मुंबई का एक जाना माना क्लब... illusion में लोगो की भीड़ जमी हुई थी और वो लोग लगातार हूटिंग कर रहे थे। इस वक्त वहा पर सिर्फ कलरफुल लाइट जल रही थी जो माहोल को अलग ही बना रही थी। तभी वहा की सारी लाइट्स ऑफ हो जाती है और स्टेज पर एक स्पॉटलाइट जल रही होती है और उस स्पॉटलाइट में एक लड़का खड़ा हुआ था। उसका चेहरा नहीं दिखाई दे रहा था। उसे देखते ही सभी लोग जोर जोर से हूटिंग करने लगते है.... RJ.. RJ.... सभी रिथम में आरजे बोल रहे थे और सभी लोग अपने फोन की लाइट ऑन करके हवा में अपना हाथ हिलाने लगते है। तभी स्टेज पर खड़ा RJ गिटार प्ले करता है और धीरे से गुनगुनाने लगता है.... फिर अगर मुझे तू कभी ना मिले हमसफर मेरा तू बने ना बने फासलों से मेरा प्यार होगा ना कम तू ना होगा कभी अब जुदा..
Full Novel
इश्कियां (पहला प्यार) - 1
Club Illusion,mumbai.... मुंबई का एक जाना माना क्लब... illusion में लोगो की भीड़ जमी हुई थी और वो लोग हूटिंग कर रहे थे। इस वक्त वहा पर सिर्फ कलरफुल लाइट जल रही थी जो माहोल को अलग ही बना रही थी।तभी वहा की सारी लाइट्स ऑफ हो जाती है और स्टेज पर एक स्पॉटलाइट जल रही होती है और उस स्पॉटलाइट में एक लड़का खड़ा हुआ था। उसका चेहरा नहीं दिखाई दे रहा था। उसे देखते ही सभी लोग जोर जोर से हूटिंग करने लगते है.... RJ.. RJ.... सभी रिथम में आरजे बोल रहे थे और सभी लोग अपने ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 2
रात का वक्त, राज अपने अपार्टमेंट में आ चुका था वो वहा पर अकेला रहता था। राज बेड पर हुआ था और इस वक्त उसकी आंखे बंद थी। और वो आज के कॉन्सर्ट के बारे में सोच रहा था.... उसके दिमाग में बस वही ब्रेसलेट घूम रहा था। तभी उसे किसी के गुनगुनाने की आवाज सुनाई देती है.... वो झट से अपनी आंखे खोलता है और इधर उधर देखने लगता है.... तभी उसकी नजर गेट के पीछे खड़ी एक लड़की पर जाती है जिसके हाथ में वही R नाम का ब्रेसलेट था..जो धीरे धीरे गुनगुना रही थी.... मैंने तेरा ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 3
......कुछ दूर जाकर राज को वो ऑटो दिखाई देता है, राज जल्दी से गाड़ी से उतरता है और उस के पास जाते हुए बोला, " लिसन! मुझे आपसे बात... बोलते हुए उसकी नजर ऑटो के अंदर जाती है और उसकी आंखे बड़ी हो जाती है क्युकी ऑटो खाली था। तभी ऑटो वाला राज को देखते हुए पूछता है, " क्या हुआ भाया! किसे ढूंढ रहे हो? तनिक हमको बताओ, हम कुछ मदत कर दे। " " वो इसमें एक लड़की बैठी थी, जिसके हाथ में R नाम का ब्रेसलेट था, आपने देखा क्या उनको इसी ऑटो में बैठी थी।" ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 4
राहा की आंखों से टप टप आंसु बहने लगे वो रोते हुए बोली... मैं देख नही सकती इसका मतलब तो नही की कोई मेरे साथ ऐसे बर्ताव करेगा मैं भी इंसान हु मुझे भी फील होता है यार मुझे भी हर्ट होता है। राहा तू शांत होजा हां ऐसा नही है... कुछ लोग होते ही ऐसे है जिन्हे किसी की कदर नही होती... संजू राहा को समझते हुए बोली पर उसकी आंखो में गुस्सा साफ नजर आ रहा है। राहा तू रुक मैं अभी आती हु बोलते हुए संजू वहा से निकल जाती है। इसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 5
