"सुलतान .... सुलतान मल्लिक नाम है मेरा!" २५ साल का लड़का अरमानी शूट में आंखे बंद करके! टेबल पर दोनो पाव रखकर आराम से बैठा हुआ था! उसके व्यक्तित्व से साफ साफ दिख रहा था की वह एकदम गुरुरी और आदर के साथ बुलाए जाने का धनी था! ना तो उसे पसंद आएगा की कोई उसकी बात की तौहीन करे!? और ना ही वह ऐसे लोगों को चैन से जीने देता है । "और एक बार मैं जो ठान लेता हूं! उसे मैं किसी भी कीमत पर हासिल करके रहता हूं! और ना तो यहां किसी में भी इतनी हिम्मत है की मुझे रोक सके और ना आगे भी किसी में हिम्मत होगी! तो बेहतर हो
ईश्क है सिर्फ तुमसे - 1
"सुलतान .... सुलतान मल्लिक नाम है मेरा!" २५ साल का लड़का अरमानी शूट में आंखे बंद करके! टेबल पर पाव रखकर आराम से बैठा हुआ था! उसके व्यक्तित्व से साफ साफ दिख रहा था की वह एकदम गुरुरी और आदर के साथ बुलाए जाने का धनी था! ना तो उसे पसंद आएगा की कोई उसकी बात की तौहीन करे!? और ना ही वह ऐसे लोगों को चैन से जीने देता है । "और एक बार मैं जो ठान लेता हूं! उसे मैं किसी भी कीमत पर हासिल करके रहता हूं! और ना तो यहां किसी में भी इतनी हिम्मत ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 2
बाबा ..... बाबा रुकिए....! ऐसी आवाज देती हुई लड़की! दौड़ते हुए आ रही थी! । जब तक वह करीब साल के आदमी के पास पहुंचती दौड़ने की वजह से वह हाफ रही थी । तभी वह आदमी कहता है! । रहमान: नाज कितनी बार कहां है की ऐसे पागलों की तरह भाग के मत आया करो!? और तुम आगे पीछे भी देखती नहीं! बाइक या कार से टकरा जाती तो! ।नाज: अरे! बाबा लेकिन बात तो सुने मेरी! आप... अपना फ़ोन और पर्स घर भर ही भूल गए थे और कब से कॉल पे कॉल आए जा रही है ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 3
सुलतान टावल लपेटे बाथरूम से अपने रूम में आया ही था की देखता है महरीन उसके कमरे में बेड बैठी हुई थी! । जैसे ही वह उसे देखता है! तो मानो किसीने उसे कच्चा करेला खिला दिया हो वैसे मुड़ बिगड़ जाता है। वह उसे नजर अंदाज करते हुए बेड पर पड़े शर्ट को लेने के लिए आगे बढ़ता है! । वह जैसे शर्ट उठाता है! महरीन भी उसे दूसरी और से पकड़ लेती है। जिस वजह से सुलतान गुस्से में उसकी ओर देखता हैं। सुलतान: महरीन क्या बदतमीजी हैं! ये!? । महरीन: क्या मैने क्या किया!? । सुलतान: ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 4
नाज कॉलेज से घर की ओर जा ही रही थी की तभी आवाज आती है । जरा सुने...!? ।नाज़: पीछे मुड़ते हुए ) ... ( सुबह टकराई थी वह लड़का था। ) जी! बोले!? ।लड़का: आप की पैन गिर गई थी! आज जब हम...! ।नाज: ओह! शुक्रिया! । ( पेन लेते हुए.... मुड़ने ही वाली थी। ) ।लड़का: सॉरी! मैंने अपना नाम नहीं बताया! साहिर! साहिर हसन.... ।नाज: ( मन में: मैने क्या आचार डालना है नाम जान के । ) जी! ।साहिर: वैसे आपने अपना नाम भी नहीं बताया!? ।नाज: जी!? ।साहिर: आपका नाम!? नाज: सॉरी! पर मैं ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 5
