अनचाहा रिश्ता

(323)
  • 342.1k
  • 34
  • 126.7k

(अब तक आपने देखा स्वप्निल और मीरा दोनों के एक दूसरे के खिलाफ इस तरह मानो किसी धागे के दो अलग-अलग सीरे, दोनों का अलग-अलग स्वभाव होने के कारण दोनों में अब तक काम के अलावा और कोई बात मिली नहीं अब आगे )मीरा को ऑफिस में काम करते हुए एक महीना होने को आया था। स्वप्निल ने उसे केबिन में बुलाया स्वप्निल : क्या ये रिपोर्ट तुमने बनाई है ?मीरा : बॉस प्रोजेक्ट तो मेरा है लेकिन रिपोर्ट्स बदल दिए गए है । मेरे बनाए रिपोर्ट अभी भी सर्वर पर सेव है में दिखाती हू। स्वप्निल : पता था मुझे तुम

New Episodes : : Every Thursday

1

अनचाहा रिश्ता (पहला दिन)

(अब तक आपने देखा कि किसी खास मकसद से समीर ने मीरा को स्वप्निल के अंडर काम करने के चुना है. जहां पहले ही दिन स्वप्निल मीरा को डाॅमिनेट करने की कोशिश करता है वही मीरा भी उसे बता देती है कि वह इतनी आसानी से किसी की बातों में आने वालों में से नहीं है अब आगे.....)मीरा अपने आप से बातें करते हुए जाती है "अब क्या कर दिया मैंने, जो भी कहा वही तो किया था, पता नहीं इन को क्या चाहिए हर चीज से प्रॉब्लम हैखडूस कहीं के, सही कहते हैं डॅड सूरत अच्छी होने से ...Read More

2

अनचाहा रिश्ता ( एडजस्टमेंट ) - 2

(अब तक आपने देखा स्वप्निल और मीरा दोनों के एक दूसरे के खिलाफ इस तरह मानो किसी धागे के अलग-अलग सीरे, दोनों का अलग-अलग स्वभाव होने के कारण दोनों में अब तक काम के अलावा और कोई बात मिली नहीं अब आगे )मीरा को ऑफिस में काम करते हुए एक महीना होने को आया था। स्वप्निल ने उसे केबिन में बुलाया स्वप्निल : क्या ये रिपोर्ट तुमने बनाई है ?मीरा : बॉस प्रोजेक्ट तो मेरा है लेकिन रिपोर्ट्स बदल दिए गए है । मेरे बनाए रिपोर्ट अभी भी सर्वर पर सेव है में दिखाती हू। स्वप्निल : पता था मुझे तुम ...Read More

3

अनचाहा रिश्ता ( मिसअंडरस्टैंडिंग) - 3

( अब तक आपने पढ़ा कि समीर की कही बाते स्वप्निल को मीरा की तरफ अलग नज़रिए से देखने लिए मजबूत कर रही थी। अब आगे ) अगले ही दिन सुबह सुबह फिर एक घटना हुई। कंपनी के पार्किंग में एक तरफ स्वप्निल अपनी कार से बाहर निकल रहा था ओर दूसरी तरफ मीरा अजय के साथ बाइक पर थी। स्वप्निल ने एक गुस्सेभरी नजर से देखा और कुछ कहे बिना वहा से बाहर चला गया। मीरा औेर अजय ने आशचर्य भरी नजरो से एक दुसरे को देखा। स्वप्निल वहा से सीधा अपने केबिन में जाकर समीर के आने की राह ...Read More

4

अनचाहा रिश्ता (कही घूम आए) - 4

( अब तक आपने पढ़ा, स्वप्निल की तसल्ली के लिए समीर मीरा से उसके कुछ निजी सवाल पूछ लेता जिस के बाद स्वप्निल ओर मीरा गलती से एक ही जगाह शादी पर जा रहे थे अब आगे)स्वप्निल अपनी गाड़ी पार्किंग में लगाता है। तब उसे ध्यान आता है कि मीरा ने उसके डाटने के बाद से कुछ भी नहीं कहा है। उसे गिल्टी फील होता है। गुस्से भरे मौहौल को हल्का करने के लिए, वो मीरा से कहता है....स्वप्निल: चलो देखते हैं कि अंदर आखिर चल क्या रहा है ? कौन किस से शादी कर रहा है ? स्वप्निल की ...Read More

