लावण्या

(46)
  • 122.9k
  • 10
  • 57.1k

हेलो दोस्तों मैं एक नई कहानी आपके लिए पेश कर रही हूं। अभी उसका टाइटल क्या लिखूं वह मुझे समझ नहीं आया इसलिए लावण्या कर दिया है। स्टोरी के आगे के पार्ट रिड करके सोचकर आप मुझे सजेस्ट करना वह टाइटल अच्छा लगा तो मे रखुंगी। आपको यह नहीं स्टोरी कैसी लगी वह आप कमेंट में जरूर बताइएगा। और जैसे-जैसे स्टोरी आगे बढ़ती जाएगी सब कैरेक्टर का इंट्रोडक्शन होता जाएगा। चलो तो शुरुआत करते है। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ दिलवालों की दिल्ली यहां के रहने वाले लोग वीकेंड मे

New Episodes : : Every Tuesday, Thursday & Saturday

1

लावण्या - भाग १

हेलो दोस्तों मैं एक नई कहानी आपके लिए पेश कर रही हूं। अभी उसका टाइटल क्या लिखूं वह मुझे नहीं आया इसलिए लावण्या कर दिया है। स्टोरी के आगे के पार्ट रिड करके सोचकर आप मुझे सजेस्ट करना वह टाइटल अच्छा लगा तो मे रखुंगी। आपको यह नहीं स्टोरी कैसी लगी वह आप कमेंट में जरूर बताइएगा। और जैसे-जैसे स्टोरी आगे बढ़ती जाएगी सब कैरेक्टर का इंट्रोडक्शन होता जाएगा। जैसे ही नियति को प्यार दिया है इस तरह इसे भी प्यार देना। चलो तो शुरुआत करते है। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ दिलवालों की दिल्ली यहां के रहने वाले लोग वीकेंड में मौज ...Read More

2

लावण्या - भाग २

हमने पिछले पार्ट में देखा की लावण्या को लक्ष्य का झूठ बोला खटक रहा था और खुद से पूछ रही थी कि यह बार-बार इसके साथ में क्यो कर रहा है अब आगे.................. लावण्या की नींद रात को देर से सोने की वजह से देर से खुली थी उसने उठने के बाद पहले अपना फोन चेक किया............ ना कॉल ना मैसेज वो उदास हो गई। उसे लगा था कि लक्ष को घर जाकर पता चल ही गया होगा कि उस के पापा ने उसे कॉल किया था और मैंने रिसीव किया था ,,,फिर भी ना कोल ना मैसेज। वह ...Read More

3

लावण्या - भाग ३

लक्ष लावण्या के पीछे पीछे भागा ,,,, लावण्या ने जैसे ही लक्ष को देखा उसने सिया को कहा जल्दी स्कूटी स्टार्ट करो मुझे जाना है,,, लक्ष लावण्या के सामने घुटनों पर बैठ गया और उसने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा___ मुझे माफ कर दो यार मैं तुझे खोना अफोर्ड नहीं कर सकता । एक झूठ छुपाने के चक्कर में दो और झूठ बोल देता हूं यार, और तुम हर बार इतनी सीरियस क्यों हो जाती हो तुम्हें पता है ना मैं तुम्हें प्यार करता हूं ,, खुद से भी ज्यादा और प्यार में थोड़ा बहुत झूठ चलता है,,,,,!! लावण्या_____ने ...Read More

4

लावण्या - भाग ४

एंबुलेंस थोड़ी देर में सिटी हॉस्पिटल पहुंच गई थी। लक्ष पूरी तरह से बेहाल था उसे बहुत ज्यादा ही आई हुई थी,,,,, सब लोग परेशान थे जो उसे लेकर आए थे । उसका फोन टूट चुका था और वह किस गाड़ी में आया था उन लोगो को पता नहीं था । उसके पास कोई भी आईडी प्रूफ ड्राइविंग लाइसेंस आधार कार्ड कुछ भी नहीं मिला था ,,सब लोग परेशान थे की घर वालों को कांटेक्ट कैसे करें ,,,, जब लक्ष को स्ट्रेचर पर लेटाया गया तब उसे थोड़ा होश आया उसने नर्स को इशारे करते हुए पेन और पेपर ...Read More