सुलतान कार लेकर अपने घर की ओर जा ही रहा था। उसके माथे पर ना ही सिकन थी ना कोई अफसोस। यह उसके रोजमरा के कामों में से एक था । जैसे सभी लोग ऑफिस जाते है.... बिजनेस संभालते है वैसे ही उसके लिए था। उसके दिमाग में एक भी बार ख्याल नहीं आया की वह अभी अभी एक इंसान.... और वो भी जिंदा इंसान के साथ खेलकर या फिर कहे की चौंट पहुंचाकर आया है। शायद उसके अंदर जो भी इंसानी जज्बात थे वह रहे ही नहीं। क्योंकि ना ही उसे अभी खुशी का अहसास होता है और ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 6
नाज अपने कमरे में गहरी सोच में डूबी हुई थी वह बेड के किनारे पर बैठते हुए बाहर की देख रही थी । कभी उसके कमरे का दरवाजा खुलता है । वह बिना मुड़े गुस्से में कहती है ।नाज: साद मैने हजारों दफा कहां है की बिना इजाजत के कमरे में ना आया कर एक बार में तुझे समझ नहीं आता!? ( वह पीछे मुड़ती है तो सलीम था । वह जल्दी से खड़ी होते हुए कहती है । ) सलीम भाई... आप यहां!?।सलीम: अम्मी तुम्हे नीचे बुला रही है! ।नाज: आप चले... मैं आती हू...! ।सलीम सिर को ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 7
सुलतान पार्टी के बाद घर की ओर जा रहा था। वह कॉल पर किसी के साथ बात करते हुए चला रहा था । वह एक साइड लाइट करते हुए ... बाई ओर कार को मोड़ने वाला था की सामने से तेज गति में एक ट्रक आ रहा था । सुलतान जल्दी से कार की स्टीयरिंग को बाई और घुमाते हुए दूसरी ले जाने की कोशिश करता है। जिस वजह से सड़क की दूसरे किनारे कार टकरा जाती हैं । और ट्रक कार के पिछले भाग को उड़ाते हुए.... दूसरी और निकल जाता है । सुलतान ... सिर पर से ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 8
रग्गा कार को ऑफिस के बेकड़ोर के नजदीक पार्क करता है । और सुलतान के लिए दरवाजा खोलते हुए! तरफ खड़ा था। तभी सुलतान अपने चश्मे को पहनते हुए कार से बाहर निकलता है। वैसे तो अभी भी उसका बदन खून से तरबतर था । फिर भी वह ऐसे चल रहा था जैसे मानो पूरी दुनिया को बचाकर आया हो। वह बेकडोर से जाते हुए अपनी प्राइवेट लिफ्ट के सामने खड़ा होता है। तभी रग्गा भागते हुए लिफ्ट का बटन दबाता है । सुलतान लिफ्ट मे दाखिल होते हुए! अपने ऑफिस का बटन दबाता है क्योंकि इस लिफ्ट में ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 9
सुलतान मीटिंग को खत्म करते हुए मिस्टर मिस्त्री और मिस खान के साथ हाथ मिलाते हुए डील को फाइनल है । तभी मिस्टर मिस्त्री कहते है ।मिस्त्री: आई मस्ट से! मिस्टर मल्लिक जितना आपके बारे में सुना था आप उससे भी ज्यादा काबिल निकले! ।सुलतान मुस्कुराकर! सिर को हां में हिलाता है । जब मिस खान और मिस्टर मिस्त्री जाने वाले होते है तब सुलतान कहता है। सुलतान: अम... मिस खान... कुछ कागजात बाकी है! जिस पर आपने साइन नहीं किए! तो आपको थोड़ी देर रुकना पड़ेगा ।मिस खान: ( सुलतान की ओर मुड़ते हुए ) नहीं तो! मैने ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 10
