खुशियाँ भी मनानी हैं,आँसू भी बहाना है

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खुशियाँ और आँसू जीवन की सच्चाई है कभी हम खुशियों के झूले में झूलते हैं तो कभी रंज और गम के अथाह सागर में डूब जाते हैं इस दुनिया में हम जब तक रहते हैं,ख़ुशी और गम में डूबते-उतराते रहते हैं और यह जीवन एक-एक पल आगे बढ़ता जाता है हमें इस जीवन को हर हाल में स्वीकारना ही पड़ता है कभी अपने पराए हो जाते हैं तो कभी पराए अपने बन जाते हैं इस नश्वर जीवन की सच्चाई को बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं हमें जीवन के हर पल को जी भर के जीना है और अपनी नाकामी पर रोने के बजाए फिर से नए सिरे से जीत के लिए तैयार होना है हमें हर मुश्किल का डटकर सामना करना है और सदा याद रखना है कि- ज़िंदगी कि हज़ार राहें हैं,मंज़िलें भी हज़ार आएँगी