5

अनचाहा रिश्ता (एक शाम ऐसी) - 5

अब तक आपने पढ़ा किस तरह अपनी शादी तोड़ने के लिए स्वप्निल मीरा का इस्तेमाल करता है। बाद में मूड जाने की वजह से वो उसे अस्पताल ले कर आता है अब आगे)दोनों कार से कहीं जा रहे है।मीरा : ऐसा कैसे कर सकते है ये लोग???स्वप्निल: किस बारे में बात कर रही हो ?मीरा : वहीं सिली मिस्टेक जो उन्होंने इस रिपोर्ट में की ??? Mrs. लाइक क्या साड़ी पहननेसे मेरी शादी हो जायेगी ??स्वप्निल : उनकी गलती नहीं है । में फॉर्म फील कर रहा था....मीरा : आप ने ये किया। आप मुझे सताने के नए नए ...Read More

6

अनचाहा रिश्ता (रिश्ते बदलते हैं) - 6

उस रात के बाद मीरा का स्वप्निल की तरफ देखने का नजरिया बदल सा गया था। वो सोचना नहीं थी फिर भी उसी के बारे में सोचती। दूसरी तरफ स्वप्निल को लग रहा था शायद पिछली रात उसने अपने लिमिट क्रॉस कर दिए। उसे इस तरह किसी के सामने खुलना पसंद नहीं था पर उस वक़्त मीरा के सामने वो खुद को रोक नहीं पाया। इसी के चलते उसने एक फैसला लिया।अगले ही दिन सुबह सुबह मीरा उस से मिलने केबिन में आई।मीरा : गुड मॉर्निंग बॉस।स्वप्निल : गुड मॉर्निंग। मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।मीरा : कहिए में ...Read More

7

अनचाहा रिश्ता (शादी मुबारक) ७

" ये क्या है मीरा ? तुम्हे पता है ना मेरी मीटिंग है। फिर भी तुम्हे अभी वो गुमानी थी। याद करो कहा रखी है।" स्वप्निल गुस्से में सुबह सुबह उस पर चिल्ला रहा था कि तभी समीर केबिन में आता है।"क्या चल रहा है? पूरे केबिन को कबाड़खाना क्यों बना रखा है दोनो ने ? और तो और अभी मीटिंग है ? " समीर ने गुस्से में पूछा।"मीरा मैडम ने जल्दी जल्दी में फाइल कहीं गुमा दी है। खड़ी क्या हो अपना डेस्क चेक करो । याद करो आखरी बार कहा देखी थी।" स्वप्निल फिर से उस पर ...Read More

8

अनचाहा रिश्ता ( नया सफर २) 8

प्लेन में बैठ मीरा और स्वप्निल अपनी मंजिल की ओर चल पड़े हैं।जिस जगह वो दोनो जा रहे है जगह के काफी सारे किसे और कहानियां है। हमारी सरकार के आदेश पर वहा के जंगल का कुछ हिस्सा काट वहा एक रिसर्च सेंटर बनाने जा रहे है दोनो। वहा के जंगलों में आदिवासियों के एक कबीले का राज है। आज भी ये कबीला इंसानों से काफी कटा कटा सा रहता है। पेड़ इन के भगवान है और कुछ बाहर के लोग आकर उनके भगवान को छुए उन्हे पसंद नहीं। इसिवजह से आखरीबार यहां काम करने गए कुछ मजदूरों के ...Read More

9

अनचाहा रिश्ता (शादी मुबारक) 9

अब तक आपने पढ़ा की मीरा और स्वप्निल एक अनजानी जगह आकर रह गए हैं। जिंदगी में पहली बार डर और फ़िक्र एक साथ सता रही थी। मीरा इतनी खास क्यों है ? या सिर्फ उम्र में छोटी होनी की वजह से स्वप्निल उस की फ़िक्र करता था? या फिर शायद उसे उसी दिन वो पसंद आ गई थी जब उसने कहा था कि वो अपने पापा की कंपनी के लायक बनने के बाद उसे संभालेगी? स्वप्निल का हमेशा से मानना था लड़कियों को अपने डिसीजन खुद लेने चाहिए। उसने उस वक़्त मीरा की बुराई की थी। पर वो उसके ...Read More

