नरेश से आकर एक युवती टकरायी तो उसके हाथ से बेग गिर गया।नरेश बेग उठाने को झुका तो वह युवती भी झुकते हुए बोली,"सॉरी।" "नो मेंशन।आल राइट वह युवती चली गयी लेकिन उसकी मोहिनी छवि नरेश के दिल मे अंकित हो गयी।क्या गजब की सुंदर थी।वह इतनी जल्दी में थी कि नरेश उससे उसका नाम भी नही पूछ पाया। नरेश उस दिन के बाद रोज उस युवती को प्लेटफॉर्म पर खोजता पर वह उसे नही मिली।लेकिन एक दिन वह ट्रेन में चढ़ा और ज्यो ही अंदर गया।वह युवती उसे मिल गयी।उसके पास वाली सीट खाली देखकर नरेश बोला,"क्या मैं यहां बैठ सकता हूँ वह युवती नरेश को देखकर मुस्करायी औऱ आंखों के इशारे से उसे बैठने के लिए कहा था। कुछ देर तक नरेश चुप बैठा रहा।फिर बोला,"मेरा नाम नरेश है।क्या तुम्हारा नाम जान सकता हूँ।" "क्या नाम बताना जरूरी है? "नही।"उस युवती की बात सुनकर नरेश बोला और फिर चुप हो गया।कुछ देर तक उनके बीच खामोशी छाई रही।उस खामोशी को तोड़ते हुए वह बोली,"बुरा मान गए।"
बंधन प्यार का - 1
नरेश से आकर एक युवती टकरायी तो उसके हाथ से बेग गिर गया।नरेश बेग उठाने को झुका तो वह भी झुकते हुए बोली,"सॉरी।""नो मेंशन।आल राइटवह युवती चली गयी लेकिन उसकी मोहिनी छवि नरेश के दिल मे अंकित हो गयी।क्या गजब की सुंदर थी।वह इतनी जल्दी में थी कि नरेश उससे उसका नाम भी नही पूछ पाया।नरेश उस दिन के बाद रोज उस युवती को प्लेटफॉर्म पर खोजता पर वह उसे नही मिली।लेकिन एक दिन वह ट्रेन में चढ़ा और ज्यो ही अंदर गया।वह युवती उसे मिल गयी।उसके पास वाली सीट खाली देखकर नरेश बोला,"क्या मैं यहां बैठ सकता हूँवह ...Read More
बंधन प्यार का - 2
ओ केहिना चली गयी थी।।और नरेश सन्डे का बेसब्री से इंतजार करने लगा।हिना की मोहक छवि उसके दिल मे अंकित हो चुकी थी कि रात हो या दिन वह मोहक छवि उसकी आँखों के सामने घूमती रहती।उसने हिना का नम्बर तो ले लिया था लेकिन अभी इतनी आत्मीयता या इतनी नजदीकी नही हुई थी कि उसे फोन कर सके।कही वह बुरा न मान जाए या अन्यथा न ले ले।फोन करने की चाहे हिम्मत न जुटा पाता पर रात को बिस्तर में वह उसे याद करता और उसे याद करते करते ही सो जाता।और शनिवार को वह बिस्तर में लेटा ...Read More
बंधन प्यार का - 3
"गाइड का क्या करोगे?""गाइड हमें यहां का इतिहास बताने के साथ पूरा म्यूजियम भी दिखा देगा।""कर लो।"हिना ने गर्दन हुए स्वीकृति दी थी।"इस म्यूजियम की नींव मेडम तुषाद ने डाली थी।इसीलिए उनके नाम परनरेश ने एक गाइड कर लिया था।"इस म्यूजियम का नाम मेडम तुषाद क्यो पड़ा?"हिना ने गाइड से प्रश्न किया था।"इस मुजियम की नींव मेडम तुषाद ने रखी थी।इसीलिए उनके नाम पर इस म्यूजियम का नाम पड़ा।""मेडम तुषाद कौन थी?"हिना ने दूसरा प्रश्न किया था।"मेरी का जन्म फ्रांस में हुआ था।बाद में वह फ्रांस से इंग्लैंड आ गयी।इंग्लैंड में डॉक्टर फिलिप मोम के अंग बनाते थे।मेरी ने ...Read More
