पिशाच..!

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आज भैरवी को घर लौटने में कुछ ज्यादा ही देर हो गई थी। टैक्सी से जल्दी से उतर तेज कदमों से लगभग दौड़ती हुई लिफ्ट की ओर लपकी । बार बार कोशिश करने पर भी लिफ्ट की डोर नही खुली। हार कर वो सीढ़ियों की ओर बढ़ी । पर सातवी मंजिल पर अपने फ्लैट तक सीढ़ियों से जाने का सोच के ही पसीने पसीने होने लगी। लेकिन और कोई चारा ना देख भैरवी थके कदमों से धीरे धीरे सीढियां चढ़ने लगी।

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पिशाच.. - 1

आज भैरवी को घर लौटने में कुछ ज्यादा ही देर हो गई थी। टैक्सी से जल्दी से उतर तेज से लगभग दौड़ती हुई लिफ्ट की ओर लपकी ।बार बार कोशिश करने पर भी लिफ्ट की डोर नही खुली। हार कर वो सीढ़ियों की ओर बढ़ी । पर सातवी मंजिल पर अपने फ्लैट तक सीढ़ियों से जाने का सोच के ही पसीने पसीने होने लगी। लेकिन और कोई चारा ना देख भैरवी थके कदमों से धीरे धीरे सीढियां चढ़ने लगी।अभी वो फर्स्ट फ्लोर ही पार कर पाई थी कि उसे लगा उसके ...Read More

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पिशाच.. - 2 - पिशाच के उल्टे पैर

छीटें मारने के बाद भैरवी थोड़े होश में आई। वो डरी सहमी सी बस एक ही चीज बोली जा थी "सुनीता आंटी आप मुझे अकेला छोड़ कर मत जाओ।" लेकिन सुनीता के पांच वर्षीय बेटे की तबियत खराब थी तो उसका घर जाना जरूरी था। उसने फैसला लिया की जब भैरवी सो जाएगी तो वो अपने फ्लैट में चली जाएगी। अपने पति को वापस भेज कर वो भैरवी को खाना खिलाकर दिलासा देने लगी की वो चिंता न करे उसे कुछ भी होगा। थोड़ी ही ...Read More

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पिशाच..! - 3 - शापित किताब

सुनीता भैरवी को इस हालत में देखकर बहुत घबरा गई थी। उसने भैरवी को अंदर बिठाया और उसे शांत लगी। लेकिन भैरवी चुप ही नहीं हो रही थी। वो बार बार घोष अंकल और उल्टा पैर बोले जा रही थी। उसे शांत कराने में बहुत समय निकल गया था। सुबह होने वाली थी।अब तक भैरवी सो गई थी। सुनीता को उसका चेहरा देखकर उसपर दया आ रही थी। उसे लग रहा था की भैरवी को घोष अंकल को खोने से सदमा पहुंचा है। अब तक सुनीता को भी ...Read More

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पिशाच..! - 4 - कुएं की आत्मा️..।।

"शापित किताब! इसका क्या मतलब हो सकता है।" भैरवी ने खुद से कहा। लेकिन बहुत देर सोचने के बाद भैरवी को नहीं पता चल सका की इस डायरी में क्या है। उसने सोचा की कोई उसके साथ मजाक करने के लिए उसे डरा रहा है। यही सोचते हुए वो घर के काम करने में लग गई। वो दिन बिना किसी घटना के बीता रात में भैरवी सोने गई तो उसे नींद नहीं आई। काफी देर तक जागने के बाद भी भैरवी को नींद नहीं आई तो वो उस ...Read More

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पिशाच..! - 5 - जोंबी का रहस्य..

नरेश को आज पहली तनख्वाह मिली थी। वो बड़े ही उत्साह से अपने घर की ओर चल पड़ा। वो था की कितनी जल्दी घर पहुंच जाए और अपनी पहली तनख्वाह अपनी मां के हाथों में रख दे। उसकी मां ने बहुत मेहनत करके आज उसे इस मुकाम तक पहुंचाया था। तीन साल की उम्र में उसके पिता का स्वर्गवास हो गया था। तब से उसकी मां ने जगह जगह काम करके उसे पाला पोसा था। उसे अच्छे स्कूल में पढ़ाया था। आज उसी मां की मेहनत का फल ...Read More

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पिशाच..! - 6 - ममी का रहस्य..

