घड़ी की सुइयों के साथ भागता ये वक़्त कितना जल्दी - जल्दी ख़तम हो गया , हमें तो पता भी नहीं चला कब छुट्टियां ख़तम हो गई थी उन बगीचों में फूलों का खुशबू , तितलियों के साथ खेलना वो भी क्या बचपन था ?? थोड़ा उसके साथ लड़ना , एक दूसरे से रूठ जाना फिर एक - दूसरे को माना । मानो कल ही तो ये सब हो रहा था आंखों के सामने जैसा सब याद है मुझे । आस - पास के लोगों को कितना परेशान करते थे हम दोनों मिलकर , चुपके चुपके अपने - अपने घर से निकलकर छुपकर फूलों के बीच खेलना और शाम होते ही दादी मां के पीछे - पीछे मंदिर में जाकर शाम की आरती में शामिल होना ... फिर आरती के समय चड़ावे में से कुछ पैसे चुराकर अगले दिन सुबह - सुबह उठकर सबसे पहले डॉग्स को बिस्किट और ब्रेड खिलाना ।
Full Novel
Love Contract - 1
घड़ी की सुइयों के साथ भागता ये वक़्त कितना जल्दी - जल्दी ख़तम हो गया , हमें तो पता नहीं चला कब छुट्टियां ख़तम हो गई थी उन बगीचों में फूलों का खुशबू , तितलियों के साथ खेलना वो भी क्या बचपन था ?? थोड़ा उसके साथ लड़ना , एक दूसरे से रूठ जाना फिर एक - दूसरे को माना । मानो कल ही तो ये सब हो रहा था आंखों के सामने जैसा सब याद है मुझे । आस - पास के लोगों को कितना परेशान करते थे हम दोनों मिलकर , चुपके चुपके अपने - अपने घर ...Read More
Love Contract - 2
सुबह - सुबह का वक़्त और वो तितलियों की तरह बगों में घूम रही थी , उसका बचपन वाली अभी गई नहीं थी । लेकिन बहुत कुछ बदल गया है । जिंदगी ने छोटी सी जिंदगी में बहुत मुश्किलों से वाकिफ करवाया । जब 8 साल की हुई , एक कार एक्सिडेंट में मां का साथ छूट गया ....। कुछ वक़्त गुजर जाने के बाद अचानक से पापा का साया भी सर से छीन गया । चाचा - चाची भी उस पर चोरी का इल्ज़ाम लगा कर घर से बाहर नि काल फेका । लेकिन कहते है न जिसका ...Read More
Love Contract - 3
अब हम अपनी कहानी पर आते है , अरुण मितल ( रिवान के पिता जी ) - जो एक के लालची आदमी , पैसों का घमंड , गरीबों को कुछ न समझने वाले लेकिन शहर के बहुत बड़े बिजनेसमैन में गिने जाते थे । ' फोन पर बात करते हुए रिवान बेटा तुम एयरपोर्ट पहुंच गए ? ड्राइवर तुम्हे लेने गया है तुम परेशान मत होना । वो तुम्हे पहचानता है ख़ुद तुम्हारे पास पहुंच जाएगा । रिवान ड्राइवर का इंतेज़ार कर रहा था , ' विराज ' - क्या बात है मेरे शेर ? आज तुम्हारे चेहरे पर ...Read More
Love Contract - 4
आदिया सामने से कुछ लोगों को आते हुए देख घबरा कर वहां से झटके में निकलने की सोची , साईकिल का रफ्तार तेज़ की आगे बढ़ने लगी । मन ही मन सोच भी रही थी , काश ! वो कही से मेरे सामने आता 15 साल हो गए है , आज तक इस घर में कोई रहने नहीं आया पता नहीं कहां चला गया । यहां तो अपने नानी मां के साथ रहता था लेकिन उसका घर कहां था ? उसके मम्मी पापा कौन थे इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता है । क्या आज भी मुझे वो ...Read More
