ये कहानी है बनारस की रूही की जो अपनी जिंदगी से परेशान हो चुकी है आप उस की जिंदगी में कोई नही बचा जिसे वो अपना कह सके। और दूसरी तरफ है राजवीर सिंघानिया जो है सिंघानिया ग्रुप कंपनी के सीईओ और अंडर वर्ड की दुनिया उन्हे डेविल के नाम से जानती है। राजवीर बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का है पर जब राजवीर रूही को देखता है तो देखता ही रह जाता हैं और उस पर अपना दिल हार बैठता है पर अगले ही पल उस से बेहद नफरत करने लगता हैं तो क्या रूही, राजवीर की नफरत से बच पाएगी या फिर रूही, राजवीर की ज़िंदगी बन जायेगी...
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 1
ये कहानी है बनारस की रूही की जो अपनी जिंदगी से परेशान हो चुकी है आप उस की जिंदगी कोई नही बचा जिसे वो अपना कह सके। और दूसरी तरफ है राजवीर सिंघानिया जो है सिंघानिया ग्रुप कंपनी के सीईओ और अंडर वर्ड की दुनिया उन्हे डेविल के नाम से जानती है। राजवीर बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का है पर जब राजवीर रूही को देखता है तो देखता ही रह जाता हैं और उस पर अपना दिल हार बैठता है पर अगले ही पल उस से बेहद नफरत करने लगता हैं तो क्या रूही, राजवीर की नफरत से बच पाएगी या फिर रूही, राजवीर की ज़िंदगी बन जायेगी.... ...Read More
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 2
अमर ने गुस्से में चिल्लाते हुए, रूही से कहा, "तूने एक बार भी मेरी इज्जत की नही सोची, आज साबित कर ही दिया कि तू मेरी औलाद है ही नही।" बचपन से ही रूही अपनी सौतेली मां, बहन और भाई के जुल्म सहती आई है पर उस को लगता था कि उस के पिता उस से बहुत प्यार करते हैं पर आज उन्होंने भी साबित कर दिया कि रूही, उनके लिए कोई मायेने नही रखती हैं और वो अब अपने पिता पर एक बोझ से ज्यादा कुछ नहीं है। इस छोटी सी उम्र में आज रूही को इतना बड़ा ...Read More
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 3
रूही अपने कमरे मे बैठ कर रो रही होती हैं तो उस के पास उस की सौतेली बहन रीना जाती हैं और रूही के बाल पकड़ लेती है और उस से गुस्से से कहती हैं, " अगर पापा को कुछ भी बताया ना तो तुझे घर के बाहर फिकवा दूंगी और मेरे पर्सनल लाइफ से दूर रहेगी तभी इस घर में जिंदा रह पाएगी...!" अपनी सौतेली बहन रीना की बात सुन, रूही रोते हुए कहती हैं, "मै तो तुम्हारी छोटी बहन हूं ना, तो मेरे साथ ऐसा मत करो और वो जो लड़का है ना जो तुम्हारा ब्वॉयफ्रेंड है ...Read More
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 4
रूही को अपने लिए आवाज उठानी नही आती थी वो तो बस अपने ऊपर होने वाले सारे जुल्म सह भी चुप ही रह जाती थी। कोई भी उस के भोलेपन और मासूमियत का फायदा उठा सकता था। और क्योंकि उस की सौतेली मां कुसुम और सौतेली बहन रीना उस को मिले महीने के खर्च के रुपए जो रूही के पिता अमर अपने तीनो बच्चो को देकर जाते थे। वो भी उस से छीन लेते थे इसलिए वो कॉलेज की कैंटीन में पार्ट टाइम जॉब कर के अपना खर्चा निकाला करती थी, और इसी पैसों की कमी की वजह से ...Read More
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 5
रूही की बात सुन, उस की सौतेली बहन रीना उस से कहती हैं, "जब तू घर के काम कर थी तो मैं तेरे पर कुछ तरस खाकर तेरे कमरे मे अपने खराब हो चुके कपड़े तुझे देने के लिए आई थी..!" रीना आगे कहती हैं, "तेरी अलमीरा में मुझे, तेरा ये सफेद लिफाफा मिल गया और जब मैंने इससे खोला तो उस मे से मुझे रुपए मिले और जब मैंने उन सब को गिना तो पता चला ये तो पूरे दो हजार रुपए है...!" रीना की बात सुन, रूही उस से कहती है, "तो अब ये मुझे दे दो, ...Read More