10

अनचाहा रिश्ता (शादी मुबारक)10

अब तक आपने पढ़ा, मीरा और स्वप्निल की शादी का फ़रमान सुना कर आदिवासियों माताई लौट गई अब आगे।उस से कमरे में चक्कर काटते हुए स्वप्निल अभी कुछ देर पहले हुई सारी घटनाएं अपने दिमाग में दौहरा रहा था।उसे नदी पर ले जाया गया, कुछ पवित्र मंत्र बुलवाकर नहाने पर मजबुर किया गया। फिर पूरे आदिवासियों के रिवाज के मुताबिक उसकी और मीरा की शादी करा दी गई थी। मीरा वो कितनी अलग लग रही थी उस दुल्हन के रुप में। उसने कभी नहीं सोचा था उसकी दुल्हन इस तरीके से उसकी जिंदगी में आएगी। वो क्या कर रहा ...Read More

11

अनचाहा रिश्ता (किसकी गलति) - 11

सुबह नौ बजे के आसपास स्वप्निल की आंख खुली उसने एक नजर अपने पास सो रही मीरा पर डाली। शांत और सुंदर लगती है वो सोते वक्त। मानो जैसे बोलना आता ही ना हो इसे पर उतनी ही खतरनाक हैं जब झगडा करती है। अपने इन्हीं ख़यालो पर लगाम लगा वो असलियत में वापस आ गया।" हे भगवान ये क्या हो गया मुझसे। शादी । कैसे कर सकता हूं में ?" वो तुरंत बिस्तर से उठ अपने कमरे में चला गया। कमरे में जाते ही उस की नजर समीर पर पड़ी। दोनों एक दूसरे को देखते ही गले मिले।समीर : ...Read More

12

अनचाहा रिश्ता (ये कैसी कश्मकश?) - 12

"नहीं पापा मेरे बारे में एक बार सोचिए। में क्या करूंगी आपके बिना।" रोते हुई मीरा ने उसके पापा मि पटेल के पास जाने की कोशिश की।" नहीं बेटा वहीं रुक जा, वरना आज या तो ये नहीं या तो मे नहीं" हात में पकड़ रखी बंदूक को स्वप्निल की तरफ कर मि पटेल ने मीरा के बढ़ते कदमों को रोक दिया।कुछ समय पहले,अंदमान के एयरपोर्ट पर मीरा, स्वप्निल और समीर अपनी उड़ान के इंतेज़ार में बैठे थे। सुबह हुई बहस में अभी भी मौहोल गर्म था। " कॉफी लेकर आए, यहां बैठकर काफी बोर हो गए है।" समीर ने ...Read More

13

अनचाहा रिश्ता (एक पहल) - 13

"क्या हुआ?" स्वप्निल ने उसे पूछा.........स्वप्निल के इस सवाल से मानो वो दंग रह गई। उसने अपने आसपास देखा सिर्फ अनजान लोग थे और एक तरफ स्वप्निल दूसरी ओर समीर था। वो समझ गई जो उसने थोड़ी देर पहले जिया वो हक़ीक़त नहीं सिर्फ एक सपना था। " पर थोड़ा ज्यादा ड्रामा नहीं हो गया।" उसने अपने आपसे सवाल किया। स्वप्निल अभी भी अपने जवाब के इंतेज़ार मे था उसने वहीं सवाल फिर दोहराया।" नहीं। मैंने बस अभी अभी कुछ ओर सोचा है। हमारी समस्या के बारे में।" इस बार जवाब देना मीरा को जरूरी लगा।" अब क्या सोचा तुमने। ...Read More

14

अनचाहा रिश्ता - (ये औरते ) 14

दिन बीत रहे थे। धीरे धीरे ही सही पर एक अच्छी दोस्ती की शुरुवात तो हो रही थी। मीरा पसंद नापसंद से लेकर सारी बातो का ध्यान रखता स्वप्निल। अब उसे फिक्र है ये बात तो मीरा भी समझ गईं थीं। शाम को दोनो ऑफिस के बाद घूमते , रात का खाना खाते फिर वो मीरा को घर छोड़ता। मानो दिन कब खत्म हो जाता पता नहीं चल रहा था। रात में फिर सुबह का इंतेज़ार होता। दोस्ती कितनी ख़ूबसूरत होती है। खास कर जब वो दोस्त आपका जीवनसाथी हो।" अब ओर क्या खरीदी करना है मीरा तुमने पूरी ...Read More

