एक सुबह मैं और मेरी पत्नी नाश्ते की टेबल पे बैठे थे जब नौकरानी एक तार लेके आइ। यह तार शेरलोक हॉम्ज़ की तरफ़ से था जिसमें संदेश कुछ ऐसा था: “क्या आप कुछ खाली दिन निकाल पाओगे? मुझे अभी अभी पश्चिमी इंग्लंड से बोसकोंब वैली की दुर्घटना के सम्बंध में तार प्राप्त हुआ है। मुझे ख़ुशी होगी अगर आप मेरे साथ चले। मौसम और नज़ारे बेहद ख़ूबसूरत है। आप सुबह ११:१५ पेड़िंगटन से चलिए।” “क्या कहते हो प्रिये?” मेरी पत्नी ने, मेरी और देखते हुए पूछा। “क्या तुम जाओगे?”
Full Novel
बोसकोंब वैली का रहस्य - 1
एक सुबह मैं और मेरी पत्नी नाश्ते की टेबल पे बैठे थे जब नौकरानी एक तार लेके आइ। यह शेरलोक हॉम्ज़ की तरफ़ से था जिसमें संदेश कुछ ऐसा था: “क्या आप कुछ खाली दिन निकाल पाओगे? मुझे अभी अभी पश्चिमी इंग्लंड से बोसकोंब वैली की दुर्घटना के सम्बंध में तार प्राप्त हुआ है। मुझे ख़ुशी होगी अगर आप मेरे साथ चले। मौसम और नज़ारे बेहद ख़ूबसूरत है। आप सुबह ११:१५ पेड़िंगटन से चलिए।” “क्या कहते हो प्रिये?” मेरी पत्नी ने, मेरी और देखते हुए पूछा। “क्या तुम जाओगे?” ...Read More
बोसकोंब वैली का रहस्य - 2
“मृत्यु समीक्षक: क्या तुम्हारे पिता ने मरने के पहले कोई बयान दिया?” “साक्षी: वो कुछ शब्द बुदबुदाए मगर मैं उसमें ही समझ पाया कि उनका इशारा किसी रैट की तरफ़ था।” “मृत्यु समीक्षक: तुम उससे क्या समझे?” “साक्षी: उनकी बातों से में कोई अर्थ नहीं निकाल पाया। मुझे लगा कि वो भ्रांतचित्त थे।” “मृत्यु समीक्षक: तुम्हारे और तुम्हारे पिता के बीच में वो आख़री झगड़ा किस बात को लेकर हुआ था?“ “साक्षी: मैं इसका जवाब नहीं देना पसंद करूँगा।” “मृत्यु समीक्षक: मुझे डर है कि मुझे इस बात पर ज़ोर देना होगा।” ...Read More
बोसकोंब वैली का रहस्य - 3
“और उससे आपको क्या जानकारी मिली?” “कुछ नहीं” “वो कोई रोशनी नहीं डाल पाया?” “ज़रा भी नहीं। एक बार के लिए मैं मानने को तैयार था कि उसे पता है यह काम किसने किया है और वो उसे बचा रहा है, पर अब मुझे यक़ीन है कि वो भी उतना ही उलझा हुआ है जितने बाक़ी सब। वो उतना चालक युवक नहीं है, हालाँकि देखने में सुहावना है और, मैं मानता हु की दिल का भी अच्छा है।” ...Read More
बोसकोंब वैली का रहस्य - 4
“उस चुहे के बारे में क्या?” शरलॉक होम्स ने एक लिपटा हुआ कागज अपनी से बाहर निकाला और उसे टेबल पर खोल के सीधा किया। “ये विक्टोरिया कॉलोनी का एक नक्शा है,” वे बोले। “मैंने इसे कल रात ब्रिस्टल से मँगवाया था।” उन्होने अपना हाथ नक्शे के एक हिस्से पर रखा। “इसे पढो जरा?” “अरॅट (ARAT) ” मैंने पढा। “और अब?” उन्होंने हाथ हटाया। “बालारॅट (BALAARAT)” ...Read More