"30 लाख, ना एक रुपया ज़्यादा ना एक कम. मंज़ूर है तो हा बोलो वरना रहने दो हम किसी और को ढूंढ लेंगे " "माफ़ करना पर ये hotel बिकाऊ नहीं है" "मुझे जो चीज़ पसंद आयी, वो में हासिल करके रहता हु, चाहे खरीदके चाहे छिनके. फैसला तुम्हारे हाथ में है." राघव : काला सूटकेस ऑनर के हाथ में पकड़ाते हुए, "गीनलो, 30 लाख पुरे है, और निकल जाओ यहाँ से, और दुबारा नज़र मत आना यहाँ पर." राघव ने मेरी तरफ देखके हां में सर झुकाया. ये इशारा हमारी जीत के लिए था, में कोई गुंडा नहीं हु,
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एक अजनबी हसीना से, यु मुलाकात हो गई - 1
"30 लाख, ना एक रुपया ज़्यादा ना एक कम. मंज़ूर है तो हा बोलो वरना रहने दो हम किसी को ढूंढ लेंगे " "माफ़ करना पर ये hotel बिकाऊ नहीं है" "मुझे जो चीज़ पसंद आयी, वो में हासिल करके रहता हु, चाहे खरीदके चाहे छिनके. फैसला तुम्हारे हाथ में है." राघव : काला सूटकेस ऑनर के हाथ में पकड़ाते हुए, "गीनलो, 30 लाख पुरे है, और निकल जाओ यहाँ से, और दुबारा नज़र मत आना यहाँ पर." राघव ने मेरी तरफ देखके हां में सर झुकाया. ये इशारा हमारी जीत के लिए था, में कोई गुंडा नहीं हु, ...Read More
एक अजनबी हसीना से, यु मुलाकात हो गई - २
"It's ok राघव, तुम्हारी गलती नहीं थी."“लेकिन...”“अभी नहीं” मेने उसे बीच में ही रोक लिया.“सर , इस होटेल के मिस्टर राजवीर आपसे मिलना चाहते है” हमारी बातें चल रही थी तभी होटेल का मैनेजर आया.“ठीक है तुम चलो हम आते है” ओर राघव ने चुपके से बोला के अब हम है इस होटेल के मालिक, तो आगे से ख़याल रखना.हमने एक दूसरे के सामने देखा , हमारी हँसी छूटने वाली थी.“कहिए मिस्टर राजवीर, क्या सेवा कर सकते है हम आपकी ?” ओर राघव ने फिरसे मेरी ऑर देखा.“मुजे एक बात समज़ में नहीं आ रही है ओर वो ये ...Read More