15

अनचाहा रिश्ता - ( ये औरतें-२) 15

उन दोनों ने एक एक कर करीबन ८ से १० जोड़ी कपड़े पहन कर दिखाए। इस बात को सुन के चेहरे पर जो डर था अब मानो वो गायब हो गया था। वो याद कर रहा था मीरा ने उसे समझाया जो था।" हा हम इनकी मदद के लिए आए है। हम सारे कपड़े ट्राई करेगें ये दोनो सोफे पर बैठ देखेंगे इनको जो भी पसंद आए वो चुन कर ये पहनेंगे आसन है " मीरा ने कहा।" आप करेंगे ना बॉस, इस तरह हमारी भी तैयारियां हो जाएंगी अगर जल्द जरूरत पड़ी।" उसकी उन बातो को सुन उसने एक ...Read More

16

अनचाहा रिश्ता - ( पुराना मेहमान ) 16

जगह : एक आलीशान होटलमीरा अपनी जगह से उठी वाइन का भरा हुआ ग्लास उठाया, पास ही के टेबल बैठी रोमा के पास जाकर रुकी, वाइन का ग्लास टेबल पर रख पर्स मे से तीन लाख का चेक निकाला और रोमा को थमा दिया।मुस्कुराते हुए रोमा ने कहा, " ये किस लिए?" मीरा ने वाइन का ग्लास उसके सर पर उधेड़ दिया, " इस लिए!!! तुम्हारी एक लाख की ड्रेस और दो लाख प्लास्टिक सर्जरी के लिए क्योंकि इस के बाद तुम इन लोगो को अपना ये मुंह दिखा जो नहीं पावोगी।"रोमा ने अपना हाथ मीरा को थप्पड़ मारने के ...Read More

17

अनचाहा रिश्ता - ( फिर मिलेंगे) 17

" गुस्सा मुझे आना चाहिए ना की तुम्हे।" स्वप्नील ने गाड़ी चलाते हुए उसकी तरफ नजर डाली। मीरा अभी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं थी।" नाराज भी मुझे होना चाहिए ना की तुम्हे।" उसके बाद भी मीरा ने स्वप्निल को नजरंदाज करना जारी रखा। उसने लेफ्ट ले कर आखिरकार अपनी गाड़ी रोक दी। वो जैसे ही मीरा से बात करने उसकी तरफ घूमा। मीरा उसके सीने से लिपट गई।" सॉरी। मुझे पता है आप नाराज है। मुझसे गुस्सा है। लेकिन फिर भी मुझे अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। प्लीज नाराज मत होए। प्लीज।" अपनी बात खत्म ...Read More

18

अनचाहा रिश्ता - ( नया मिशन) 18

आखिरकार एक लंबा दिन या यू कहे लंबी सी शाम खत्म हुई । अब एक शाम मे इस से हादसे तो नही हो सकते। नहीं हो सकते ना ????पार्टी की तैयारियों मे दो दिन हवा की तरह उड़ गए। पार्टी की शाम। मुंबई का आलीशान होटल। मि. पटेल सबको वेलकम कर रहे थे।अजय : क्या बात है ? इतनी अच्छी ड्रेस पर सड़ी सी शक्ल क्यो बनाई है ?" अकेले क्या कर रहे हो ? आरती कहा है ?" मीरा को उस के सवाल का जवाब देना जरूरी नही लगा।" बात क्यो बदल रही है ? पहले मुझे जवाब ...Read More

19

अनचाहा रिश्ता - ( नई चुनौती ) 19

" तुम!!!! तुम्हे क्या जरूरत थी। उस लड़के के साथ ऐसा मज्ज़ाक करने की?? बेचारा कितना शर्मिंदा महसूस कर था। और वो तुम्हे दीदी क्यो बुला रहा था ? " मि पटेल ने काफी कोशिश कर आखिर मे मीरा पर अपनी आवाज ऊची की।" डैड। शांत हो जाइए। आपसे नही होता फिर भी क्यो कोशिश कर रहे हैं डाटने की। मजा तो आपको भी आया ना।" मीरा ने उन्हें समझाते हुए कहा।" अरे बेटा पर वो हमारे मेहमान थे। लोगो को क्या लगेगा मैने कैसे संस्कार दिए है तुझे।" मि पटेल कुछ रोने जैसे हो गए ये देख अजय ...Read More

