घनसोर के शांत गांव में, जहां रातें प्राचीन बरगद के पेड़ों की तरह शांत होती थीं, एक पुरानी हवेली थी जो अतीत के रहस्यों को फुसफुसाती थी। गांव वाले वहां जाने से इसलिए कतराते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि यह एक आत्मा का घर है जिसे वे 'द वॉचर' कहते हैं। सालों पहले अपनी स्थापत्य शैली और सुंदरता का लोहा मनवाने वाली हवेली’ द वॉचर’, अब एक वीरान और डरवाने खंडहर में तब्दील हो चुकी थी। रिहायसी क्षेत्रों की रौनक वहां के रहने वाले लोगों से होती है, यही कारण था कि हवेली बिना इंसानों के खाने को दौड़ती थी। वो पेड़ों के झुरमुटों में अपने दैत्याकार में खड़ी थी। वो हवेली ऐसी प्रतीत होती है, जैसे मानों वो अपनी नर्क जैसी लाल आंखों से किसी को निहार रही हो। इसलिए उसे द वॉचर कहा जाता था। अब वहां इंसान तो नहीं रहते थे, सिवाय वहां रहने वाली एक लडकी की आत्मा के।
अलौकिक प्रेम कथायें - 1
अध्याय –०१ द वॉचरलेखक:– सोनू समाधिया‘रसिक ’घनसोर के शांत गांव में, जहां रातें प्राचीन बरगद के पेड़ों की तरह होती थीं, एक पुरानी हवेली थी जो अतीत के रहस्यों को फुसफुसाती थी। गांव वाले वहां जाने से इसलिए कतराते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि यह एक आत्मा का घर है जिसे वे 'द वॉचर' कहते हैं।सालों पहले अपनी स्थापत्य शैली और सुंदरता का लोहा मनवाने वाली हवेली’ द वॉचर’, अब एक वीरान और डरवाने खंडहर में तब्दील हो चुकी थी। रिहायसी क्षेत्रों की रौनक वहां के रहने वाले लोगों से होती है, यही कारण था कि हवेली बिना ...Read More
अलौकिक प्रेम कथायें - 2
पिशाच और इंसान की प्रेम कहानी लेखक:– सोनू समाधिया ‘रसिक ’एक बार की बात है, हमारी दुनिया में ही कहीं दूर, एक छोटा, एकांत गाँव था जो फुसफुसाते जंगल और शांत समुद्र के बीच एक आइलैंड पर बसा था। गाँव वालों ने एक प्राचीन महल के बारे में बताया जो चट्टान के किनारे पर खड़ा था, जहाँ एलियोर नाम का एक पिशाच रहता था। पुरानी कहानियों के विपरीत, सदियों से अभिशिप्त जीवन जी रहे पिशाच एलियोर के पास एक कोमल आत्मा थी, जिसे अमरता का अभिशाप था और एक प्यास थी, रक्त की प्यास। जिससे वह घृणा करता था।उसी ...Read More