अरे भाई! तुमने आज की मजेदार खबर सुनी? अच्छे नागरिक को देश-दुनिया की खबर भी जानना चाहिये। यह नहीं कि सुबह उठते ही काम पर निकल पड़े और सारा दिन खटने कै बाद घर जाकर सो गये। लोकल ट्रेन में यात्रा करते हुये विनोद अपने दोस्त वेंकट से बोला। वेंकट ने जवाब दिया, “सर! मेरे पास इतना समय कहां है? हमारा बड़ा परिवार है, कमाने वाला अकेला मैं ही हूं । उसी चक्कर में सारा समय निकल जाता है। हाँ, दोपहर को खाने के बाद फुर्सत पाता हूँ और जब मैँ पान की दुकान पर जाता हूं तो वहां सारी खबर मिल जाती है। लोग कहते हैं कि पान खाने से समझ आती है इसीलिए शायद लोग वहां भीड़ लगाये रहते हैं । पान वाले के पास तरह – तरह की तंबाकू और गुटके तो होते ही हैं, साथ ही अनेकों धमाकेदार खबरें भी होती हैं । अपना पान वाला बहुत समझदार है । अखबार वाले तो उससे ही खबर लेकर अपने अखबार में छापते हैं । उसके पास सब तरह की खबर रहती है कि कौन लड़की किसके साथ भाग गई, किसके यहां कौन मेहमान आया है, किसने किस तरह दो नंबर का पैसा कमा कर अपना मकान बनवाया है और कौन इस बार पी एम बनेगा”।
Full Novel
आत्म विवाह - 1
आत्म-विवाह (सोलोगैमी) आर० के० लाल अरे भाई! तुमने आज की मजेदार खबर सुनी? अच्छे नागरिक को देश-दुनिया की खबर जानना चाहिये। यह नहीं कि सुबह उठते ही काम पर निकल पड़े और सारा दिन खटने कै बाद घर जाकर सो गये। लोकल ट्रेन में यात्रा करते हुये विनोद अपने दोस्त वेंकट से बोला। वेंकट ने जवाब दिया, “सर! मेरे पास इतना समय कहां है? हमारा बड़ा परिवार है, कमाने वाला अकेला मैं ही हूं । उसी चक्कर में सारा समय निकल जाता है। हाँ, दोपहर को खाने के बाद फुर्सत पाता हूँ और जब मैँ पान की दुकान पर ...Read More
आत्म विवाह - 2 - (हनीमून)
आत्म विवाह भाग-2 (हनीमून)आर 0के 0 लालदूसरे दिन अवकाश था पर वेंकट कल हो रही सोलोगैमी पर चर्चा पूरा के लिए परेशान था। वह जल्दी ही नाश्ता करके पान की दुकान पर पहुंच गया। उसके मन में अंतर्द्वंद चल रहा था कि सोलोगैमी अपनाने वाली लड़कियों का दांपत्य जीवन कैसा होता होगा, गुजरात वाली लड़की ससुराल गई होगी या अपने घर में ही मां-बाप के सीने पर मूंग दल रही होगी। फिर उसने अपने आप से कहा, "अब वह मूंग दले या भात बनाए, उसके मां-बाप जाने। उन्हें ही अब सहना पड़ेगा उनकी भी तो भागदारी थी इस प्रकार ...Read More
आत्म विवाह - 3 - (विरोध)
आत्म विवाह - भाग 3( विरोध)आर0 के0 लालविनोद ने एक ऐसे लड़की चित्रा की कहानी बताई जिसने कई साल स्वत: मांग भर ली थी और उसे अपना घर छोड़ना पड़ा था क्योंकि घर वाले उस कार्य के खिलाफ थे। वे कह रहे थे कि बिरादरी में उनकी नाक काट गई है। अरसे बाद उसने अपनी मां को सोशल मीडिया पर एक मैसेज इस प्रकार भेजा था। "आज दो वर्ष हो गए तुमसे बिछुड़े। कभी ऐसा नहीं हुआ कि आपकी याद न आई हो। मन में आपके साथ बिताए पलों की यादें और आपसे मिलने की व्याकुलता से मन आहत ...Read More
आत्म विवाह - 4 - (लिव-इन रिलेशनशिप)
आत्म विवाह भाग- 4(लिव-इन रिलेशनशिप)आर ० के ० लालचित्रा ने आगे बताया कि एक दिन मेरी रूममेट रेखा जिसे भगा दिया था अचानक घर पर आ गई, उसके हाथ में एक सूटकेस था। आते ही वह रोने लगी और बोली, "मेरा सारा सामान चोरी हो गया। किराया देने को भी पैसे नहीं बचे इसलिए मकान मालिक ने मुझे धक्के देकर निकाल दिया है । ऐसे में मैं कहां जाऊं मेरी समझ में नहीं आ रहा है। मैं दूर एक गांव की रहने वाली हूं वहां से भी कोई मदद नहीं मिलने वाली । तुम से अनुरोध है कि कम ...Read More