बंधन प्यार का - 4
"चेम्बर ऑफ हॉरर में दुष्ट,दुर्जन,हत्यारे निर्मम लोगो के पुतले के साथ उनके जुर्म करने का तरीका भी था,"।गईदे उन्है के बारे मे बताते हुए बोला,"उस चएमबार मे गर्भवती महिलाओं और बच्चों का प्रवेश वरजीत था।""क्यो?"हिना ने पूछा था।"वो बहुत ही डरावना और भयंकर था।"।"अब कहा है।""सन 2016 में उसे बन्द कर दिया गया था।उसकी जगह श्वरलोक होम्स के कृतिम पात्रों और कृतित्व है "गाइड ने उन्हें उस भाग को भी दिखया था।म्यूजियम देखकर नरेश और हिना बहार आये थे।नरेश बोला,"भूख लगी है जोर की।""मुझे भी।""चलो कुछ खाते हैं।"नरेश,हिना के साथ रेस्तरां में आ गया था।इंडियन रेस्तरां था।उसमें काफी भीड़ ...Read More
बंधन प्यार का - 5
हिना और नरेश खाना खाने के बाद होटल से बाहर आये थे।नरेश बोला,"अगले सन्डे कही चलना है?""फोन पर बात लेंगे।"नरेश और हिना मेट्रो से वापस किंग्स्टन लौट आये थे।फिर नरेश और हिना अपने घर चले गए थे।नरेश और हिना ऑफिस में व्यस्त रहते थे।इसलिए रोज तो बात नही हो पाती थी लेकिन शनिवार को नरेश ने समय निकाल ही लिया था।वह फोन करके हिना से बोला,"कल सन्डे है।""मुझे मालूम है।""मालूम है तो बताओ कल घूमने चलोगी?"क्यो नही चलेंगे।जरूर चलेंगे।तुम्हे शक है क्या?""हा।"नरेश बोला था।"क्यो?""पिछले सन्डे को तुमने मेरे साथ चलने से मना कर दिया था।"अरे हां।सही कह रहे हो।मेरी ...Read More
बंधन प्यार का - 6
बिग बेनकाफी भीड़ थी।दूर से ही टावर की तरफ देखते हुए हिना बोली,"इतनी बड़ी घड़ी?""क्या तुम्हारे पाकिस्तान में है घड़ी?""मैं पाकिस्तान में लाहौर से बाहर ज्यादा नही गयी हूँ।जहा भी गयी हूँ,ऐसी तो नही देखी।न ही इतनी विशाल होगी,"हिना बोली,"और हिंदुस्तान में?"हमारे देश में क्लॉक टावर बहुत से शहरों में है।मैं कभी कलकत्ता तो नही गया लेकिन मैंने सुना है।कलकत्ता में बिग बेन की प्रतिकृति है।इतनी बड़ी नहीं है।आकार औऱ ऊचाई में इसकी एक तिहाई ही है,, नरेश ने अपने देश के बारे में हिना को बताया था।"इसे देखने के लिए तो काफी लोग आते है,"भीड़ की तरफ देखते ...Read More
बंधन प्यार का - 7
तभी जहाज आने का संकेत मिला।"निचे चलो।और पुल पर आवागमन रुक गया।वे लोग भी पुल से उतर आए थे।और धीरे पुल के दोनों हिस्से उपर उठने लगे।पुल के दोनों तरफ का ट्रैफिक जहा का तहँ ठहर गया था।और जहाज आने पर वे जहाज को नदी में से गुजरते हुए देखते रहे।"चले"हा चलो।रोजी और हेनरी चले गए थे।हिना और नरेश काफी देर तक घूमते रहे और फिर लौट गए थे।फिर अगले दो सन्डे ऐसे ही निकल गए।हिना व्यस्त रही और उसे अकेले जाने का मन नही करा।उसने छुट्टी का दिन घर पर ही बिताया था।फिर शनिवार को उसने हिना का ...Read More
