भाग 2 ( अंतिम भाग ) - पिछले अंक में आपने पढ़ा कि सुकन्या सतीश से अपने मुसीबतों की बातें कर रही थी , अब आगे पढ़ें क्या उम्र के अंतर के बावजूद दोनों मिल पाते हैं ..... कहानी - ना उम्र की सीमा हो 2 " देखो मैं पास्ट याद कर भी रोने वाली नहीं हूँ .मेरे पति ने मरते वक़्त कहा था कि रोने से कुछ हासिल नहीं होगा .सामने वाला हो सकता है झूठी सहानुभूति दिखा दे , बस ." " नहीं , मैं न तो तुम्हें रोते देखना चाहूंगा न ही झूठी सहानुभूति दिखलाऊंगा .बस
Full Novel
ना उम्र की सीमा हो - 2
भाग 2 ( अंतिम भाग ) - पिछले अंक में आपने पढ़ा कि सुकन्या सतीश से अपने मुसीबतों की कर रही थी , अब आगे पढ़ें क्या उम्र के अंतर के बावजूद दोनों मिल पाते हैं ..... कहानी - ना उम्र की सीमा हो 2 " देखो मैं पास्ट याद कर भी रोने वाली नहीं हूँ .मेरे पति ने मरते वक़्त कहा था कि रोने से कुछ हासिल नहीं होगा .सामने वाला हो सकता है झूठी सहानुभूति दिखा दे , बस ." " नहीं , मैं न तो तुम्हें रोते देखना चाहूंगा न ही झूठी सहानुभूति दिखलाऊंगा .बस ...Read More
ना उम्र की सीमा हो - 1
भाग 1 . इस कहानी में यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि दो सच्चे प्रेमियों के उम्र का फासला कोई खास मायने नहीं रखता है …. कहानी - ना उम्र की सीमा हो 1 सतीश बी टेक केमिकल इंजीनियरिंग से कर बंगाल के हल्दिया स्थित टाटा केमिकल में इंजीनियर था .उसके पिता तो बचपन में ही गुजर गए थे . अपनी माँ के साथ हल्दिया में कंपनी के क्वार्टर में रहता था .नौकरी लगते ही लड़की वाले उसकी माँ के पास शादी का प्रस्ताव ले कर आने लगे थे .सतीश ने सब कुछ माँ की ...Read More