5

लावण्या - भाग ५

लावण्या ने आज बेंगलुरु को फाइनली टाटा बाय बाय बोल दिया था । 11:00 बजे की फ्लाइट थी और ठीक 2:00 बजे दिल्ली पहुंच गए थी ,,,,पूरे तीन साल बाद लावण्या ने दिल्ली की धरती पर कदम रखे थे ,,,वह जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर आई उसने पहले तो खुलकर अपने दोनों हाथ फैलाकर दिल्ली की हवा अपनी सांसों में भरी,,फिर थोड़ी देर बाद सिया और सचिन को फोन कर दिया वह उसे एयरपोर्ट लेने के लिए आ गए थे,जैसे ही उन दोनों को उसने देखा उसने दोनों को साथ में कसकर गले लगा दिया और बोली मिस यू ...Read More

6

लावण्या - भाग ६

लावण्या ने आज बेंगलुरु को फाइनली टाटा बाय बाय बोल दिया था । 11:00 बजे की फ्लाइट थी और ठीक 2:00 बजे दिल्ली पहुंच गए थी ,,,,पूरे तीन साल बाद लावण्या ने दिल्ली की धरती पर कदम रखे थे ,,, वह जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर आई उसने पहले तो खुलकर अपने दोनों हाथ फैलाकर दिल्ली की हवा अपनी सांसों में भरी,, फिर थोड़ी देर बाद सिया और सचिन को फोन कर दिया वह उसे एयरपोर्ट लेने के लिए आ गए थे, जैसे ही उन दोनों को उसने देखा उसने दोनों को साथ में कसकर गले लगा दिया और ...Read More

7

लावण्या - भाग ७

पिछले पार्ट में हमने देखा की लावण्या ने बहुत कोशिश की पर लक्ष नहीं आया अब आगे........ जैसे ही लावण्या बेहोश हुई लक्ष दौड़कर कैफे से बहार आया लावी को सिया के पास बैठाकर गाड़ी हॉस्पिटल की और भगा दी ,,, जैसे वो लोग हॉस्पिटल पहुंचे, लक्ष सीधे डॉक्टर के केबिन चला गया, और डॉक्टर को रिक्वेस्ट करते हुए कहा प्लीज डॉक्टर चेक करें इसे, पता नही वो अचानक से बेहोश हो गई । प्लीज डॉक्टर प्लीज इसे कुछ हो गया तो मैं जिंदा नहीं रह पाऊंगा । प्लीज चैक करो। डॉक्टर ने बोला _____ प्लीज आप इन्हें ...Read More

8

लावण्या - भाग 8

जैसे ही शीला ने यह बात सुनी वह खुश हो गई उसने तुरंत ही अपने बेटे विक्रांत को लगाया,, और उसे कहा कि वो अभी लावण्या के घर बैठी है,, वो शादी के लिए राजी है ,,, तू भी वहां आजा,, तुम दोनो आपस मैं बातचीत कर लो सबकुछ ठीक रहा तो हम आप दोनों ने की सगाई तय कर देंगे,,!! जब विक्रांत ने यह बात सुनी तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा,,, उसने बिना देरी किए अपनी मां को बोला विक्रांत ____ ओके बाय मोम मैं जल्दी आता हुं ,,, थैंक यू थैंक यू थैंक यू सो ...Read More

9

लावण्या - भाग 9

अंजना जी वहां से जा चुकी थीं,,, उनकी दी हुई कसम जैसे पूरे कमरे में गूंज रही थी,,!! अपने हाथों में बीयर की बोतल लिए बैठा था,,, उसने उसे चूमा और बोला,,,, सॉरी दोस्त अब तो तुम्हें होठों पर भी नहीं लगा पाऊंगा क्या करूं मेरी जान की कसम जो देदी है,,,!! और वो बीयर की बोतल को वहां रख कर अपने रूम में चला गया,, अभी अभी ही वो कमरे में आया था तभी किसी की आवाज आई नॉक नॉक,,,,!! लक्ष ____ नॉक नॉक मुंह से बोलने की क्या जरूरत है अंदर आ जाओ आप लोगों को ...Read More