Love Contract - 5
विराज को कार में जा कर बैठने के लिए कहता है , दौड़ते हुए एक घर के पास पहुंचा गेट पर ताला देखकर अपना मुंह लटकाए कार में अा कर चुप चाप बैठ जाता है । अंकल आप घर के तरफ कार को ले लो । अरुण मितल अपने बेटे के अभी तक घर न पहुंचने पर बखौलाए हुए थे बहुत ज्यादा ही गुस्से में थे । सावरी मितल (अरुण मितल की धर्म पत्नी ) अपने पति को गुस्से में देख कर ' अरे अब आपको क्या हुआ जी टमाटर की तरह लाल क्यों हुए हैं ? ' आता ...Read More
Love Contract - 6
अब तक आपने कहानी में पढ़ा अरुण मित्तल और उनकी पत्नी सावरी मितल के बीच खर्चों को लेकर छोटा नोक - झोक होता है । बेटे के आने की खुशी में सावरी खुशियां मनाना चाहती है वो भी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ । इसीलिए सावरी घर में पूजा और शाम को पार्टी रखती है । अरुण मित्तल को जब पता चलता है किसी ने उनके क्रेडिट कार्ड से एक लाख रुपए निकाल लिया है तो वो बेहोश होकर फर्श पर नीचे गिर जाते है जिससे उनको बहुत चोट लग जाती है । लेकिन अरुण मित्तल अपने पत्नी ...Read More
Love Contract - 7
आदिया जल्दी - जल्दी मितल मैंशन से बाहर निकल कर अपने फूलों से भरा मिनी ट्रक लेकर चली जाती । रीवान हॉल में आया और आने के बाद टेबल पर रखा न्यूज पेपर उठा कर सोफे पर बैठ जाता है । कुछ देर बाद रिवान का ध्यान टेबल के नीचे गया । रीवान बिना कुछ सोचे उसे उठा कर अपने हाथ में ले लेता है उसके बाद वो अपनी मां को आवाज़ देता है ' रीवान का आवाज़ सुनकर सावरी जी किचेन से बाहर आती है , क्या हुआ रीवान ?? रीवान उस लॉकेट को दिखाते हुए ' मां ...Read More
Love Contract - 8
उसका पैर अचानक नीचे पड़े बॉल पर चला जाता है । आदिया एक कदम भी नहीं आगे बढ़ी थी रीवान के ऊपर गिर पड़ी ..... रीवान बेड पर गिरा और उसके ऊपर आदिया गिर जाती है , गिरने के बाद आदिया के सिर से कैप निकल जाता है जो अपने बालों को छुपाने के लिए लगा रखी थी । टोपी निकलने के बाद सारे बाल बिखर जाते है , खिड़की खुली हुई थी उससे आती हवाएं आदिया के बिखरे बालों को उसके गालों को चूमने पर मजबुर कर रही थी । एक पल के लिए दोनों एक दूसरे के ...Read More
Love Contract - 9
आदिया लेटी हुई थी और किसी सोच में डूबी थी । एक तरफ जॉब की टेंशन मुझे मिलेगी कि । दूसरी तरफ बाबा के तबियत को लेकर टेंशन , दिन पर दिन बावा की तबीयत ठीक होने के बजाय और बिगड़ती जा रही थी । आदिया करवटें बदल रही थी , टेंशन से उसकी नींद ही उड़ गई थी । जब मेरा कॉलेज खुल जाएगा तो फिर मैं सारा कुछ कैसे संभालूंगी । समझ में नहीं आ रहा मुझे और डर भी लग रहा है कैसे सब कुछ संभाल पाऊंगी । अभी पैसों की भी जरूरत है मुझे कॉलेज ...Read More
Love Contract - 10
