तू भी सताया जायेगा !

(13)
  • 13.6k
  • 0
  • 5.1k

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः। हे फैमिली पेश है आप सब के लिए एक नई धारावाहिक आशा करती हूं की ये आपको पसंद आयेगा और आप ढेर सारा प्यार देंगे मेरी इस नई कहानी को। लव यू फैमिली ️ अक्सर बड़े शहर खुद के अंदर कई कहानियां छुपाए रहते है, कई घटनाओं के चस्मदीद गवाह होते है, इनकी सड़के, इनकी गलियां और उन गलियों में बना घर और उन घरों के आंगन में खेलती जिंदगियां, कई घर की ऐसी कोई कहानी नहीं होती है जिन्हे पन्नो पर उतारा जाए।

1

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 1

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः। हे फैमिली पेश है आप के लिए एक नई धारावाहिक आशा करती हूं की ये आपको पसंद आयेगा और आप ढेर सारा प्यार देंगे मेरी इस नई कहानी को। लव यू फैमिली ️ अक्सर बड़े शहर खुद के अंदर कई कहानियां छुपाए रहते है, कई घटनाओं के चस्मदीद गवाह होते है, इनकी सड़के, इनकी गलियां और उन गलियों में बना घर और उन घरों के आंगन में खेलती जिंदगियां, कई घर की ऐसी कोई कहानी नहीं होती है जिन्हे पन्नो पर उतारा जाए। और कई ...Read More

2

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 2

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली कैसे है आप सब आशा है की आप सबको कहानी पसंद आ रही होगी, अपनी विचारों की टिप्पणी अवश्य दे, लव यू फैमिली ️बनारस ( गंगा घाट ) बनारस जो सुकून की दुनिया है जहां महादेव की छत्र छाया है और मां गंगा का आंचल उसी गंगा घाट के किनारे एक लड़की बैठी हुई थी उसका पैर गंगा के पानी में था जो उसे एक सुकून दे रहा था‌, उस लड़की की आंखो से आंसू टपक रहा था, और वो बिना किसी आवाज के ...Read More

3

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 3

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली आशा है की आप सब मेरा ये नया प्रयास पसंद आ रहा होगा। कहानी के हर मोड़ का मजा ले, और अपने विचारों का निसंकोच हो कर टिप्पणी करे। आपके व्यक्त विचारों से मेरे लेखन में एक अद्भुत सहायता प्राप्त होती है। आप सब को मेरा झोला भर कर प्रेम ️️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर.... बनारस ( कश्यप हाउस ) खनक के हाथो से खून टपक रहा था और वो बिना किसी भाव के उस बह रहे खून को देखे जा ...Read More

4

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 4

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की आपको मेरा प्रयास पसंद रहा होगा। आप सबसे अनुरोध है की कहानी को अधिक से अधिक प्रेम प्रदान करे, और अपने विचारों की टिप्पणी दे, आपकी टिप्पणी मुझे कहानी लिखने में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सबको मेरा झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर.... मुंबई ( पाठक मैंशन ) रिवाज की गाड़ी पाठक मैंशन के अंदर आ कर रुकती है, और रिवाज बाहर निकलता है और कोट का बटन लगाते हुए मैंशन के अंदर जाने लगता ...Read More

5

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 5

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की आप सब को मेरा प्रयास पसंद आ रहा होगा। आप सब से अनुरोध है की कहानी को अधिक से अधिक प्रेम दे, और अपने विचारों की टिप्पणी करे, आपकी टिप्पणी मेरे लेखन में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सब को मेरा झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर..... अगली सुबह बनारस ( गंगा घाट )कश्यप हाउस,अंदर से अंबर की आवाज आ रही थी जो भूमि को शांत करने की कोशिश कर रही थी।अंबर ( भूमि को पुचकारते ...Read More

6

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 6

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की आपको मेरा प्रयास पसंद रहा होगा। आप सब से अनुरोध है की कहानी को अधिक से अधिक प्रेम दे, और अपने विचारों की टिप्पणी करे, आपकी टिप्पणी मेरे लेखन में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सबको झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर....... मुंबई ( पाठक मैंशन ) एक नौकर सफाई में लिए उस रूम में आता है वहां रिवाज को ऐसे बेहोश देख कर उठा कर उसे उसके कमरे में ले जा कर लिटा देता है, ...Read More

7

तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 7

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की मेरा प्रयास भा रह आप सभी को, कृपा अपने विचारों की टिप्पणी करे, आपकी टिप्पणी मेरे लेखन में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सब को मेरा झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर..... बनारस ( गंगा घाट )सब लोग घाट के किनारे आ चुके थे क्योंकि वहां मंदिर के सीढ़ियों पर भक्त का आना जाना लगा हुआ थे। वही अर्पण और भूमिजा वहीं घाट की धरती पर बैठ कर खेल रहे थे, सारे संसार के माया चक्र ...Read More