10

लावण्या - भाग 10

लावण्या दर्द में थी,,,, ना कोई बचाने वाला था ना कोई संभालने वाला,,,,,!!! लावण्या ने अब इसे ही अपनी मान लि थी। विक्रांत के यह रूप देख कर उसको इतना तो अंदाजा लग गया था कि ,,,,,जब तक वह है उसके पास जब तक उसका यही हाल होने वाला है,,,! उसकी आँख खुली उसने घड़ी में देखा तो 11:00 बज रहे थे,,,,,,उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था,,,, उसने भी जल्दी से अपने आप को ब्लैंकेट से ढका,,,,,,, उसकी नजर सामने आईने पर गई,,,, गले से लेकर सीने तक पूरे शरीर पर विक्रांत के दांतों के निशान ...Read More

11

लावण्या - भाग 11

सुबह के 9:बज रहे थे,,,, विक्रांत ने करवटली उसकी आंख खुली,,,,, उसने अपने पास में लावण्या नहीं पाया,,,,,!!! उसे याद आया कि कल रात गुस्से में उसने क्या किया था। उसने खिड़की से देखा तो बहार हल्का सा स्नोफॉल हो रहा था ,,,, विक्रांत जल्दी से उठा स्लीपर पहने और दौड़ के नीचे गया,,,,!विक्रांत के मुंह से निकल ओह......शीट ,,!!उसने चारों ओर नजर घूमकर देखा,,,,फिर उसकी गाड़ी जहा पड़ी थी उस और गया ,,,,,,,विक्रांत ना देखा तो कार के पीछे लावण्या दोनों पैरों को सीने से लगाकर सिकुड़ कर सो रही थी,,,,!उसने दो बार आवाज दी पर लावण्या नहीं ...Read More

12

लावण्या - भाग 12

लावण्या ने जैसे ही तमाचा जडा शेखर के गालो पर तो विक्रांता के साथ बाकी लोग भी आ गए ......... जैसे ही शेखर ने विक्रांत को देखा,,,, वो उसके पास आकर बोला......... यह तेरी बीवी बहुत ज्यादा घटिया है,,,!! और उसकी सोच भी ......! पता है मुझे क्या कह रही थी, मैं बोल भी नहीं सकता,,,!!! यार तुम सही थे,, सच में ये,,,,, एक ........वो अपने शब्द मुंह से निकलता उसै पहेले फिर से तमाचा गाल पर,,,,!! यह तमाचा विक्रांत के सामने शेखर को पड़ा था,,, वह उसका बेस्ट फ्रेंड था,,,, उसने लावण्या की सफाई भी नहीं ...Read More

13

लावण्या - भाग 13

लावण्या के हाथ से फोन नीचे गिर गया और वो भी ढ़ेर होके नीचे बैठ गई ,,,,, श्रुति ने फोन उठाया और सामने पूछा आपने क्या बोला वह फिर से बताओ,, ,, सिया ना फिर से सारी बात बताइए,,,,, श्रुति ने उसे आश्वासन देते हुए कहा मैं कोशिश करूंगी कि वह जल्द से जल्द वहा आ जाए,,, और उसने फोन रख दिया,,,,!! वह लावण्या से कुछ कहती उस्से पहले ही लावण्या ने अपने आप को ठीक किया ,,,आंसू पोंछे और श्रुति को कहा मुझे घर ले चलो,,,,, श्रुति_____ यार अभी तुम पुरी तरह से ठीक नहीं हुई,,, डोक्टर ने ...Read More

14

लावण्या - भाग 14

लावण्या आज बहुत दिनों के बाद खा रही थी,,,,, और उसे खाता हुए देख लक्ष सुकून से देख रहा लावण्या ने प्लेट मैं रखा खाना फिनिश कर दिया,,, ! लक्ष ने कहा कुछ लाऊ और ,,,,???? लावण्या___ने ना में गर्दन हिला दी,, ! लक्ष ___ अब तुम आराम करो कुछ भी चाहिए कुछ भी जरूरत हो तो मुझे मिस कॉल करना, मेरा फोन नंबर तो है ना तुम्हारे पास,,,,,? लावण्या ने फिर से हा मे गर्दन हिलाई ,, लक्ष____ ओके तो मैं चलता हूं और वो कमरे से बाहर आ गया,,,,! उसने देखा कि नीचे सब उसकी राह देख ...Read More

