊंगी... । भाई भी यहां फाइनल ईयर में पढ़ते हैं.. उनकी भी कॉलेज में बोहोत चलती है... । मैं उनसे कहूंगी... । और फिर देखना वो उन लोगों को कैसे मजा चखाते हैं.. । सब के सब इधर उधर भागते नजर आएंगे... " । बोलते हुए खुशी की आंखों में चमक थी । | अंजली और आकाश एक दूसरे की तरफ देखने लगे । अब आगे : आकाश excitement से भरकर बोला “ अच्छा.. ये तो बोहोत अच्छी बात है.. । फिर ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 9
अब तक : आकाश ने राजीव को देखा और मन में बोला " लो.. हो गया सत्यानाश.. । अगर या ब्वॉयफ्रेंड होता तो खुशी का breakup भी हो ही जाता लेकिन ये तो भाई निकल गया.. । अब तो हमारा कुछ भी नही हो सकता.. । और अगर कहीं गलती से भी इसे पता चला कि मैं खुशी को पसंद करता हूं.. तो न जाने मेरा क्या हाल करेगा.. । " सोचते हुए आकाश में थूक का घूंट गले से नीचे निगला... और माथे से निकलते पसीने को साफ करने लगा । | अंजली और आकाश दोनो एक दूसरे ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 10
अब तक : शिवाक्ष ने उसे भागते देखा तो उसका दुपट्टा पकड़ लिया । अंजली को दुपट्टे से अपने में खिंचाव महसूस हुआ तो वो रुक गई । | और अपने गले पर लिपटे दुपट्टे को उसने कसकर पकड़ लिया । उसकी धड़कने भी बढ़ने लगी थी । अब आगे : अंजली अपने दुपट्टे को पकड़े हुए पीछे घूमी और दुपट्टा छुड़ाने लगी तो शिवाक्ष ने आगे आकर उसे कमर से पकड़कर अपने करीब खींच लिया । अंजली उसके सीने से जा लगी । शिवाक्ष उसके हाथ से फोन लेने की कोशिश करने लगा । अंजली अपने हाथ उपर ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 11
अब तक :अंजली “ ऐसा इसलिए क्योंकि इंसान की नियत उसकी नजरों से पता चल ही जाती है । मुझे परेशान करते हैं लेकिन आप नजरें मुझे खराब नही लगी । मुझे कोई बुरी वाइब नही आ रही और मेरा six sense कह रहा है कि मैं आपके साथ safe हूं... “। ।अंजली की बात सुनकर शिवाक्ष सोच में पड़ गया । क्या उस पर विश्वास करना किसी के लिए इतना आसान है.. ?? सोचते हुए उसने गहरी सांस ली और अपने बालों में हाथ घुमा दिया । |अब आगे :" तो डरती क्यों हो ? " शिवाक्ष ने ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 12
अब तक :7 30 हो गए थे लेकिन वॉचमैन ने अभी तक दरवाजा नहीं खोला था । अंजली का उतर गया ।अब दरवाजा खुलने का और इंतजार उससे नही हो रहा था । |तभी बाहर से किसी के चलने की आवाज आने पल शिवाक्ष और अंजली दोनो एक दूसरे की तरफ देखने लगे । और जल्दी से बुक शेल्फ के पीछे जाकर छुपने लगे ।अब आगे :दोनों जल्दी से book shelf के पीछे जाने लगे तो जल्दबाजी में शिवाक्ष का पांव अंजली के पांव से उलझ गया । दोनो ने एक दूसरे को पकड़ लिया । दोनो ही संभल ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 13
अब तक :लड़का बोला “ अभी पता चल जायेगा कि कौन किसपर रहम खायेगा…. “ । बोलते हुए वो को घूरने लगा ।अक्षत ने सिर हिला दिया और बोला " विपरीत बुद्धि विनाशकाले.... । अब जो होगा उसके जिम्मेदार तुम लोग खुद ही होंगे.. " । |अब आगे :शिवाक्ष ने अपनी स्लीव्स उपर चढ़ाई और लड़की को चुटकी बजाते हुए उंगली के इशारे से पीछे जाने के लिए कह दिया । लड़की पीछे जाकर अक्षत के साथ में खड़ी हो गई और शिवाक्ष को देखते हुए बोली " ये इतने सारे लोगों से लड़ तो लेगा ना.. । कहीं ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 14