बंधन प्यार का - 8
और उस दिन वे जू देखकर लौट आये थे।एक दिन नरेस ने हिना को फोन किया था,"इस सन्डे को स्ट्रीट चले"यह तो बाजार है।""तुम गयी हो क्या?""कई बार अपनी सहेलियों के साथ हो आयी हूं।"हिना ने उसे बताया था"फिर तो सही है।तुम्हें वहा की अच्छी जानकारी होगी।"खरीददारी करनी है क्या"कर लेंगेऔर सन्डे को नरेश हिना के साथ ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट गया था"क्या खरीदना है?"बाजार में पहुचने पर हिना ने परेश से पूछा था।"कपडे की दुकान में चलो।""रेडीमेड।""हा।"हिना पहले भी अपनी सहेलियों के साथ आ चुकी थी इसलिए उसे पूरी जानकारी थी।वह उसे लेकर एक शॉप में गयी थी।"कहिये आपको क्या ...Read More
बंधन प्यार का - 9
और वे रेस्त्रां से बाहर आ गए थे।बाहर आने पर नरेश बोला,",कभी क्लब गयी हो।"तुमसे दोस्ती हुई है तभी जाने लगी हूँ"पहले क्यो नही"अकेले क्या करो जाकर"दोस्त तो होंगे"है। कई लेकिन सब के अपने अपने बॉय फ्रेंड है।वे उनके साथ जाएगी या मेरे"पजिस्तान का कोई लड़का लड़की दोस्त नही है",रुबिका मेरे साथ ही पजिस्तान से आई थी।लेकिन उसे मैनचेस्टर में जॉब मिली थी।वह वहाँ चली गयी।फोन पर कभी कभी उस से मेरी बात हो जाती है"कोई पाकिस्तानी लड़का दोस्त नही है"तुम पहले हो जिसे दोस्त बनाया है वरना लड़को से मैं दोस्ती नही करती"क ...Read More
बन्धन प्यार का - 10
जब हिना ने डांस नही किया तो वह उसका हाथ पकड़कर नाचने लगा।हिना हंसती रही वह उसे नचाने कि करता रहा।वहा से बाहर निकले तो नरेश बोला,"डिनर करोगी?"तो क्या भूखे पेट सुलाने का इरादा है"नही,"नरेश बोला,"भूखे पेट तो मुझे भी नींद नही आती।चलोऔर वे एक रेस्तरां में आ गए थे।इस रेस्तरां में वेस्टर्न और इंडियन दोनों तरह का खाना मिलता था।नरेश ने मेनू देखकर खाने का आर्डर दिया था।"हाय,"वे खाना खा रहे थे तभी नरेश का सहकर्मी आया था।नरेश ने भी उसके अभिवादन का उत्तर दिया था। वेटर खाने की प्लेटे रख गया था।वे दोनों खाने लगे।खाना खाने के ...Read More
बन्धन प्यार का - 11
और एक सन्डे को नरेश हिना के साथ पार्क गया।हिना बोली कोनसे पार्क चलोगे"हाईड पार्कऔर नरेश हिना को अपने लेकर हाईड पार्क गया था।पार्क विशाल क्षेत्र में फैला हुआ था।वहां पर एक बोर्ड लगा हुआ था।उस पर उस पार्क के बारे में जानकारी दी गयी थी।उस पार्क को सन1873 में इग्लैंड के राजा ने बनवाया था।नरेश,हिना के साथ उस पार्क में चहल कदमी करने लगा।मस्त ठंडी हवा चल रही थी।वहां लगे फूल के पौधों से पार्क महक रहा था।भीनी भीनी खुश्बू फिजा में घुली थी।हिना के बदन से आ रही इत्र की मोहक महक भी उसे मस्त कर रही ...Read More