20

अनचाहा रिश्ता - (खुशखबरी_१) 20

" देखो मुझे घूमा फिरा के बात करने की आदत नही है। इसिलिए सीधे बात करूंगा, मीरा के बारे क्या सोचते हो ? " मिस्टर पटेल ने स्वप्निल से पूछा। मीटिंग के बाद बात करने के लिए वो सिर्फ स्वप्निल को एक अलग केबिन मे ले गए। जहा उन्होंने वो काम शुरू किया जिसके लिए वो आज कंपनी आए थे। " वो हार्ड वर्किंग है। जल्दी काम सीखती है। लेकिन अभी भी वो एक बॉस की पोजिशन के काबिल नही हैं अभी भी निर्णय दिल से लेती है, ना की फायदे के बारे मे सोच कर। क्या यही जानना चाहते ...Read More

21

अनचाहा रिश्ता - ( खुशखबरी_२) 21

" ये क्या किया आपने???" डॉक्टर के केबिन के बाहर बैठी मीरा ने रोते हुए कहा।" तुम्हारा मतलब क्या मैने किया से ? तुम जानती हो उस वक्त हालात क्या थे। फिक्र मत करो मैं जानता हूं मैने क्या किया है। तुम एक रात मैं प्रेगनेंट नही हो सकती।" स्वप्निल ने उसे धीरज धरने की सलाह दी।" हा। सही है। एक रात मे थोड़ी कोई प्रेगनेंट हो सकता है। सही।" मीरा ने अपने सारे खयालों को रोकने की कोशिश की।" अब तुम यहां बैठो। में वो लेकर आता हु। चेक अप के लिए।" स्वप्निल मेडिकल की ओर बढ़ा। हर ...Read More

22

अनचाहा रिश्ता - ( नया कर्मचारी_१) 22

मिस्टर पटेल के कमरे मे आवाजे सुन अजय और मीरा चौक गए। घर मे उस वक्त दोनो के अलावा कोई नही था।" तू यही रुक मे देख कर आता हु।" अजय ने कहा।" नही। रुक दोनो साथ चलते है।" मीरा ने कमरे मे से उसकी हाॅकी स्टिक उठा ली।" ये किस लिए ????" अजय।" चोर हुवा तो। ये खुद को बचाने के लिए है।" मीरा। वो दोनो धीरे धीरे उस कमरे की तरफ बढ़ रहे थे। मिस्टर पटेल ने अजय को सिर्फ इतना बताया था, की स्वप्निल से मीरा का साथ छुड़ाने के लिए वो कुछ करने वाले है। पर ...Read More

23

अनचाहा रिश्ता - ( नया कर्मचारी_२) 23

मीरा और स्वप्निल ने एक दूसरे को देखा " क्या????" वहा खड़ा हर कोई चौक गया था। इस तरह इंटरव्यू, कभी किसी को इस कंपनी मे नही चुना गया। आखिर इस लड़के में क्या खास बात है??????? समीर ने स्वप्निल को शांत होने का इशारा किया। तभी मिस्टर पटेल की मीटिंग रूम मे एंट्री हुई।" हैलो एवरीबडी। मैने कहा था ना अब अक्सर हमारी मुलाकाते होंगी।" मिस्टर पटेल।" डैड। मुझे आप से बात करनी है?" मीरा ने मि पटेल का हाथ पकड़ते हुए कहा। वो स्वप्निल को पहचानने लगी थी। स्वप्निल को अपने ऊपर किसी और को कंट्रोल बिल्कुल मंजूर नहीं ...Read More

