ये सुनते ही कनिषा समझ गई की इशांक उसे अपनी कंपनी से बाहर फेंकने के लिए हर मुमकिन कोशिश ...
उनकी शादी का सच सिर्फ विवेक को ही पता था,एक वो ही जानता था की उस दिन कनिषा ने ...
दूसरी ओर कनिषा को मुड़ता देख इशांक को लगा जैसे वो खुद को किसी कमरे या पास के ही ...
अचानक इशांक के स्पर्श में आने से कनिषा स्तब्ध हो गई,उसकी शरीर की हरकतों के साथ साथ उसकी सांसे ...
कॉलेज क्लास शुरू होने से पहले कनिषा जब कैंटिंग की और चल रही थी,उसके दिमाग में इशांक की शादी ...
अपने केबिन में इधर से उधर टहलते हुए उसे आधा घंटा ही बीता होगा कि उसी पल केबिन का ...
विवेक के पूरी बात सुनने के बाद इशांक ने पलट कर कनिषा को एक नजर देखा,उससे काफी दूर खड़ी ...
नही, आई एम सॉरी...लेकिन आप आगे क्यों नहीं चल रही,,,कुछ हुआ हुआ है क्या?आप क्या सोच रही है?"..... कनिषा ...
दूसरी ओर कनिषा को अपने इंटर्नशिप को शुरू करने के लिए आरटी कंपनी में आज कुछ पेपर्स सबमिट करने ...
दूसरी सुबह इशांक अपने होटल के रूम नंबर 1001 में बैठा,लड़की का इंतजार करता हुआ ब्लैक कॉफी पी रहा ...