बन्धन प्यार का - 12
पार्क के अंदर भीड़ बढ़ती ही जा रही थी।सन्डे को और दिनों के मुकाबले सार्वजनिक और पर्यटन स्थल पर ही लोग आते है।छुट्टी के दिन का पूरा लुत्फ लेते है।मस्ती और खुशी का इजहार करते है।पार्क में नरम हरी घास पर खिली धूप में बच्चे खेल रहे थे।उछल कूद रहे थे।जगह जगह जोड़े बैठे प्रेमालाप में मशगूल थे।चहल कदमी करते करते नरेश, हिना से बोला,"चलो उधर चलकर बैठते हैऔर हिना, नरेश के साथ एक पेड़ के नीचे आ गई।दोनों नरम हरी घास पर बैठ गये थेनरेश, सामने बैठी हिना को निहारने लगा"ऐसे क्या देख रहे हो"तुम्हे"मुझे क्यो"तुम कितनी सुंदर ...Read More
बन्धन प्यार का - 13
नरेश और हिना लौट आये"आज क्या सूरज अपना रास्ता भूल गया,"हिना, नाजिया को देखकर बोली थी।नाजिया बंगला देश से जो पहले पाकिस्तान का हिस्सा था।वह लेटकमरथी।ऑफिस में सबसे बाद में भागती दौड़ती आती थी।आज उसे सबसे पहले ऑफिस में देखकर हिना ने कहा था।"ताना मार रही है"नाजिया हिना का इशारा समझ गयी थी।"अब पूछना तो पड़ेगा ही"यार बात ऐसी है।मैं शाम को भी लेट गयी थी।फिर भी कुछ काम रह गया था।बॉस को सुबह ही यह फ़ाइल देनी है।उसे पूरा करने के लिए जल्दी आना पड़ा"चायचाय के कप मेज पर रखते हुए जॉन बोला था"आज चाय अभी क्यो"हिना ने ...Read More
बन्धन प्यार का - 14
टी ब्रेक हो गया थासब सुस्ताने के मूड में आ गए थे"तूने अपने दोस्त का नाम क्या बताया था"नरेशनाजिया दोस्त तो हिन्दू है"हा"तो तू एक काफिर से निकाह करेगी"काफिर कौन होता है?"हिना ने पूछा था",जो हमारे धर्म का न हो।मुसलमान न हो।उसे काफिर कहते हैं"तू पढ़ी लिखी होकर कैसी बात करती है"शादी के लिये तेरा बॉय फ्रेंड मुसलमान बनेगा"नही"तो नरेश को अपना बनाने के लिए अपना धर्म परिवर्तन करके हिन्दू बनेगी"न मैं हिन्दू बनूँगी न नरेश मुसलमान बनेगा।"न तू अपना धर्म बदलेगी न तेरा प्रेमी।फिर ये शादी होगी कैसे"क्या अलग अलग धर्म को मानने वाले शादी नही कर सकते"क्यो ...Read More
बन्धन प्यार का - 15
घर से निकलते समय नरेश ने हिना को फोन कर दिया था।"तुम घर से निकल गया"निकल रहा हूँ"बस में नरेश पैदल मेट्रो स्टेशन की तरफ चल पड़ा था।यहाँ पर लोग पैदल चलना भी खूब पसंद करते है।नरेश को चाय की तलब महसूस हुई।वह जल्दी में घर पर चाय नही बना पाया था।वह चाय पीने के लिए रेस्तरां में रुक गया था।चाय पीकर जैसे ही निकला हिना का फोन आ गया"कहा पर हो"तुम पहुंच गई"हाँ"बस में भी आ रहा हूँहिना, नरेश का ही इनजार कर रही थी"गुड मॉर्निंग,"नरेश हिना को देखकर बोला,"सुंदर लग रही हो""थेंक्सऔर नरेश और हिना यू के ...Read More