24

अनचाहा रिश्ता - (जंग) 24

कुछ सोचते हुए मीरा ने अजय से कहा, " मुझे तुझ से कुछ बात करनी है। आज शाम बाहर " तुझे बात करनी है तो जरूर जाएंगे। जब कभी तू कहे। सात बजे निकलते है।" इतना कह अजय वहा से चला गया। मीरा के डिपार्टमेंट से बाहर निकलते ही उसने एक कॉल लगाया।" हैलो। मीरा ठीक है, पर थोड़ी परेशान है। नही अंकल आप के लिए नही, पर शायद आपकी वजह से। उसने कहा उसे कुछ बात करनी है। हम शाम को बाहर जा रहे है। अच्छा। क्या उसने आपसे सच मे हो चुका जमाई कहा????? अभी में कुछ नही ...Read More

25

अनचाहा रिश्ता - ( आमंत्रण_१) 25

मीरा से मिली एक वार्निंग के बाद मिस्टर पटेल ने बोहोत सोचा। किसी और के लिए भला वो अपनी को अपने खिलाफ क्यों करे ? और लक्ष्मण को तो वैसे भी अब मीरा के डिपार्टमेंट मे नौकरी मिल गई थी। तो क्यों ना से नो टू स्वप्निल की जगह से येस टू लक्ष्मण वाला मिशन पूरा किया जाए ? हा यही सही रहेगा। मीरा के दिल मे स्वप्निल के लिए नफरत जगाने की जगह लक्ष्मण के लिए प्यार जगाना आसान होगा। ये बाद पक्की कर उन्होंने उस हिसाब से अपना मिशन शुरू किया। लक्ष्मण को मीरा के ऑफिस मे एक ...Read More

26

अनचाहा रिश्ता - ( आमंत्रण _२) 26

ये धप मीरा ने समीर को कंधे से उठा कर सीधा स्वप्निल के टेबल पर सुला दीया। तीनो के वक्त वही रुक गया। पूरा केबिन मानो समीर की चीख से हिल गया। "आ..............." समीर की चीख सुन मीरा ने तुरन्त अपने हाथ उसके कंधे से हटाएं। ५ मिनिट बाद केबिन का माहौल कुछ इस कदर था के समीर स्वप्निल की खुर्सी पर बैठ आइस पैक से अपने कन्धे सेक रहा था। तो दुसरी और स्वप्निल मीरा को समझा रहा था। " तुझे नही लगता की थोड़ी बोहोत सिम्पैथी मुझे भी मिलनी चाहिए।" समीर ने स्वप्निल को ओर देखते हुए कहा।" ऐसी हालत ...Read More

27

अनचाहा रिश्ता - (निर्णय) 27

" आप को शर्म नही आई ? ऐसे कैसे आप किसी अंजान लड़की से किसी के दबाव में शादी सकते है?" सारी कहानी सुनने के बाद सब से पहला सवाल जो अजय ने स्वप्निल से पूछा।" पूरी कहानी में तूझे सिर्फ हमारी शादी दिखी क्या ??? ये भी तो देख अगर ये हा नही कहते तो मुझे उस कबीले में शादी करनी पड़ती ??" मीरा ने गुस्सा होते हुए कहा।" तू पागल है क्या मीरा। तुझे बस एक फोन करना था। वो तेरे पापा है, तू उन्हे जानती है। मिस्टर पटेल। तुझे क्या लगता हैं, एक देहाती इंसान ने ...Read More

28

अनचाहा रिश्ता - (निर्णय_२) 28

मीरा को घर छोड़ने के बाद, स्वप्निल ने एक कॉल लगाया,फिर तुरंत कट कर दिया। कुछ देर इंतजार किया,फिर नंबर लगाया। सामने से पहली घंटी में तुरंत फोन उठाया गया। " हैलो।"" आप सोएं नही अब तक ? ११ बज चुके है।" स्वप्निल ने पूछा। " नही। हम इंतजार कर रहे थे।" " आपको पता था मैं कॉल करूंगा। आपने फिर से मेरे पीछे जासूस छोड़े।" स्वप्निल ने झूठा गुस्सा दिखाते हुए कहा। " जब आपका इकलौता आपसे रूठा हूवा हो। तो किसे नींद आएगी ?" " पा..... सच में इतने सीरियस।" स्वप्निल ने मुस्कुराते हुए कहा।" हा हा हा …..... मतलब हमारे जासूस सच कह ...Read More

