भानगढ़

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सुबह से तेज बारिश हो रही थी | अमन ने कई बार जतिन और ईशान को फ़ोन मिलाने की कोशिश की लेकिन फ़ोन मिलते ही कट रहा था | अमन परेशान हो कर दोनों को मेसेज भेज कुछ देर इन्तजार करता है | काफी देर तक जब मेसेज डिलीवर नहीं होता है तो वह मौसम को गालियाँ देते हुए सामान पैक करने लगता है| वह सामान पैक करते हुए बुदबुदा रहा था ‘साले पहले ही जाने को तैयार नहीं थे | ऊपर से ये मौसम भी उनकी मदद करने में लग गया है | अभी तो मैंने इन दोनों को भानगढ़ के किले और उसके बारे में फैली भूतिया कहानियों के बारे में कुछ नहीं बताया है | अगर वो बता देता तो शायद दोनों जाने को तैयार ही नहीं होते | भूत और खंडहर देख कर तो वैसे भी जतिन की जान निकल जाती है | अच्छा ही हुआ | मेरा भी मजा किरकिरा कर देते | अकेले में ऐसी जगह जाने का मजा ही कुछ और है | ऐसी जगहों में साथ ऐसा होना चाहिए जो मुसीबत में साथ दे | डर कर भागे नहीं | चलो जो होता है अच्छा ही होता है | मुझे नहीं लगता कि मेरे जाने के बाद ये लोग वहाँ आएंगे’, बैग बिस्तर पर रख वह गुस्लखाने की ओर चल देता है |

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भानगढ़ - 1

सुबह से तेज बारिश हो रही थी | अमन ने कई बार जतिन और ईशान को फ़ोन मिलाने की की लेकिन फ़ोन मिलते ही कट रहा था | अमन परेशान हो कर दोनों को मेसेज भेज कुछ देर इन्तजार करता है | काफी देर तक जब मेसेज डिलीवर नहीं होता है तो वह मौसम को गालियाँ देते हुए सामान पैक करने लगता है| वह सामान पैक करते हुए बुदबुदा रहा था ‘साले पहले ही जाने को तैयार नहीं थे | ऊपर से ये मौसम भी उनकी मदद करने में लग गया है | अभी तो मैंने इन दोनों को ...Read More

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भानगढ़ - 2

अमन कुर्सी पर बैठते हुए बोला “तुम दोनों बेवजह डर रहे हो | ये किला और इसके बारे में सारी कहानियाँ झूठी लगती हैं | हम पिछली बार जहाँ गये थे उससे तो लाख दर्जे अच्छी और सुंदर जगह है और साथ ही साथ डरावनी और खौफनाक भी नहीं है | एक जमाने में भानगढ़ का किला सुंदरता और नक्काशी के लिए बहुत मशहूर था | भानगढ़, अलवर जिले में है और यह किला चारो तरफ से पहाड़ीयों से घिरा हुआ है | यही इस किले का आकर्षण है | सिरिसका टाइगर रिज़र्व यहाँ से कुछ ही दूरी से ...Read More

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भानगढ़ - 3

सुबह से निकली धूप दोपहर तक अपने पूरे शबाब पर थी | अचानक हुए गर्म मौसम को देख यकीन हो पा रहा था कि अभी पिछले हफ्ते तक आधी बाँह के स्वेटर कि जरूरत पड़ रही थी | मौसम विभाग का जरूर कहना था कि अगले दो-तीन दिन मौसम सुहावना रहेगा | बारिश भी हो सकती है लेकिन सुबह से आसमान बिलकुल साफ़ था और बादलों का दूर-दूर तक कोई नामोनिशान तक नहीं था | अमन सुबह ही भानगढ़ के लिए निकल जाता है | वह रास्ते भर ये सोचता रहा कि जैसा उसे सपने में दिखा था वह ...Read More

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भानगढ़ - 4

अमन को करवट पलटते हुए एहसास होता है जैसे कोई उसे भर्राई आवाज में पुकार रहा हो | वह से आँखें खोल कर इधर-उधर देखता है | कहीं कोई नहीं था | खिड़की से आती रौशनी देख वह पलट कर बेड के साथ रखी टेबल से घड़ी उठा कर देखता है | समय देखते ही वह एक झटके से उठ कर बैठ जाता है | वह आँखें मल कर एक बार फिर से घड़ी देखता है | सुबह के दस बजने को थे | वह इतनी देर सो चुका था लेकिन अभी भी उसका सिर भारी था | ऐसे ...Read More

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भानगढ़ - 5

सुबह समायरा को अलवर के बस अड्डे से बस में चढ़ा कर अमन दिल्ली की ओर निकल पड़ता है अमन को गाड़ी चलाते हुए कई बार लगा कि समायरा अभी भी उसके साथ है | समायरा की साँस लेने की आवाज और उसके शरीर से आती मादक गंध वह अभी भी महसूस कर रहा था | समायरा का आँसू से भरा चेहरा बार-बार अमन के सामने कौंध रहा था | वह गाड़ी चलाते हुए बुदबुदाया ‘वो जाना नहीं चाह रही थी | लेकिन मजबूरी थी | वरना वो मेरे साथ ही दिल्ली चलती | साथ होती तो मजा आ ...Read More