हमारी ज़िंदगी में हम ये हंमेशा चाहते है कि कोई एक ऐसा हो जो हमारी फिक्र करें, हमारी कदर करें, हमारी रक्षा करें, हमें सही राह दिखाए, गलती करने से बचाए। किसी के पास अगर ऐसा कोई दोस्त, जीवनसाथी या शुभचिंतक हो तो वो किसी फ़रिश्ते से कम नहीं। हम उन्हें सही मायने में फ़रिश्ता (Angel) समझने लगते है। ये कहानी है काम्या की जिसकी ज़िंदगी में मनोहर नाम का शख़्स दस्तक देता है और उसकी ज़िंदगी में बदलाव आ जाता है, उसकी नज़र में वो एक Angel है। पर क्या वो सचमुच में Angel होता है? कहीं वो Angel के वेश में कोई Demon (दानव) तो नहीं?
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Angel or Demon? - Chapter 1: The Miracle
नवलकथा के बारे में: हमारी ज़िंदगी में हम ये हंमेशा चाहते है कि कोई एक ऐसा हो जो हमारी करें, हमारी कदर करें, हमारी रक्षा करें, हमें सही राह दिखाए, गलती करने से बचाए। किसी के पास अगर ऐसा कोई दोस्त, जीवनसाथी या शुभचिंतक हो तो वो किसी फ़रिश्ते से कम नहीं। हम उन्हें सही मायने में फ़रिश्ता (Angel) समझने लगते है। ये कहानी है काम्या की जिसकी ज़िंदगी में मनोहर नाम का शख़्स दस्तक देता है और उसकी ज़िंदगी में बदलाव आ जाता है, उसकी नज़र में वो एक Angel है। पर क्या वो सचमुच में Angel होता ...Read More
Angel or Demon? - Chapter 2: An Old Friend
Chapter 2: An Old Friend काम्या जब होश में आई तो उसने अपने आप को के बेड पर पाया। उसने इधर-उधर देखा तो उसे कोई दिखाई नहीं दिया। उसके बेड के पास कुछ दवाइयाँ और इंजेक्शन थे। उसने दीवार पर टंगी घड़ी की तरफ देखा तो 3 बज रहे थे पर वो घड़ी चल नहीं रही थी इसलिए सही समय का उसे पता नहीं चला। उसने गुस्से से इधर उधर देखा फिर ज़ोर से चिल्लाई, “कोई है?” कुछ ही देर में एक आदमी वहां पर आया और उसने पूछा, “क्या हुआ आपको?” “मैं कहाँ पर हूं? ...Read More
Angel or Demon? - Chapter 3: Dead or Alive?
“काम्या क्या सोच रही हो?” काम्या के पिताजी ने पूछा। “कुछ नहीं, आप की बेटी हो गई है! आत्महत्या करने गई थी और वो भी दारू के नशे में। पता नहीं क्या चल रहा है इसके दिमाग में?” काम्या की माँ ने कहा। “Dad, आप लोग यहां पर क्यों आए है? मैं वैसे भी अपनी जान देने जा रही थी। आप लोग मेरे बचने से खुश है या अपने तानो से मुझे ख़त्म करने आए है? मुझे किसी की जरूरत नहीं है! Just leave me alone…” काम्या ने गुस्से में कहा। “Please, आप लोग ...Read More