बन्धन प्यार का - 16
पत्थर लगते ही हिना के सिर से खून बहने लगा और वह जमीन पर गिर गयी"हिना हिना क्या हुआ।उठो।आंखे ने बहुत कोशिश की लेकिन वह बेहोश हो गयी थी।तब नरेश ने उसे गोद मे उठाया और पथरबाजी कि चिंता न करते हुए हिना को लेकर सड़क पर आ गयाहेल्प मीनरेश सड़क से गुजर रही कार वालो से मदद मांगने लगा।लेकिन प्रदर्शन होता देखकर कोई रुक ही नही रहा था।लेकिन एक कार रुकी और नरेश, हिना को लेकर अस्पताल पहुंचा थाडॉक्टर ने खून साफ करके पट्टी बांधी और इंजेक्शन लगया था"डॉक्टरनरेश ने डॉक्टर से पूछा था"घबराने की बात नही है।मामू ...Read More
बन्धन प्यार का - 17
हिना मोबाइल देख रही थी तभी फोन की घण्टी बजी।सबीना का फोन था हिना फोन कान से लगाकर बोली,"हा बंगला देश की थी और हिना के साथ ही काम करती थिंदोनो में अच्छी दोस्ती थी।"कहा है तू"नरेश के घर पर"क्यो"चोट लग गयीं।नरेश ले आया"चोट।केसी चोटहिना ने सबीना को पूरा वाक्या सुनाया था।उसे सुनकर सबीना बोली,"अब केसी है"मामूली चोट हैऔऱ कुछ देर तक दोनों फोन पर बाते करती रही थी।"खाना तैयार हैनरेश ने कहा था।हिना खाने की प्लेटे देखते हुए बोली,"तुमने तो कई चीजें बना ली"कई कहा है।दाल ,चावल,रोटी,सब्जी और हलवा"लो मुह खोलोनरेश ने चमच से हिना को हलवा खिलाया ...Read More
बन्धन प्यार का - 18
"पहनती है शादी के बाद"लडकिया कड़े तो पहनती है"तुम्हे अच्छे लगते है क्या"हा"तो पहन लुंगी"सिर्फ मेरे कहने से नही,"नरेश मन करे तो"तुम्हारा और मेरा मन अलग नही है"हिना बोली,"ले आऊंगी"तुम नही।मैं लाऊंगाऔर हिना ने नहा धोकर नरेश के लाये कपड़े पहन लिए थे।वह कपड़े पहनकर बोली,"कैसी लग रही हूँ"सुंदर हो तो सुंदर ही लगोगी"मैं कपड़ो कि बात कर रही हूं"बहुत cute लग रही हो।कहि नजर न लग जाये,नरेश बोला,"तुम बताओ मेरे लाये कपड़े कैसे लगे"तुम्हारी चॉइस को दाद देनी पड़ेगी"क्या खाओगी"तुम बताओ वो ही बना दूंगी"मंगा लेते है आर्डर करके"उसकी क्या जरूरत है।अगर बाजार का खाना है तो वही ...Read More
बन्धन प्यार का - 19
और हिना की बात उसने मान ली थी"हलो।सो गए क्या"अकेले नींद नही आती"फिर कैसे आएगी"तुम आ जाओ"आऊंगी"कब"रात को"रात ही है"सपने में आऊंगी"खूब मजाक बना लो"मजाक नही हैनरेश और हिना देर रात तक हंसी मजाक करते रहे।।और रोज ही करने लगे।शनिवार की रात को नरेश हिना से बोला,"तैयार रहना कल"क्यो"घूमने चलेंगे"कहा पर"ऑक्सफ़ोर्ड स्ट्र्रेट भी"खरीदारी भी करनी है"हां"क्या"टॉवल है,अंडर गारमेंट्स रुमाल आदि"इसमें में क्या करूँगी"तुम्हारे लिये भी"मेरे पास तो है"कोई बात नही।एडवांस में ले लेना"मैं ले आउन्ही"मैं अपनी पसंद के दिलाऊंगा"शादी हुई नही अभी से शौहर का रुतबा दिखाने लगे"रुतबा नही"तो"प्यार।होने वाली मेरी प्यारी सी बीबी को प्यारऔर सन्डे को नरेश ...Read More