29

अनचाहा रिश्ता - ( सच की शुरुवात_१) 29

DJ की आवाज़ हर तरफ गूंज रही थी। तभी पंडितजीने कहा " ये विवाह संपन्न हुआ।" ये सुन अजय, और उनके दोस्तों ने एक दूसरे को मुबारक बात देना शुरू किया।स्वप्निल और समीर मुस्कुराते हुए वही खड़े थे। तभी मीरा वहा आई। उसने समीर से हाथ मिलाकर अपनी खुशी जाहिर की। वही स्वप्निल से सीधा गले लग गई। उसकी इस हरकत को स्वप्निल कुछ पल समझ नही पाया। जैसे ही मीरा ने उसे छोड़ा, स्वप्निलने फिर से मीरा को अपने गले लगा लिया। कुछ देर पहले," नही। No। तुम्हे एक बार कही ना का मतलब समझ नही आता क्या मीरा। ...Read More

30

अनचाहा रिश्ता - ( सच की शुरुआत_२) 30

" डैड, आपको पता है, आपके वकील कितनी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकते थे हमारे लिए ?" मीरा का सातवें आसमान पर था।" वह वहां तुम्हें छुड़ाने आए थे मीरा। वो सब जाने माने वकील है। अपनी पूरी टीम के साथ तुम्हारे लिए आए थे। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उनके बारे में यह सब बोलने की?" मिस्टर पटेल ने भी अपनी आवाज ऊंची की। " मेरे बॉस मुझे पहले ही मुझे छुड़ा चुके थे। आपको फिक्र करने की जरूरत ही नहीं थी और जब वह वहां पर थे और अजय भी तो था मेरे साथ।" मीरा ने मिस्टर पटेल के ...Read More

31

अनचाहा रिश्ता - (अनकहे जज्बात_१) 31

समीर को जैसे ही खबर मिली, वो तुंरत सब काम छोड़ पहले हॉस्पिटल पोहचा। " अब कैसे है मिस्टर ?" समीर ने स्वप्निल से पूछा।" डॉक्टर ने कहां अभी खतरे से बाहर है।" स्वप्निल की बात सुन समीर ने चैन की सांस ली। " और मीरा ?" समीर ने आस पास देखते हुए पूछा। " बड़ी मुश्किल से उसे कुछ खाने भेजा है उस अजय के साथ। रो रो कर उसने अपना बुरा हाल कर रखा है। कितना समझा रहा हूं, समझती ही नहीं।" स्वानिल ने अपने सर पर हाथ मारते हुए कहा। " इकलौते बाप है उसके। बुरा तो लगेगा ना उसे। ...Read More

32

अनचाहा रिश्ता - ( अनकहे जज्बात_२) 32

दूसरे दिन सुबह सुबह मीरा को अस्पताल से फोन आया। मीरा जब अस्पताल पहुंची उसने देखा उसके पिता अब ऑक्सीजन के सांस ले रहे थे। वह रोते हुए अपने पिता के पास गई और उनके गले लग गई। मिस्टर पटेल मीरा के जज़्बात समझ रहे थे। अब उनका गुस्सा भी कल से काफी कम हो चुका था। लेकिन ऐसा क्या हुआ जो मिस्टर पटेल ने अपना नाटक एक दिन में ख़त्म कर दिया। कुछ घंटों पहले.........जैसे ही स्वप्निल ने मिस्टर पटेल को उठकर खाना खाते हुए देखा। उसे यह बात समझने में देर नहीं लगी कि मिस्टर पटेल सिर्फ नाटक कर ...Read More

33

अनचाहा रिश्ता - (नया माहौल) 33

"आपको यह अजीब नहीं लगता ?" स्वप्निल के गाड़ी में बैठी मीरा ने पूछा।" मैं समझ नहीं पा रहा तुम्हें अजीब क्या लग रहा है ? गाड़ी है । हम दोनों बैठे हैं । गाड़ी चल रही है । चलाने वाला तुम्हारा पति है। कुछ भी अजीब नहीं है।" स्वप्निल ने जवाब दिया।" लेकिन मैं इन सब चीजों के बारे में बात नहीं कर रही हूं। मेरा मतलब है । 3 दिनों में कितना कुछ हो गया। हमने डैड को सब बता दिया। उसके बाद उन्हें हार्ट अटैक आ गया। उसके बाद वह ठीक भी हो गए । और ...Read More