" रिवान मितल " भाई मुझे प्यास लगी है यार , विराज रुक मैं अभी मंगवाता हूं । जूस चलेगा । आदिया के हाथ में जूस का ट्रे था , विराज हेलो मिस जूस लेकर आना यहां । आदिया अपना सिर झुकाए जूस का ट्रे लेकर अाई । Rivan देखते ही पहचान गया ये तो वही लड़की है जो फूल लेकर अाई थी । रीवान कुछ बोलता उससे पहले शालू सामने अा जाती है और आदिया वहां से चली जाती है । शालू समझ गई थी , आदिया लड़कों के बीच uncomfortable महसूस करती है । " शालू " ...Read More
Love Contract - 11
नीचे रीवान दौड़ कर आया शायद वो फूल वाली लड़की सच में यहां अाई है मुझे उससे एक बार करना है । ये सोचकर रीवान नीचे आया , जब तक वो नीचे आया आदिया जा चुकी थी । फिर रीवान अपना मुंह लटकाए मितल मेंसन के अंदर चला आता है । आकर अपने रूम में धराम से नीचे बेड पर कुछ सोचते हुए गिर जाता है । आदिया पैसे लेकर अपने घर चली गई , घर पहुंचने के बाद " शुक्र है सभी सो रहे हैं फिर जाकर अपने कमड़े में आराम से बेड पर लेट जाती है । ...Read More
Love Contract - 12
विराज क्या है ? रीवान तेरा मुंह क्यों लटका है ? मां को मैं अब चांद जैसी बहू कहां लाकर दूं ? रीवान विराज से उदास होते हुए कहा वो तो मेरे पीछे पड़ चुकी है , बेटा कोई अच्छी सी लड़की देखकर तुम शादी कर लो । " विराज " आंटी जी सही तो बोल रही है कुछ दिन में ऑफिस भी संभाल लेगा लेकिन तुम्हे संभालने वाली भी कोई चाहिए न आंटी जी का कहना बिल्कुल सही है । क्या यार तुम भी अब मां के बातों का तरफदारी कर रहा है तुमको तो पता है मेरे ...Read More
Love Contract - 13
विराज टायर बदलने के बाद रीवान से ' अरे भाई अब तुम गाड़ी के बोनट से उतरों और आकर के अंदर बैठो दोनों बैठ कर कार स्टार्ट करके होटल के तरफ बढ़ने वाले ही थे तभी अचानक सामने से दौड़ती अा रही लड़की पर पड़ी जो पीछे मूड कर देखते हुए भाग रही थी । जिसके कपड़े जैसे - तैसे और फटे हुए थे । रोती हुई लड़की नंगे पांव दौड़ते हुए रीवान और विराज के तरफ चली आ रही थी । विराज कार को आगे बढ़ाने के बाद मुड़ा कर उसे होटल के रास्ते मोड़ने वाला ही होता ...Read More
Love Contract - 14
कुछ देर बाद रसीली बाई को होश आया , होश आने के बाद बहुत रोने लगी और घबराने भी है । रीवान रसीली बाई के पास आया ' तुम ठीक हो तुम्हारी ऐसी हालत किसने किया ? देखो तुम घबराओ नहीं हम तुझे कुछ नहीं करेंगे तुम हम से डरना बंद करो पहले । विराज पानी का ग्लास रसीली बाई के तरफ बढ़ाते हुए ये लो तुम पानी पियो पहले घबराना बंद करो । हम तुम्हें कुछ नहीं करेंगे , हम दोनों ने ही तुम्हे उस गुंडे से बचा कर यहां लाए हैं तो हम दोनों से डरना बंद ...Read More
Love Contract - 15
रिवान और विराज दोनों रसीली बाई को घर लेकर पहुंचे । मेन गेट का वेल बजाया सावरी मितल दरवाजा है दरवाजे के बाहर देखकर शौक हो जाती है अपने बड़े आंखे कर के घूंघट में खड़ी लड़की को देखती है । " रिवान " क्या हुआ मां ऐसे क्यों देख रही है ? क्या हुआ आपको ? बेटा ये घूंघट में कौन लड़की है ? ये तो दुल्हन दिख रही है लेकिन ये हमारे घर के दरवाजे के पास क्या कर रही है ?? " विराज " ये मितल खानदान की बहू है आंटी जी , जल्दी से आप ...Read More