बन्धन प्यार का - 20
हिना मा के साथ मेट्रो में बैठ गयी थी।नरेश जनता था उसकी माँ को पूजा पाठ में बहुत समय है।इसलिए मा से बोला,"जल्दी तैयार हो जाना"क्यो"चलना है"कहा"तुम्हे पार्क ले चलूंगा"क्या मुझे पार्क देखने के लिए इतनी दूर से बुलाया है"।मीरा बोली,"मन्दिर या कोई दूसरी जगह ले चलता"मम्मी।सब जगह तुम्हे ले चलूंगा।अब तो यही रहना है"जैसी तेरी मर्जीऔर मीरा नहा धोकर पूजा करके तैयार हो गयी थी।नरेश अपनी माँ के साथ मेट्रो स्टेशन पहुंचाथा।मीरा बोली,"दिल्ली में भी मेट्रो है लेकिन यह और भी अच्छी लग रही हैनरेश मा को लेकर हाईड ...Read More
बन्धन प्यार का - 21
"हा।मेरे वालिद ने मेरा निकाह अपने मजहब के लड़के से ही किया था"फिर तो तू। अपने अतीत को भूली होगी"नही भूली"सलमा बोली"क्यो"नही भूली तो एक बार अपने अतीत में झांक लेबेटी ने याद दिलाया तो सलमा के अतीत के पन्ने खुलने लगे"अम्मी मैं आगे तालीम लेना चाहती हूँ।"सलमा का जन्म कराची के एक गरीब परिवार में हुआ था।उसके वालिद असलम मेहनत मजदूरी करते थे।पाकिस्तान में भयंकर मंहगाई थी।इसकी वजह जरूरी सामान की भारी किल्लत थी।खाने पीने की चीजों का अभाव था।असलम की कमाई में परिवार का गुजारा नही होता था।असलम की बीबी फातिमा सिलाई और कढ़ाई करके पैसे कमा ...Read More
बन्धन प्यार का - 22
"लड़का तो सुंदर है"फातिमा फोटो देखकर बोली थीलड़के में कोई ऐब तो नही है"जफर हीरा हैअसलम ने खूब तारीफ कसीदे गढ़े थे"मैं सलमा को फोटो दिखाती हूँ"जरूरफातिमा पास के कमरे में चली गयी।सलमा कढ़ाई कर रही थी।वह दूसरे कमरे में चल रही अपने अब्बा और अ। अम्मी की बाते भी सुन रही थी"सलमा यह फोटो देख।तेरे अब्बा तेरे लिए लाहौर के एक लड़का देख कर आये है।"वह लड़के कद बारे में बताते हुए बोली,"तुझ्रे पसन्द है"तुम जानोसलमा ने सरसरी नजर से फ़ोटो देखकर शरमाते हुए कहा थासलमा को लड़का पसन्द आ गया। फातिमा को भी पसन्द था।असलम ने बेटी ...Read More
बन्धन प्यार का - 23
शौहर के साथ घूमते समय उसे ऐसा लगा था सचमुच रात को उसने सच बोला था।दोस्तो ने पार्टी में जबर्दस्ती शराब पिला दी होगी।लेकिन ऐसा सोचना उसका भरम था जो जल्दी ही टूट गया था।वह जान गई कि उसका शौहर शराबी था।उसे शराब की लत थी।और धीरे धीरे शौहर के दूसरे एमल भी सलमा के सामने आ गए थे।सिगरेट और सट्टे का भी वह शौकीन था।शौहर की ज्यादातर कमाई उसके खुद के शोक पूरे करने में खर्च हो जाती थी।वह घर खर्च को पैसे देता उसमे खर्च नही चलता था क्योंकि महगाई आसमान छू रही थी।जरूरी चीजों की भारी ...Read More