सुलतान अपनी चेयर पर बैठते हुए आयशा की ओर मुस्कुराकर देख रहा था । वह हंसते हुए सिर को में हिलाते हुए कहता है। सुलतान: तो! यहां पर कैसे आना हुआ! और इतने दिनों से इस शहर में आई हो! मिल ने भी नहीं आई!? ।आयशा: ( आंखे मींचकर खोलते हुए ) फॉर गॉड सेक कितनी दफा बता चुकी हूं! ना तो मुझे तुमसे कोई ताल्लुक रखना है! ना ही मुझे शोख है! यहां आने का! अगर बिजनेस की बात ना होती तो! मैं तुम्हारी शकल भी देखना पसंद नहीं करती। सुलतान: अच्छा! और तुम्हे लगता है! तुमने कहां ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 11
सुलतान ऑफिस से निकलते हुए अपने चचा चाची के घर की ओर निकल जाता है । रग्गा गाड़ी चलाते बार बार आगे के कांच से सुलतान की ओर नजर करते हुए अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहा था की सुलतान का मुड़ कैसा है! । सुलतान आंख बंद करते हुए सोया हुआ था लेकिन जब उसे लगा की बार बार रग्गा उसे देख रहा है.. तो वह बिना आंखे खोले कहता है । सुलतान: रघुवीर! । रग्गा: यस बॉस ( बौखलाते हुए )। सुलतान: क्या हुआ!? क्या मसला है!? । रग्गा: ( सुलतान ने रघुवीर कहां मतलब वह बात ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 12
सुलतान सिगारेट की कश लेते हुए.... धुआं हवा में उड़ाते हुए कुछ सोच रहा था। वह कल के दिन प्लान करते करते कब बेख्याल आसमान की ओर देखने लगा उसे पता ही नहीं चला । वह बस बुत बने आसमान देख रहा था। ना तो उसके दिमाग में कोई हरकत हो रही ना ही उसका जिस्म कोई हरकत कर रहा था मानो जैसे वह बर्फ की तरह जम सा गया था। बस सिगारेट के कश के वक्त हरकत हो रही थी । वह पलके झपकाते हुए फिर से आसमान को एक बार चारो ओर देखता है । मानो कुछ ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 13
सुलतान ३०-३५ मिनिट के बाद होटल सेरेना पहुंचता है। वह कार से उतरते हुए आगा खान की ओर देखता । तभी आगा खान सुलतान के सामान उतारने का इशारा करते हुए कहता है। आगा: शाम चार बजे!1098 G सेक्टर ।सुलतान: ओके! ( कहकर आगे बढ़ने ही वाला था । ) ।आगा: ( सुलतान को रोकते हुए ) और! बी प्रिपेर! शायद! असलाह साजी की जरूरत पड़े तो मेरे आदमी आसपास ही होगे ।सुलतान: डोंट वरी! आगा! । आगा: ठीक है फिर शाम को मिलते है खुदा हाफ़िज़ ।सुलतान: ( सिर को हां में हिलाते हुए! होटल की ओर कदम ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 14
सुलतान बाइक को चलाते हुए अपनी घड़ी की ओर नजर फेरता है। ३.३० बजे थे वह बाइक की गति करते हुए G सेक्टर के रास्ते निकल जाता है। दूसरी ओर अनंत अनजानी की मौत की खबर पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनो की सरकार तक पहुंच चुकी थीं । जहां एक और पाकिस्तान की सरकार इस चिंता में थी की इस बात का क्या जवाब दे दूसरी ओर हिंदुस्तान की सरकार इस बात से चिंता में थी जिस तरह से सोचा था वैसा कुछ भी नहीं हुआ। हिंदुस्तान से तत्काल से कुछ अफसर को पाकिस्तान भेजा जाता है। ताकि वह लोग ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 13
सुलतान कुछ देर बाद विला से चला जाता है । वह अपनी कार में बैठा था की तभी कुछ बाद रग्गा उसे कहता है।रग्गा: बॉस अमजद की कार हमारे पीछे है। सुलतान: ( शोखी मिजाज के साथ आंखे बंद करते हुए ) आबपारा बजार की ओर ले लो! ।रग्गा: जी बॉस! ।सुलतान: आगा को इनफॉर्म करके! ठिकाने पे पहोंचो! मैं सीधा एयरपोर्ट पर मिलूंगा तुम से ।रग्गा: जी बॉस! ।इतना कहते ही सुलतान आंखे खोलता है। वह कांच के बाहर देख ही रहा था की । तभी अचानक गाड़ी को रोकने के लिए कहता है । सुलतान तुरंत कार ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 14