Love Contract - 16
अदिति ( रसीली बाई ) दुल्हन के जोड़े में बेड पर बैठ कर कहीं खोई हुई थी । कमड़े अंदर आते हुए अभी तक तुम इसी कपड़े में मां ने तुम्हे दूसरी साड़ी नहीं दी पहनने के लिए रिवान कहता है । अदिति कुछ जवाब नहीं दि , क्योंकि किसी बात को लेकर खोई थी । क्या हुआ है ?? किस सोच में डूबी हो रिवान अपना कबर्ड खोलते हुए बोला । कबर्ड खुलने की आवाज सुन कर नींद से अदिति जगी । कुछ खास नहीं बस बाबा की याद आ रही है मां - पापा के गुजरने के ...Read More
Love Contract - 17
सावरी जी अदिति को साड़ी देने के बाद वापस नीचे आती है , किचेन में जाने के बाद वही जाती है और दिमाग से निकल जाता है वो अपनी बहू को कुछ खाने को देने वाली थी । एक घंटे बाद याद आया ' हे भगवान मैं तो काम के चक्कर में बहू को खाने के लिए कुछ देना ही भूल गई , एक प्लेट में खाना गर्म करने के बाद पड़ोस ली किचेन से निकल कर सीढ़ियों के तरफ बढ़ती लेकिन उससे पहले अरुण मित्तल डाइनिंग टेबल के पास बैठते हुए कहा " आप मेरा खाना लगा दीजिए ...Read More
Love Contract - 18
शाम से अब रात हो चला था अदिति अपने कमड़े में इधर उधर घूमते हुए ' रिवान जी को काफी समय हो गया अभी तक घर क्यों नहीं आए मेरे पास तो मेरा फोन भी नहीं रहा जिससे मैं उनको कॉल करके पूछ लूं अभी कहां है ?? सांवरी जी दरवाजा खटखटायी अदिति का ध्यान दरवाजे के पास गया अदिति दरवाजे के तरफ बढ़ते हुए मां अंदर आयिये ना आप बाहर क्यों खड़ी है ? बेटा मैं तो बस तुम्हारे कमड़े को देखने आयि थी रूम डेकोरेटर अच्छे से सजाया है या नहीं ,अंदर चारो ओर देखते हुए कही ...Read More
Love Contract - 19
अदिति अपने अध खुली आंखों से टटोल रही थी रिवान कमड़े से गया कि नहीं , कुछ देर में रिवान कमड़े से बाहर चला अाता है । रिवान के जाने के बाद अदिति बेड से झटके में उठी । " मुझे माफ़ कीजियेगा रिवान जी ये सब दिखावा करना बहुत जरूरी था अगर मुझे मां के आहट नहीं मिली होती तो आज राज पर से पर्दा ही उठ जाता , ये शादी नहीं सिर्फ़ एक समझौता है कुछ दिन , महीने साल के । लेकिन मैं रिवान जी से किया वादा भी तोड़ नहीं सकती । मैंने उनका साथ ...Read More
Love Contract - 20
अदिति आश्चर्य से बोली ' क्या हुआ मां ऐसा क्या गलती कर दिया मैंने ? ' कल - पड़सो शादी ही हुई है और आज बिना सिंदूर अपने मांग में भरे नीचे अा गई तुम्हे पता भी है ये कितना बड़ा अप सगुण है। मुझे माफ़ करना मां जल्दी जल्दी में सिंदूर लगाना भूल गई । अभी जा रही हूं कमड़े में सिंदूर लगा कर आती हूं ।अदिति सीढ़ियों के तरफ बढ़ गई , रुको अदिति बेटा तुम्हे ऊपर जाने की जरूरत नहीं है अदिति अपने बढ़ते कदम को रोक दी फिर झटके में पीछे पलटी । अदिति डरी ...Read More