अब तक :कॉलेज की bell बजने पर अंजली आकाश और खुशी तीनो अपनी क्लास लगाने जा चुके थे ।अब : क्लास खत्म हुई तो अंजलि आकाश और खुशी तीनों कॉलेज से बाहर निकल गए । तभी एक कार आकर पार्किंग में रुकी । तीनों ने उस ओर देखा तो ब्लू शर्ट और ब्लैक पैंट पहने एक लड़का कार से बाहर निकला । फिर कार के दरवाजे से टिकते हुए उसने आंखों पर चश्मा चढ़ाया और रौबदार चाल चलते हुए कॉलेज के अंदर चला गया । " हाए... " कहते हुए खुशी ने अपने दोनो गालों पर हाथ रखा और ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 15
अब तक :शिवाक्ष ने अंजली को एकदम से आकर सीने से लगा लिया था जिससे अंजली हैरान थी ।अब :अंजली शिवाक्ष की पकड़ में ज्यों की त्यों खड़ी थी । शिवाक्ष के हाथ उसकी कमर और पीठ पर कसे हुए थे ।शिवाक्ष किसी बच्चे की तरह उसे अपने सीने से लगाए हुए था । वहीं अंजली भी उसकी बाहों में पूरी तरह से समाई हुई थी ।अंजली हिलने लगी तो शिवाक्ष अपनी पकड़ मजबूत करते हुए बोला " stay... "अंजली ने उसकी भारी भरकम आवाज सुनी तो वैसे ही खड़ी रही । शिवाक्ष की आंखों से आंसू की कुछ ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 16
अब तक :शिवाक्ष को बिना नमक की खिचड़ी खिलाने के बाद अंजली को मन ही मन में बोहोत बुरा रहा था । उसके बारे में सोचते सोचते ही वो नींद के आगोश में चली गई । |अब आगे :शाम का वक्त :चारों तरफ पक्षियों के चहचहाने से शांति को चीरता हुआ एक मधुर शोर सुनाई दे रहा था । इसी शोर को सुनते हुए शिवाक्ष सड़क किनारे अपनी गाड़ी के बोनट के उपर लेटा हुआ था और आसमान को देखे जा रहा था । वो अभी तक घर नहीं गया था ।तभी एक गाड़ी जोरों से वहां आकर हॉर्न ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 17
अब तक :राजीव ने अपनी कमर पर हाथ रखा और उसकी ओर हल्का झुकते हुए बोला " ऐसा क्या.. पर अगर ऐसा है भी तो भी मैं तो सॉरी बोलने से रहा.. । लेकिन तुम्हे सॉरी बोलना ही पड़ेगा.. । और अगर तुमने नही बोला तो तुम आज कोई भी क्लास नही लगा पाओगी.. और तुम्हे मुझसे कोई नही बचा पाएगा.. " बोलते हुए राजीव ने दांत पीसते हुए उसकी आंखों में देखा । |अब आगे :राजीव अंजली को धमका ही रहा था कि तब तक माही मालविका अक्षत और श्वेता भी वहां पर आ गए । " say ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 18
अब तक :लड़का अपना सिर खुजाते हुए उसे जाते हुए देखता रहा फिर बोला “ कमाल है.. । कौन ये लड़की जिसके लिए शिवाक्ष भाई नया फोन खरीदवा रहे हैं ? बहन होगी क्या ? “ बोलते हुए उसकी सवालिया नजरें जाते हुए शिवाक्ष का पीछा कर रही थी ।अब आगे :छोटा लड़का भागते हुए अंजली के पास पहुंचा और बोला " दीदी.. आपका फोन चाहिए... । भैया उसे मंगा रहे हैं... " ।" लेकिन क्यों.. अब इसका क्या करेंगे.. ? ये तो अब ठीक नही हो सकता ना... "" वो अब हो जाएगा.. भैया ने बोला तो सब ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 19
अब तक : " just shut your mouth... पहले मारने की कोशिश करो और फिर ये महानता की देवी भाषण दो.. । मुझे तुम्हारे ये भाषण नही सुनने हैं.. । बल्कि तुमने जो किया है उसकी सजा तुम्हे देनी है.. । Now just wait and watch... " बोलते हुए श्वेता ने चुटकी बजाते हुए इंडेक्स फिंगर से उसकी ओर प्वाइंट आउट कर दिया ।अंजली उसकी उंगली को देखने लगी । खुशी ने अंजली के हाथ को पकड़ लिया और आकाश भी उसके साथ आकर खड़ा हो गया । श्वेता तीनो को घूरने लगी ।अब आगे :खुशी ने श्वेता को ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 20
अब तक :शिवाक्ष ने पलटकर श्वेता के कंधे को देखा । श्वेता ने उसकी नजर अपने ऊपर पाई तो से रोनी सूरत बना ली ।अब आगे :शिवाक्ष को अपने आप को छूता पाकर अंजली पीछे हट चुकी थी । शिवाक्ष ने देखा तो उसकी बाजू को छोड़ दिया ।शिवाक्ष वापिस श्वेता के पास आया और उसके हाथों को अपने हाथ में लेकर देखने लगा । उसके छूते ही श्वेता के दिल की धड़कन बढ़ सी गई थी । अगले ही पल शिवाक्ष ने उसके हाथों को छोड़ दिया ।" तुम ठीक तो हो ना श्वेता.. ? " माही ने ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 21
