आबिया नाम है उसका... आबिया से मिलने से पहले, करीम की ज़िन्दगी एक अलग तरीक़े से चल रही थी... जहाँ वो ख़ुद अपनी मर्ज़ी का मालिक हुआ करता था... जहाँ वो सिर्फ़ अपनी सुनता था… और लोगों को भी सिर्फ़ अपनी ही सुनाता था... एक तरह से अपनी दुनिया का बादशाह था वो... लेकिन आबिया की एक झलक ने उसकी पूरी ज़िन्दगी का रुख़ ही बदल दिया... पता नहीं क्या जादू है आबिया की आँखों में कि वो उसके सामने आते ही एक छोटा सा बच्चा बन जाता है... और आबिया के एक इशारे पर उठना-बैठना और चलना शुरू कर देता है…