Love Contract - 21
एक महीने बाद _____________अरुण मित्तल को छोड़ कर सभी घरवाले बात करते हुए चाय की चुस्की ले रहे होते उसी बीच अरुण मित्तल आते हैं उनको देखकर सब हैरान थे ....आज पूरे छः महीने बाद अरुण मित्तल जी अपने दोनों पैरों पर खड़े थे और अपने कमड़े से यहां तक वो चल कर आए थे । " सांवरी " अपने आंखे बड़े कर के मितल साहब को देख रही थी , फिर ये कोई सपना तो नहीं देख रही मैं आप सच में अपने पैरों पर खड़े है जी । ये कोई चमत्कार हुआ है आंटी जी जो अंकल ...Read More
Love Contract - 22
सुबह के वक़्त था विराज जॉगिंग से रिवान के साथ वापसआया । विराज जल्दी तैयार हो जाना हमें आज के काम से बाहर जाना है पापा ऑफिस में चले जाएंगे रिवान बोला । ठीक है भाई बोलकर वापस अपने कमड़े मेंचला जाता है ।कमड़े में जाने के बाद विराज अपने फोन को इधर उधर ढूंढ़ता है यही तो रखा था पता नहीं कहां चला गया ???फिर विराज को याद आया वो फोन को पिलोके नीचे रखा है ।फोन निकालकर स्क्रीन पर देखा तो 20 मिस कॉल थे बहुत सारे मैसेज भी ' अब कैसे समझाऊं इसे मैं मितल खानदान ...Read More
Love Contract - 23
अदिति और सांवरी जी मार्केट गई , मार्केट से आने के बाद घर के सांवरी अंदर आती है तो से " आप कब अाई ?? " जब तुम अपनी बहू के साथ घर से बाहर थी ।सांवरी जी पास आकर पैर छु कर आशीर्वाद लेती है ,बहुत दिन के बाद आप अाई दीदी( सुरभी जी ) .....सब कुशल मंगल है न । हम्म सब कुशल मंगल है घर में ,आप तो अपने लिए बहू ले अाई घर में और अपनी ननद को बताना जरूरी नहीं समझा सुरभी जी बोली।बस - बस अब आप कोई बहाना नहीं बनाना भाभी , ...Read More
Love Contract - 24
अगले दिनअदिति किचेन का सारा काम समेट कर .... सोचा आज रिवान जी का अलमीरा साफ कर दूं !!सारा एधर - उधर कर दिए हैं ....अदिति अपने कमड़े में चली जाती है .... और जा कर अलमीरा के सारा समान निकाल कर अच्छे से व्यवस्थितकरती है उसी दौरान अदिति को एक तस्वीर मिलती है जिसे रिवान बहुत अच्छे से संभाल कर रखा था ....अदिति उस तस्वीर पर बंधे कपड़े को खोल कर देखना चाहती है लेकिन उसी वक़्त सुरभि जी आवाज़ लगाती है" बहू एक कप चाय लाना वो भी अदरक वाली ।।।"जी बुआ जी मैं अभी लाई .... ...Read More
Love Contract - 25 - (Last Part)
सांवरी : दीदी मैं आज विराज को सारी सच्चाई बता दूंगी ... मुझे भी अच्छा नहीं लगता आखिर कब मैं उससे सच्चाई छुपा कर रखूंगी ।।।बिल्कुल सही सोचा है भाभी .... यही सही रहेगा ।।उधर अदिति रिवान के दिल में कौन है ?? उसकी बचपन की जादू उसके दिल में रहती है या नहीं यह जानने की कोशिश कर रही थी ।आखिर रिवान को खुश देखकर उससे पूछ लेती है..आपकी बचपन का प्यार मिला या नहीं ??नहीं उसका कुछ पता नहीं चला ... लगता है मेरी किस्मत में नहीं लिखी है मेरी जादू ... फिर उदास हो जाता है ...Read More