सुलतान राजीव के साथ मीटिंग के लिए जाता है और फिर वहां से सीधा एयरपोर्ट के लिए निकल जाता जैसे ही सुलतान शॉपिंग का बैग पास वाली सीट पर रखता है! उसके दिमाग में तुरंत ही नाज के चेहरे की छवि छा जाती है। खास करकर उसकी आंखे एक ऐसी कशिश थी जो सुलतान को अपनी ओर खींच रही थी और सुलतान ना चाहते हुए भी उसकी ओर खींचा जा रहा था । वैसे तो सुलतान ने उसकी आवाज और आंखो के सिवाय पूरा चेहरा भी नहीं देखा! लेकिन फिर भी इतनी हद तक सुलतान के दिल में हलचल ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 15
सुलतान मुंबई पहुंचते ही सीधा ऑफिस की ओर निकल जाता है। क्योंकि काफी सारा काम था जो की उसने जाने के लिए रोक के रखा था । वह अपनी कंपनी में दाखिल होते है तो सभी लोग गुड मॉर्निंग कहते हुए जल्दी जल्दी अपनी काम की जगह पर जा रहे थे । सुलतान सिर्फ सिर हिलाते हुए लिफ्ट का बटन दबाता है। सुलतान के साथ उसका सेक्रेटरी राजीव भी लिफ्ट में दाखिल होता है। राजीव पचासवें फ्लोर का बटन दबाते हुए कहता है ।राजीव: बॉस! नो घंटे की फ्लाईट और सीधा ऑफिस! थोड़ी देर आराम तो कर लेते! ( ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 16
नाज शॉपिंग करने के बाद अपने घर आती है। जैसे ही वह घर में दाखिल होती है तो देखती अम्मी, अब्बू और भाई हॉल में बैठे हुए बात कर रहे थे । नाज हॉल की ओर जाते हुए बैग बगल में रखते हुए सोफे पर बैठते हुए ग्लास में पानी भरते हुए पीने लगती है। नाज: अम्मी खाने में क्या बना है!? । सादिया: प्लेटफार्म पर तुम्हारे लिए ढक रखा है! गर्म कर के खालो! । नाज: साद! ( भोली शक्ल बनाते हुए )। साद: ( मुंह बिगाड़ते हुए ) क्या! मेरी ओर ऐसे क्या देख रही हो! मैं ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 17
नाज आमिना के साथ कॉलेज के कैम्पस में दाखिल हुई थी की उसकी नजर साहिर पर पड़ती है जो कॉलेज के गेट के पास किसी का इंतजार कर रहा था । जैसे ही साहिर की नजर नाज पर पड़ी नाज अपनी आंखे चुरा लेती है। वह दूसरी ओर देखते हुए आमिना से बात करने लगती है। जैसे ही वह साहिर के नजदीक से गुजरने वाली होती है। साहिर उसे रोकते हुए कहता है। साहिर: जरा सुने!? । नाज: ( आंखे मिचते हुए खुद को कोसती है फिर साहिर की ओर देखते हुए कहती हैं । ) बोले!? । साहिर: ...Read More
ईश्क है सिर्फ तुम से - 18
सुलतान ऑफिस का काम पूरा कर के विला की ओर निकल ही रहा था की अज्जू का मैसेज अपने में देखता है जिस वजह से वह मुस्कुराकर सीट के सहारे सिर रखकर आंखे बंद कर लेता है। जैसे ही सुलतान की कार बेसमेंट के सामने आकर रुकती है। सुलतान सीधा बेसमेंट का दरवाजा खोलते हुए दाखिल होता हैं। अपनी चेयर पर बैठते हैं वह अज्जू और रग्गा को इशारा करते हुए जिस काम के लिए आए है उसे करने को कहता है। रग्गा और अज्जू दो आदमी और एक लड़की को लाकर सुलतान के सामने खड़ा करते है। जिनके ...Read More