15

लावण्या - भाग 15

लावी अब ठीक थी और वो पहेले से बेहतर भी,,,,,, अपने सारा दोस्तो से मिलकर,,, सब वहा बैठेहुए थे लगा उसका वहा रुक ना लावी को अच्छा नही लग रहा है ,!तो वो सब को बाय बोलकर अपने घर के लिए निकल गया............ लावण्या ने एक बार भी उसे मुड़ कर नहीं देखा था,,,,, पर लक्ष उसे बार-बार मुड़ कर देख रहा था,,,,। शाम होने आई थी,,,,, सब ने साथ मे ही डिनर लिया,,,,,, सिया _सचिन सबको बाय बोलकर अपने अपने घर चले गए,,,,, लावण्या कुछ देर तक अपने मामा मामी के साथ बैठी फिर अपने रुम में चली ...Read More

16

लावण्या - भाग 16

दोनों एक दूसरे के हाथों में हाथ डाल कर बातें कर रहे थे सालों की कमी एक दिन में पूरी नहीं होती पर फिर भी वह हर एक पल को हर एक लम्हे को अभी जी रहे थे।तभी लावण्या के दिमाग मैं कुछ आया उसने लक्ष की और देखा और कहा लक्ष एक काम करते हैं,,,,,, वैसे भी मैं घर पर पूरा दिन बैठकर बोर हो जाती हुं।वैसे भी कोई काम है नहीं तो क्यु ना मैं तुम्हारी सेक्रेटरी बन जाऊ। इसी बहाने से मैं हर रोज तुम्हें देखभी पाऊंगी और पूरा दिन तुम्हारे साथ भी रहूंगी ,,,,,,!लक्ष ने ...Read More

17

लावण्या - भाग 17

हमने पिछले पार्ट में देखा कि लक्ष लावण्या को पहचानता नहीं है , उसकी मेमोरी लॉस हो गई है,,,,,,,,!!अब ********** जब डॉक्टर ने यह बात कही तो लावण्या ढेर होकर नीचे फर्श गीर गई,,,,,, अंजना जी ने उसे संभालते हुए कहा लावण्या खुद को संभालो बेटा सब कुछ ठीक हो जाएगा,,,,,,,उन्हों ने डॉक्टर की ओर देखकर कहा_____ कुछ तो उपाय होगा ना,,,,,की हम लक्ष को ठीक कर सके,, पहलेकी तरह,,!डॉक्टर _____ हां कर सकते है पर ,,,थोड़ा रिस्क है,, पहेले तो कुछ दिन उसे ऑब्जर्वेशन में रखेंगे बाद में हमें पता चलेगा कि उसकी शॉर्ट्-टाइम मेमोरी लॉस हुई है,,, ...Read More

18

लावण्या - भाग 18

मैंने कहानी का नाम चेंज किया है ,,,,,जब मैंने कहानी शुरू की तब ही मैंने आप लोगों से सजेशन था कि मैं कहानी का नाम क्या रखूं,,,,,?? बहुत सारे लोगों ने अलग-अलग नाम बताए थे ,,,पर आज ही मेरे एक पाठक ने मुझे यह नाम सजेस्ट किया और मुझे बहुत अच्छा लगा,,,,,,, आप लोगो को भी शायद अच्छा लगे,,। और क्या यार आप लोग कमेंट नहीं करते,,,,, ____________ ______ पिछले पार्ट में हमने देखा कि अर्थ ईशा वहां से खींच कर ले गया....! लक्ष ने लावण्या की ओर देखा,,, उसकी हिचकी चालु हो गई थी अब दोनो लक्ष और ...Read More