एयरपोर्ट पर उतरते ही आयुष ने कहा "यार यहां कितनी गर्मी और धूप है उससे अच्छा तो कहीं और होते हैं।"यह सुन उसके दोस्त आर्यन ने कहा "तुम्हारी ही तो जिद थी ईजिप्ट आकर मम्मी को देखने की। अब शिकायत मत करो और चुपचाप चलो। तुम लोगों ने अगर मेरी मानी होती तो हम अभी अमेरिका में होते।"आयुष और उसके तीन दोस्त गर्मी की छुट्टी में ईजिप्ट आए थे ममी को देखने। आयुष ने उनके बारे में बहुत पढ़ा था। वो उनको देखने के लिए बहुत ही उत्साहित था। उसके ...Read More

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पिशाच..! - 7 - निशि डाक..

☠️☠️☠️ तेज कदमों से पुष्कर अपने घर की ओर बढ़ा जा रहा था। आज उसे ऑफिस में कुछ ज्यादा ही देर हो गई थी। उसे पूरी उम्मीद थी कि आज उसे घर जाकर अपने अंधविश्वासी पिता से खूब डांट पड़ने वाली है क्योंकि आज अमावस्या की रात में को इतनी देर तक वो घर से बाहर था। अभी वो आगे बढ़ ही रहा था की पीछे से उसे अपने दोस्त ...Read More

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पिशाच..! - 8 - भानगढ़ का राज..

☠️☠️??☠️☠️??☠️?☠️? भानगढ़ का राज़...!!!! मुझे यह कहानी मेरे गाइड ने बताई थी जब मैं अलवर घूमने गई थी। यह मेरा अलवर में तीसरा और आखिरी दिन था। इसके बाद मुझे वापस जाना था। उस दिन मैं सुबह जल्दी ही उठ गई और फिर तैयार होकर और नाश्ता करके मैं अलवर में ही स्थित भानगढ़ के लिए रवाना हो गई। मैने जैसे ही भानगढ़ ...Read More

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पिशाच..! - 9 - मास्क के पीछे का खौफनाक चेहरा

मास्क के पीछे का खौफनाक चेहरा??कभी कभी जिंदगी में कुछ ऐसा घटित हो जाता है की हमारा उस घटना यकीन कर पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है ।और उस घटना से उबर पाना असम्भव सा लगता है। हम जितना उस दूर जाने की कोशिश करते हैं न जाने क्यों हमको ऐसा लगता है की हम उसके और करीब चले गए हैं। ऐसी ही कुछ घटना मेरे साथ हुई थी। ...Read More

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पिशाच..! - 10 - पहाड़ी राक्षस ...

सात लडको का ट्रेकिंग ग्रुप एक नए पहाड़ी के बारे में सुनता है। वो सभी उस पे जाने कार्यक्रम तय करते है। उस पहाड़ी पर अभी तक कोई नहीं गया था। राजन उस ग्रुप का सबसे योग्य मेंबर था। उसी ने किसी प्राचीन किताब में इस पहाड़ी के विषय में पढ़ा था कि मध्य प्रदेश के इन पहाड़ियों में प्रकृति की अनमोल संपदा छुपी हुई है जिसे कोई अब तक नही तलाश ...Read More

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पिशाच..! - 11 - ला लोराना ...

मैक्सिको के उत्तरी भाग का बेहद खूबसूरत शहर है मजतलान । पहाड़ और नदी से घिरा ये शहर हर से खुशहाल था। इसी शहर में एक बेहद खूबसूरत रहती थी जिसका नाम मारिया था। मारिया जितनी खूबूसूरत थी उतनी ही भोली थी । मासूम मारिया जल्दी ही किसी की भी बातों पर यकीन कर लेती थी। वो जब भी बाहर घूमने निकलती अपना पसंदीदा सफेद गाउन ही पहनती । उस गाउन में वो इतनी ज्यादा खूबसूरत लगती ...Read More

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पिशाच..! - 12 - डेविल की दुनिया

डेविल की दुनिया ??..... जब से इस दुनिया की उत्पत्ति हुई है ,तभी से अच्छाई और बुराई का संघर्ष भी होता रहा है। डेविल भी कभी अच्छाई और सत्कर्म पर चलने वाला था । पर घमंड और अहंकार ने उसे बुराई के रास्ते पर डाल दिया और उसे बुराई का प्रतीक बना दिया।आप डेविल को तो जानते ही होंगे लेकिन आपमें से बहुत कम लोगों को ही डेविल की असली कहानी पता होगी। डेविल का ...Read More