सुंदरी अबुल हसन यों तो था पाँचवक्ती नमाजी ...
रोटी रोटी हमें जीवन देती हैरोटी पाने के लिए ...
रुका न पंछी पिंजरे में धनेसर को यह समझ में नहीं आ ...
ताज़िया प्रो. रामेश्वर उपाध्याय नित्य नियमानुसार वॉकिंग पर जाने के लिए अपना स्पोर्टस सू पहन ...
अंतिम संबोधन ...