बन्धन प्यार का - 24
और उस दिन तो नगमा चली गयी थी।लेकिन जफर और नगमा निकाह का मन बना चुके थे।सलमा ने यह अपने फोन करके अब्बू को बताई थी।अब्बू बोले,"तुम ही समझा सकती हो।अगर मान जाए तो लेकिन जफर कहा मानने वाला था।और सलमा के लाख प्रयास के बावजूद जफर ने नगमा से निकाह कर ही ली थी।नगमा ने निकाह से पहले कहा था,वह उसकी छोटी बहन बनकर रहेगी।लेकिन ऐसा नही हुआ।नगमा ने सलमा की जगह हथिया ली और सलमा नौकर बनकर रह गयी।वे दोनों नौकरी करते थे।इसलिएए सुबह और देर श शाम को लॉटकर आते।स्लमआ सुबह डॉनओ के लिये चय नष्टआ ...Read More
बन्धन प्यार का - 25
फिर उसे अपने दूसरे शौहर से तलाक लेकर वह पहले शौहर से फिर से निकाह कर सकती है।बहुत से और लोग केवल हलाला के लिए तैयार रहते हैं।और इस तरह नई नई औरतों कातीन तलाक कानूनी रूप से गलत है।वह चाहती तो कानूनकी मदद ले सकती थी।पर उससे फायदा क्या।जब शौहर उसे चाहता ही नही।अगर चाहता तो क्यो दूसरा निकाह करता।क्यो उसे तलाक देता।फिर हलाला कराके ऐसे शौहर से दुबारा निकाह से क्या फायदा।उसने हलाला या दूसरे निकाह का इरादा त्याग कर अपने पैरों पर खड़े होने का फैसला किया।उसने नौकरी की तलाश शुरू कर दी।वह नौकरी के लिए ...Read More
बन्धन प्यार का - 26
नही ये नही होगा"अम्मी क्या सोच रही होबेटी की बात सुनकर वह अतीत से वर्तमान में लौट आयी"मे तेरा दूसरे धर्म के लड़के से नही करूंगी"सलमा बोली,"अपने मजहब का कोई भी लड़का तलाश ले"अम्मी तू जानती है हमारे मजहब में चाहे जब बीबी को शौहर छोड़ सकता है"जरूरी नही है मेरे साथ जो हुआ तेरे साथ हो"अगर हो गया तो"अल्लह पर भरोसा रख"तीन तलाक न दे तो एक से ज्यादा शादी तो कर सकता है"तू उल्टा क्यो सोच रही है"अम्मी तेरे साथ हो चुका है,"हिना बोली,"जान बूझकर अम्मी मे रिस्क नही लूंगी।मैने फैसला कर लिया है निकाह नरेश से ...Read More
बन्धन प्यार का - 27
बहू बैठो।हिना बैठ गयी थी।सास अंदर किचन में चली गयी थी।तब नरेश बोलारात को स्विट्जरलैंड चलना हैक्योशादी के बाद करते हैंक्या करते हैंहनीमूनहो""हिना शरमा गयी थीहनीमून के लिए मैने टिकट बुक करा ली हैतभी सास ट्रे में चाय हलवा ले आयी थी"लो बेटी खाओ"मम्मी मेरे होते हुए आपने बनाया है"बेटी तुझ्रे अभी किचन में जाने की इज़्ज़त नही है"क्या तो मेरे हाथ का नही खाएगीयह मैने कब कहाआपने कहा ने मे किचन में नही जा सकतीतुम अभी हनीमून को जा रहे हो।पहले वहा से लौट आओ।फिर चूल्हा पुजाइ की रस्म के बाद तुमकीचन में जा सकती हो,"सास बोली,"फिर बहु ...Read More
बन्धन प्यार का - 28
