DUNIYA MERI MUTTHI MEIN

(4)
  • 48.5k
  • 1
  • 11.8k

जोया माथे को हाथ लगा कर basketball hall के stairs पे बैठी थी। उपर से माया stairs उतरते हुए आई और उसने कहा, “जोया, चल ये books renew करनी हैं...” जोया के face को देख कर वो पास me बैठ गई। उसने पूछा, “क्या बात है, परेशान लग रही हो?” जोया ने कहा, “जैसे तुझे कुछ पता ही नहीं माया! Class में एक मेरा ही project बाकी है तो tension होगा ही ना!” माया ने पूछा, “तुमने library में check किया?” जोया ने कहा, “हां। वहां सिर्फ reference books हैं। Come on यार,

New Episodes : : Every Wednesday

1

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN

जोया माथे को हाथ लगा कर basketball hall के stairs पे बैठी थी। उपर से माया stairs उतरते हुए और उसने कहा, “जोया, चल ये books renew करनी हैं...” जोया के face को देख कर वो पास me बैठ गई। उसने पूछा, “क्या बात है, परेशान लग रही हो?” जोया ने कहा, “जैसे तुझे कुछ पता ही नहीं माया! Class में एक मेरा ही project बाकी है तो tension होगा ही ना!” माया ने पूछा, “तुमने library में check किया?” जोया ने कहा, “हां। वहां सिर्फ reference books हैं। Come on यार, ...Read More

2

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN PART - 2

जोया ने दो coffee cups लाकर टेबल पर रखें। माया ने file में देखते हुए पूछा, “Karan Saxena, huh?” ने कहा, “Yeah! दिखने में और behaviour में कितना फर्क है इसके!” माया ने पूछा, “तो तू पक्का यहीं case लेगी?” माया ने सिर हिलाया। माया ने पूछा, “कब जा रही है?” माया ने कहा, “Evening. चलेगी?” माया ने कहा, “मैं जरुर आती पर वो अर्जून...” जोया ने कहा, “समझ गई।” माया ने उसे file दी। जोया ने उसके adress पे गौर करते हुए कहा, “मुझे ही जाना होगा। I hope कि ...Read More

3

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN - 3

करन ने फोन पर कहा, “हैलो महक, मैं पांच मिनट में आ रहा हूं।” और फोन रख दिया। तभी से वो हवालदार आया। करन ने पूछा, “क्या हुआ? कोई problem?” हवालदार ने कहा, “साहब, दाई तरफ से कुछ लोग कुल्हाडीयां लेकर घुसें हैं, पेड़ काटने! मैंने उन्हें रोका मगर वे मान नहीं रहें हैं।” करन ने कहा, “ठीक है,‌ चलो बैठो।” वे गाड़ी पर बैठकर दाईं तरफ चले गए और तभी झाड़ियों में से एक जीप निकलकर बाईं तरफ चली गई, वहीं जीप! ...Read More

4

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN - 4

करन ने फेंके हुए कांच के ग्लास के टुकड़े जोया के पास गिरे थें। जोया ने करन के कंधे हाथ रखकर कहा, “मैं तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं।” करन ने कहा, “अब दर्द नहीं होता।” जोया ने पूछा, “तो तुमने उसी वक्त बदला क्यों नहीं लिया?” करन ने कहा, “उस वक्त मेरे पास ना इतनी हिम्मत थी, ना ही ताकत थी।” जोया ने पूछा, “उस वक्त से तुम्हारा मतलब कहानी अभी बाकी है?” करन ने कहा, “हां।” जोया ने पूछा, “उसके बाद क्या हुआ?” करन ने ...Read More