मुम्बई वो शहर जहाँ लोग आँखों में सपने बसाएँ आते हैं। दिन की रौशनी और रात की चकाचौंध, हमेशा न इस शहर काे जिंदा रखती हैं। पर इस रौशनी और चकाचौंध के पीछे छिपे हैं कई राज़। जिनको किसी ने जानने की कोशिश नहीं की, क्योंकि जिंदगी यहाँ चलती नहीं दौड़ती है।शायद यहीं कारण था की उनलोंगों ने उनकी जिंदगी में हो रही अजीबों-गरीब घटनाआें के पीछे का राज जानने की बहुत दिनों तक कोई कोशिश नहीं की ।आज की ये कहानी प्रकाश, उसकी गर्लफ्रेंड रौशनी और उनके दोस्त भास्कर के साथ हुई घटना पर आधारित है।ये तीनों एक साथ
Full Novel
एक अनसुलझी पहेली - 1
मुम्बई वो शहर जहाँ लोग आँखों में सपने बसाएँ आते हैं। दिन की रौशनी और रात की चकाचौंध, हमेशा इस शहर काे जिंदा रखती हैं। पर इस रौशनी और चकाचौंध के पीछे छिपे हैं कई राज़। जिनको किसी ने जानने की कोशिश नहीं की, क्योंकि जिंदगी यहाँ चलती नहीं दौड़ती है।शायद यहीं कारण था की उनलोंगों ने उनकी जिंदगी में हो रही अजीबों-गरीब घटनाआें के पीछे का राज जानने की बहुत दिनों तक कोई कोशिश नहीं की ।आज की ये कहानी प्रकाश, उसकी गर्लफ्रेंड रौशनी और उनके दोस्त भास्कर के साथ हुई घटना पर आधारित है।ये तीनों एक साथ ...Read More
एक अनसुलझी पहेली - 2
प्रकाश और नंदनी जब घर लौटे तो पाया की बाईं का बेटा उनके घर में खेल रहा था और उन्हें पूरे घर में कहीं भी नजर नहीं आई तो उन्हें लगा कि शायद अपने बच्चे को उनके घर खेलने के लिए छोड़कर, वो बग़ल वाले शरमाजी के यहाँ काम करने चली गई होगी। प्रकाश बहुत ही गुस्से में था आज, क्योंकि काम वाली बाईं के रहते उसके बच्चे का आना और उसके घर में रहना तो ठीक था, लेकिन बाईं अपने बेटे को उनके घर में छोड़कर किसी दूसरे के घर काम करने जाए, ये उन्हें मुनासिफ़ नहीं लगा।करीब ...Read More
एक अनसुलझी पहेली - 3 - (अंतिम भाग )
घर के बाहर आते ही भास्कर ने तुरंत ही प्रकाश और नंदनी को कॉल किया और उन्हें अभी तक सारी बातें बताई। उसके कॉल के तुरंत बाद ही वो दोंनों पार्टी छोड़कर घर चले आए। फिर तीनों ने बहुत साहस करके घर के अंदर जाने की हिम्मत करी।( किसी घर में लाइट का अपने आप ऑन होना, शायद किसी electrical fault के कारण से हो, लेकिन बाथरूम में चारों तरफ खून के छीटें और बहुत ही अजीब सी परिस्थति में काम वाली बाईं के बच्चे का उनके घर में मौजूद होना और दूसरे ही पल उसका गायब हो जाना, ...Read More