हिना ने जो सुना और पढ़ा था।आंखे बंद करके उसे याद करने लगीं।स्विट्जरलैंड यूरोप का ही एक देश है।यह की पहाड़ियों के बीच मे बसा हुआ है।यह देश अपने प्रकृतिक सौंदर्य के लिय प्रसिद्ध है।यहाँ पर हरी भरी वादियां है।जिनमे तरह तरह के पेड़ लगे हुए हैं।विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूलों से ये वादियां लदीरहती है।यहाँ पर बर्फ से ढकी चोटिया है।प्रकृतिक झीलें और जल प्रपात है।यहाँ कि प्राकृतिक सुंदरता की वजह से ही इसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है।नवविवाहितों के लिए यह आदर्श जगह है।जो लोग हनीमून मनाने के लिए विदेश जाने का विचार कर रहे ...Read More
बन्धन प्यार का - 29
नरेश टेक्सी और गाइड करके लौट आया था।हिना बोली"क्या हुआ"एक घण्टे बाद टेक्सी आ जायेगी"और गाइड"वह भी साथ आएगा","तो तैयार हो जाओ"मैडम आप बाथरूम खाली करेगी तभी तो मैं अंदर जाऊंगा"अभी आती हूँनरेश ,हिना के निकलने का इन तजार करने लगा ।हिना बालो को झटकते हुए बाहर निकली।उसे देखते हए नरेश गुनगुने लगान झटकों जुल्फों से पानीमेरा शौहर तो मोहद रफी हो रहा है"तुम चीज ही ऐसी हो।गायक बन जाऊंगा"अब नहा लोनरेश बाथरूम में चला गया।हिना तैयार होने लगी।नरेश भी नहाकर आ गया।हिना को लाल ड्रेस में देखकर बोलालाल छड़ीऔर उसने हिना को बाहों में भरकर चुम लिया।"तैयार होने ...Read More
बन्धन प्यार का - 30
"हां।""भारत और पाकिस्तान में तो दुश्मनी है।""वो सब सियासी बाते है।अवाम में कोई दुश्मनी नही है।लोग एक दूसरे देश आते जाते हैं।""पश्चिम में तो जाति धर्म नही देखा जाता।पर आप दोनों में प्यार।""प्यार तो औरत और मर्द में होता है।जाति और धर्म देखकर प्यार नही होता।कोई नही जानता कब किसको किस्से प्यार हो जाय।""आप बिलकुल सही कह रहे हैं।"गाइड ने नरेश की बात का समर्थन किया था।और गाइड ने उन्हें हर एक चीज दिखाई थी।उन्होंने एक होटल में लंच भी किया था।"अब कुछ रह गया है क्या?"शाम होने पर हिना ने गाइड से पूछा था"नही।बस अब चलते हैं।"और होटल ...Read More
बन्धन प्यार का - 31
इसीलिए तो तुम्हें पति चुना हैऔर वे हंसी मजाक करते रहे"न तुम उस दिन मेरे से टकराती न मेरी में आती"यह बात मैं भी कह सकती हूं।""सच कहते हैं हमारे यहाँ"क्या?""जोड़ी ऊपर वाला ही बनाता है ""कैसे/""ऊपर वाला हमे मिलना चचाहता था तभी तो तुम्हे पाकिस्तान से और नुझे भारत से यहाँ ले आया।और वे बाते करते हुए तैयार होने लगें।नाश्ता करके वे नीचे आये।नरेश ने काउंटर पर बैठी युवती से पूछा,"युतिलबर्ग माउंटेन जाना चाहते हैं""आप लोग ट्रेन से जाय।बहुत अच्छा लगेगा "वह युवती बोली,"केवल बीस मिनट में पहुंच जाओगेऔर वे दोनों ट्रेन के लिये स्टेशन गए थे।ट्रेन में ...Read More