राहा चिल्लाते हुए बोली... क्यू आए है आप यहां.. जाइए मुझे आपसे कोई बात नही करनी गो! उसकी बात राज ने कसकर अपने हाथो की मुठ्ठी बनाली। राज बस एक तक राहा के रोते हुए चेहरे को देख रहा था जो उसकी वजह से ही हुआ था। राहा को देखते हुए वो कही खो सा गया।फ्लैशबैक राज अकादमी से निकल चुका था वो बस चलता जा रहा था और उसे खुद भी नही पता था की उसके ऐसे रिएक्ट करने का कारण क्या था। वो थोड़ी दूर चला की उसकी नजर एक मंदिर पर चली गई जो। कन्हैया का ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 6
रात का वक्त , राज इस वक्त अपने डिपार्टमेंट में बैठा हुआ था और उसके साथ सैम भी थी उसे बोरियत भरी नजरो से देख रही थी। अब बोलेगा कुछ या बस देखने के लिए बुलाया है मुझे... आधे घंटे से बैठी हु की अब बोलेगा अब बोलेगा...सैम चिड़ते हुए बोली। पर उसकी बात सुन राज ने कोई जवाब नही दिया और फिर अपने फोन में लग गया।उसकी इस हरकत पर सैम गुस्से में लाल होते हुए बोली.. मत बोल मैं जा रही हू बोलते हुए सैम उठ गई और गेट की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए।रुक तो यार... ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 7
राज का अपार्टमेंट,राज हैरानी और खुशी दोनो के मिले जुले भाव से सामने खड़ी राहा को देख रहा था। क्या देख रहे हो.…. राहा हस्ते हुए बोली। उसकी बात सुन राज मुस्कुराते हुए बोला.... तुम्हे! अच्छा जी तो बस देखना ही है... राहा उसके गले में भागे डालते हुए बोली। क्या मतलब.. राज मुस्कुराते हुए बोला। मतलब राहा सरमाते हुए बोली। और राज उसकी कमर पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए उसके होठों की तरफ बढ़ने लगा के तभी राहा उसे जोर का धक्का देती है जिससे राज दो कदम लड़खड़ा जाता है। राहा तुम ये.... राज संभालते हुए ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 8
राज जा चुका था और संजू हैरानी से मुंह खोले अभी भी दरवाजे की तरफ देख रही थी वो से ही बोली... ये क्या था? और फिर उसकी नजर सब बच्चो पर जाती है जो अपने मुंह पर हाथ रखे हस रहे थे। संजू उन्हे डांटते हुए बोली.. क्या ही ही कर रहे हो जाओ जाकर पढ़ाई करो भागो.... उसके कहते ही सब बच्चे वहा से नौ दो ग्यारह हो जाते है। राहा तू ठीक है ना! संजू राहा के चेहरे से उसके हाथो को हटाते हुए बोली। उसका चेहरा देखते ही संजू परेशान हो जाती है राहा की ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 9
राहा अकादमी रहा बार बार संजू से पूछ रही थी राज आए क्या? उसे अजीब सी बैचनी हो रही वो अपने सीने पर हाथ रखते हुए बोली... संजू मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा कुछ गलत हुआ है प्लीज तू फोन कर न राज को वो ठीक तो होगे। संजू राहा को संभालते हुए बोली.... राहा शांत होजा प्लीज ठीक हो , क्या पता राज को कुछ जरूरी काम आ गया हो इसीलिए नही आया हो? सब कुछ ठीक है हां तू पहले शांत हो और पानी पी... बोलते हुए संजू राहा को पानी पिलाने लगती है और उसी ...Read More
इश्कियां (पहला प्यार) - 10 - अंतिम भाग
3 महीने बाद, राज डॉक्टर के केबिन के बाहर खड़ा था जिसके चेहरे पर परेशानी और खुशी दोनो नजर रही थी। तभी उसके कंधे पर कोई हाथ रखता है। राज अपनी नजरे उठाकर देखता है जिसके सामने संजू खड़ी थी। क्या हुआ मिस्टर AJ, परेशान लग रहे हो...... संजू राज को देखते हुए बोली। कुछ नही यार तुम्हे तो पता है आज डॉक्टर राहा के आंखो से पट्टी हटाने वाले है जिसके बाद राहा देख पाएंगी.... राज मुस्कुराते हुए बोला।तो इसमें परेशान होने वाली क्या बात है... तुम्हे तो खुश होना चाहिए न कि राहा फिर से देख पाएंगी, ...Read More