19

लावण्या - भाग 19

लावी अभी आकर बैठी ही थी कि उसका डोर नॉक हुआ,, वो कुछ रिएक्ट करती हूं उससे पहले ही ने उसे कहा ,,,, मैडम आप टाइम से आ जाना अभी मैं जा रहा हूं बाकी का काम आप संभाल लेना,,,,,,, आज मेरी इंगेजमेंट है,,,,,,,,, तो बहुत सारी तैयारी करनी है मुझे,,,,,,,,,चलो शाम को मिलते हैं,,,! बाय और वह वहां से चला गया।।।। लावण्या उसे जाते हुए देखती रही ,,,,,,वह मन ही मन सोच रही थी ,,की इस पागल को सच में नहीं पता कि वह मुझसे कितना प्यार करता था,,,,,,,!! जैसे अभी ताना मारने आया हो,,,,,,क्यु की लक्ष के ...Read More

20

लावण्या - भाग 20

लावण्या ने जब मुड़कर देखा वह चंद्रशेखर जी थे,, वो उनके सामने देख कर मुस्कुराई। चंद्रशेखर जी लावण्या के आये और प्यार से हग किया,,,,,,! चंद्रशेखर जी ने देखा कि लावण्या की आंखों में नमी तैर गई थी उन्होंने उसका हाथ पकड़कर सॉरी बोला,,,, लावण्या ईस बात पर कुछ नहीं बोली,,,! चंद्रशेखर जी ने अपनी बात कंटिन्यू करते हुए कहा ,, मैंने और तुम्हारी आंटी ने बहुत कोशिश की उसे समझाने की पर लक्ष मानने के लिए तैयार ही नहीं है ,मुझे यह लड़की नहीं पसंद ,,पर क्या करु ...... "मेरी लास्ट और फर्स्ट दोनों चॉइस तू ही थी ...Read More

21

लावण्या - भाग 21

अगर विक्रांत ना होता तो लावण्या नीचे गीर ही जाती ,,,,, लक्ष को यह अच्छा नहीं लगा जिस तरह विक्रांत ने लावण्या को थामा था,,,,! विक्रांत ने धीरे से उसे सामने पड़ी चैर पर बिठाया और उसका पैर देखने लगा,,, जैसे ही विक्रांत लावण्या के पैर को छु ने गया लक्ष ने उसे रोकते हुए कहा_____ तुम उस के पैर को मत छुओ मैं डोक्टर को कोल करता हुं,,,,,! ईशा और विक्रांत दोनों उसे देखने लगे,,,तो लक्ष ने बात संभालते हुए का अरे उसे "मोच आई है दर्द होगा" इस लिए कहा,,,,,! इस बात पर ईशा _____ ने उसे ...Read More

22

लावण्या - भाग 22

हमने पिछले पार्ट में देखा कि लक्ष लावण्या दिल्ली से बहुत दूर आ गए थे और दोनों एक रिसोर्ट लिए जा रहे थे अब आगे..... लक्ष,,,,,गाड़ी चला रहा था,,,उसकी आँखो से पता नही आंसु निकल गए ....... आज लावण्या का दर्द उसे अपना दर्द लग रहा था,,,। पूरी गाड़ी में सन्नाटा छा गया था ना लक्ष कुछ बोला ना लावण्या। शाम होते होते वह रिसोर्ट पहुंच गए थे वहां ठंड भी ज्यादा थी क्योंकि चारों ओर हरियाली ही हरियाली थी,,,,और झरने भी। वो लोग रिसोर्ट के अंदर पहुंचे ,,,,,,लक्ष ने गाड़ी को पार्किंग लॉट में पार्क की और वह ...Read More

23

लावण्या - भाग 23

अर्थ का फिर से कोल आया,,,,,,,, लक्ष _____ आज क्या तुमने ठान ली है कि मुझे परेशान करते ही अर्थ ______ अरे नहीं बाबा मुझे फिर याद आया की कहीं तुम भुल ना जाओ ,,,,, लक्ष ______ क्या, ,,,,?? अर्थ _____ ने फिर उसकी खिंचाई करते हुए बोला...... ईशा को फोन कर ना,,,,,,याद से फोन कर देना भुल मत जाना। अपना रोमांस बाद में शुरू कर लेना ,,,,और उसने हसते हुए फोन रख दिया,,,,,! लक्ष ने गुस्से में कहा इस अर्थ के बच्चे को तो छोडूंगा नहीं मैं,,,,,,! लावण्या ने लक्ष की और देख कर कहा तुम ईशा को ...Read More