अब तक :अंजली के कंधे का निशान और श्वेता की उंगली में पहनी अंगूठी का डिजाइन आने लगा ।दोनो एक जैसे थे । इतना तो उसे साफ हो गया था कि श्वेता का हाथ भी अंजली के कंधे पर लगा था जो बहुत जोरों से मारा गया था । वहीं ये समझने में भी उसे देर नही लगी थी इन सबमें पहल श्वेता की तरफ से ही हुई थी ।अब आगे :मालविका अंजली को लेकर प्रिंसिपल के ऑफिस में जा चुकी थी । वहीं श्वेता के झूठे इल्जामों का सिलसिला भी शुरू हो चुका था ।प्रिंसिपल ने अंजली को ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 22
अब तक :अंजली एक टक उसकी आंखों में देखने लगी । प्रिंसिपल उसकी नजरें अपने उपर पाकर एक पल ठिठक सी गई थी । उसकी चोरी पकड़ी गई थी और अंजली की घूर उसे ये बताने के लिए काफी थी कि वो अब शांत नही रहने वाली थी ।अब आगे : " आपने झूठ क्यों बोला मैम ? "" जाओ , अपनी क्लास में जाओ " प्रिंसिपल उसकी बात को इग्नोर करते हुए चेयर पर बैठ गई ।" आपको मेरे सवाल का जवाब देना चाहिए । क्या आपने वीडियो देखी ही नही या फिर देख कर भी आंखों पर ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 23
अब तक :आकाश ने अपने चारों ओर देखा तो उसे लगा जैसे हर कोई उसका मजाक उड़ा रहा हो और खुशी के हंसने से आकाश की आंखों में नमी तैर गई जो उसके चश्मे को भिगोने लगी ।खुशी को देखकर वो भी हल्का सा हंस दिया उसके दिल पर इस वक्त क्या गुजर रही थी सिर्फ वही समझ सकता था ।अब आगे :खुशी उसके पास आई तो आकाश मासूमियत से बोला " मुझे लगा कि तुम्हे गाना सुनना पसंद है, और गाना गाने वाले लोग भी इसीलिए मैं तुम्हारे लिए गा रहा था खुशी "" ओ आकाश " बोलते ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 24
अब तक :" ना मुन्ना ना.. झूठ नही बोलते.. । मुझे तो ये तक लग रहा है कि तू भी ये प्यार वाली बात इसलिए पूछ रहा था ताकि तेरे रास्ते में कोई कांटा न आए.. " बोलते हुए अक्षत उसे हंसते हुए देख रहा था तो शिवाक्ष गुस्से से उसे घूरे जा रहा था ।अक्षत ने दांत दिखाए और भोहें उचका दी ।अब आगे :" बहुत बकवास करने लगा है तू " शिवाक्ष ने चिढ़ते हुए सिर हिला दिया। " अच्छा , मैं कुछ पूछूंगा सच सच बताना । Ohk ! "" नही , तू उल्टी बातें पूछेगा ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 25
अब तक :श्वेता की कड़वाहट भरी बातें सुनकर माही चुप हो गई । उसका चेहरा उदासी से घिर गया आगे :अक्षत ने माही की उदासी देखी तो बोला " कोई ड्रेसिंग सेंस या हैसियत से बड़ा या छोटा नहीं होता है श्वेता । ये तो सोचने वाले की सोच पर निर्भर है । मानो तो पत्थर में भी भगवान हैं और न मानो तो वो मंदिर में भी नही हैं ।और रही बात माही की.. तो भले ही एक बार किसी गलत इंसान के साथ चली गई हो । लेकिन इससे तुम ये नही कह सकती कि इसे किसी ...Read More
बेपनाह मोहब्बत - 26
अब तक :अंजली ने सुना तो जल्दी से बाहर निकल गई । शिवाक्ष ने डिक्की बंद की और गाड़ी टिककर खड़ा हो गया । फिर अक्षत को देखते हुए बोला " तो ये थी तेरी हिचकी की वजह.. " बोलते हुए शिवाक्ष ने बाजुएं आपस में बांध ली ।और अक्षत और अंजली दोनो को एक एक करके घूरने लगा ।अब आगे :शिवाक्ष आगे कुछ बोलता इससे पहले ही उसकी नजर अंजली की बाजू पर पड़ी । उसकी बाजू पर लाल रंग के गहरे निशान बन चुके थे जो शायद अभी अभी बने थे ।शिवाक्ष ने realise किया कि उसकी ...Read More